देश की सुरक्षा को मजबूत करने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने की तैयारी को परखने के लिए पाकिस्तान सीमा से सटे राज्यों में कल शाम एक साथ मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। गुजरात, पंजाब, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में ये अभ्यास सुरक्षा एजेंसियों, पुलिस बलों और स्थानीय प्रशासन के समन्वय से कराया जाएगा। गृह मंत्रालय के निर्देश पर की जा रही इस मॉक ड्रिल में सीमावर्ती गांवों के लोगों को भी शामिल किया गया है। ड्रिल के दौरान सुरक्षा अलर्ट, नागरिक सुरक्षा उपाय और आपात सेवाओं की कार्यप्रणाली का परीक्षण किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, इन क्षेत्रों में पिछले कुछ महीनों से संदिग्ध गतिविधियों की सूचनाएं मिलती रही हैं। ऐसे में यह मॉक ड्रिल सिर्फ अभ्यास नहीं, बल्कि संभावित खतरे को लेकर तैयारियों की गंभीर समीक्षा है।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य क्या है?
मॉक ड्रिल (Mock Drill) एक पूर्व नियोजित अभ्यास होता है, जो यह परखने के लिए किया जाता है कि किसी आपातकालीन स्थिति (जैसे आतंकी हमला, प्राकृतिक आपदा, युद्ध स्थिति) में सुरक्षा एजेंसियों, स्थानीय प्रशासन और आम नागरिकों की तैयारियाँ कैसी हैं।
किन राज्यों में मॉक ड्रिल हो रही है और क्यों?
चार मुख्य राज्य हैं:
पंजाब – सीमा पर अक्सर ड्रोन गतिविधियां और घुसपैठ की घटनाएं देखी गई हैं।
राजस्थान – थार रेगिस्तान की खुली सीमा के कारण सुरक्षा चुनौती बनी रहती है।
गुजरात – कच्छ क्षेत्र समुद्री सीमा के नज़दीक है, यहाँ से भी घुसपैठ की कोशिशें होती रही हैं।
जम्मू-कश्मीर – आतंकी गतिविधियों का सबसे संवेदनशील क्षेत्र।
लोगों से क्या अपील है?
डरें नहीं – यह सिर्फ अभ्यास है
प्रशासन का सहयोग करें
अफवाहों से बचें और सिर्फ सरकारी सूचना पर भरोसा करें
बच्चों और बुजुर्गों को पहले से जानकारी दें
प्रकाश कुमार पांडेय