जानें यूपी में कब शुरू होगा ‘मिशन शक्ति’…पांचवे चरण में मिलेगा इतने लाख बालिकाओं को प्रशिक्षण
भारतीय संस्कृति और हिन्दू धर्म में मां दुर्गा को शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इस भावना को ध्यान में रखते हुए ही यूपी की योगी सरकार ने मिशन शक्ति पा्ररंभ किया है। जिसके पांचवें चरण के तहत नवरात्रि के दौरान 3 से 10 अक्टूबर तक विभिन्न स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित होंगे किये जाएंगे।इतना ही नहीं बालिकाओं में आत्मविश्वास बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।
नवरात्रि के दौरान मिशन शक्ति का पांचवा चरण
3 से 12 अक्टूबर तक करने जा रही योगी सरकार
प्रदेशभर में एक्टिव किए गए डीएम
दस लाख बालिकाओं को मिलेगा प्रशिक्षण
36,772 बालिकाओं में बांटे जाएंगे सेनेटरी पैड
होंगे बालिकाओं में आत्मविश्वास बढ़ाने के प्रयास
अक्टूबर से शुरू होगा यूपी में ‘मिशन शक्ति’ का पांचवां चरण
यूपी की योगी सरकार की ओर से अक्टूबर से मिशन शक्ति के पांचवें चरण की शुरुआत की जा रही है। महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के साथ सशक्त बनाने के उद्देश्य से मई 2025 तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस पांचवे चरण में जागरूकता अभियान और प्रशिक्षण के कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
अभियान के दौरान यूपी की करीब दस लाख बालिकाओं को आत्मरक्षा के साथ जीवन कौशल की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इस दौरान पीएम श्री योजना के तहत चयनित करीब 167 स्कूल में करियर काउंसलिंग सत्र भी आयोजित किये जाएंगे। इतना ही नहीं सीएम योगी के निर्देश पर होने वाले कार्यक्रमों और गतिविधियों के दौरान करीब 36 हजार 772 बालिकाओं में सेनेटरी पैड बांटे गये। उनके स्वास्थ्य और स्कूल पहुंचकर नियमित रूप से शिक्षा ग्रहण करने की राह भी आसान बनाई जाएगी। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाना। जीवन कौशल और कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक करना भी है। साथ ही बालिका शिक्षा और स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर भी जागरूकता बढ़ाने की कोशिया की जाएगी। मिशन शक्ति का पांचवा चरण महिलाओं और बालिकाओं को सशक्त बनाने की दिशा में ठोस पहल की गई है। यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाएगा।
किया जाएगा जागरूक
प्रधानाध्यापक और शिक्षकों की अगुवाई में 3 से 10 अक्टूबर तक स्कूलों में बाल अधिकार के साथ घरेलू हिंसा और यौन शोषण, छेड़छाड़ और बच्चियों को गुड टच-बैड टच जैसे मुद्दों पर जागरूक किया जाएगा। रैलियों और रोचक गतिविधियों के जरिए से हेल्पलाइन नंबर और बाल विवाह से जुड़े खतरों की भी जानकारी दी जाएगी। इसके बाद नवंबर से 10 लाख बालिकाओं को आत्मरक्षा के साथ जीवन कौशल की ट्रेनिंग दी जाएगी। जिससे बालिकाएं आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकें। मिशन शक्ति के पांचवे चरण में बालिकाओं को माहवारी स्वच्छता और जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक भी किया जाएगा। केजीबीवी की 79 हजार बालिकाओं के लिए जलवायु परिवर्तन को लेकर विशेष सत्र आयोजित भी होंगे।