तूफान मोचा को लेकर कई राज्यों में अलर्ट किया गया है। कहीं कोई हानि न हो इसके लिए राज्य एवं केन्द्र सरकार अपनी तैयारियों में जुटी हैं। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए भी सभी को अलर्ट कर दिया गया है। हालांकी मौसम विभाग ने राहत की खबर दी है कि यह मोचा बिनाशकारी नहीं है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना हुआ है। इन्ही क्षेत्रों में 8 मई को ऊपर एक कम दबाव बनने की संभावना है।
बंगाल का पूरा हाल
फिलहाल उत्तर बंगाल के कई जिलों में चक्रवात का असर होने की संभावना नहीं हैं। फिर भी अगर चक्रवाती तंत्र बनता भी है तो अगले सप्ताह के अंत तक बंगलादेश और म्यामार के तटीय इलाकों में दक्षिण बंगाल को प्रभावित कर सकता है। पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हुगली, बांकुड़ा, बीरभूम, पुरबा मेदिनीपुर, हावड़ा, पुरबा और पश्चिम बर्धमान के शहर में बिजली गिरने के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, अगले 24 घंटों में दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग, अलीपुरद्वार, कूचबिहार, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा में हल्की बारिश हो सकती है। पूरे बंगाल में कहीं कोई अनहोनी न हो इसके लिए भी पूरी तैयारी की गई है। कोलकाता के सभी थानों को जनरेटर रखने के लिए कहा गया है। पुलिस मुख्यालय के कमांड सेंटर में नियंत्रण कक्ष शुरु कर दिया है।
आंध्र प्रदेश और ओडिशा में अलर्ट
मोचा का असर आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भी हो सकता है। इसके लिए अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक तीन दिन तक बारिश होने की संभावना है।
इसी तरह ओडिसा को लेकर भी तैयारी की गई है। चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ को लेकर ओडिशा के 18 जिलों में चेतावनी जारी की गई है। ओडिशा राज्य के 9 जिलों में तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी के साथ पीली चेतावनी जारी की गई है।
मोचा किधर जाएगा कोई नहीं जानता
जानकारों की माने तो तूफान मोचा दिशाहीन है। फिलहाल ये पता लगाना मुश्किल है कि तूफान किस दिशा में जाएगा। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इसकी दिशा लगाने की कोशिश कर रहे है। निम्न दवाब क्षेत्र बनते ही तूफान के रास्ते का अंदाजा लगाया जा सकता है।
अंडमान और म्यांमार की तरफ जा सकता है तूफान
वैज्ञानिकों के मुताबिक अनुमान है कि मोचा दक्षिणी अंडमान और निकोबार दीप की तरफ जा सकता है। 8 से 11 मई के बीच यहां बारिश हो सकती है। वैज्ञानिको का कहना है कि तूफान मोचा म्यांमार से भी टकरा सकता है। जब निम्न दवाब बन जाएगा तो मोचा उल्टी दिशा में आगे बढ़ सकता है।
50 किमी प्रति घंटे की गति से चलेगी हवा
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के आस-पास के क्षेत्रों में 40-50 किमी किमी प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना वैज्ञानिकों तो बताई है।