बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया । जीत के मंत्र के साथ साथ उनको नसीहत भी दी । प्रधानमंत्री ने क्या कहा बीजेपी नेताओं से
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यारिणी की बैठक को संबोधित किया। इस संबोधन मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो बातें कही जिसमें कहा
- कभी आत्मविश्वास में न रहें इसके लिए मोदी ने मध्यप्रदेश के 1998 के चुनावों के नतीजे बीजेपी कार्यकर्ताओं को बताए। उस समय प्रधानमंत्री मोदी मध्यप्रदेश के प्रभारी थे। उन्होंने अपने अनुभव के आधार पर सभी को नसीहत भी दी।
- इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता को पसमांदा और बोहरा मुसलमानो को साथ लाने की कोशिश करें
लेकिन क्या वजह है कि मोदी ने पसमांदा और बोहरा मुसलमानों को साथ रखने को कहा।
कौन है पसमांदा मुसलमान
पसमांदा वैसे तो फासरी का शब्द है जिसका मतलब है जो लोग पीछे छूट गए। जो लोग विकास में पीछे छूट गए जो लोग समाज में पीछे छूट गए उन्हें पसमांदा कहा जाता है। पसमांदा मुसलमान मतलब कि जो आर्थिक सामाजिक और शैक्षणिक सभी तौर पर पीछे हो। भारत में पसमांदा मुसलमानों से मतलब है कि उन मुसलमानों है जो अति पिछड़े है। हिंदुस्तान में मुसलमानो के एक बड़ी तादाद पसमांदा में आती है।उऩकी संख्या सबसे ज्यादा उत्तरप्रदेश,बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में है।
बोहरा समाज – बोहरा मुसलमान वो है जो उच्च और संभ्रात वर्ग के माने जाते हैं। ये लोग पढ़े लिखे होते हैं और ज्यादातर बड़े व्यापारी होतें है। इनकी तादाद हिंदुस्तान में महाराष्ट्र, गुजरात मध्यप्रदेश और राजस्थान में है। इनकी आबादी तकरीबन 25 लाख के आसपास है। इनके परिवारों में से कई एन आऱ आई भी हैं।
मोदी ने दिया साथ जोड़ने का मंत्र
प्रधानमंत्री मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं और नेताओं से कहा कि बोहरा समाज और पसमांदा मुसलमानों को साथ जोड़ें। इनके बारे में गलत बयानबाजी न करें। अगर ये लोग बीजेपी के साथ आते हैं तो एक बड़ा पिछड़ा तबका बीजेपी के साथ जुड़ेगा जिसका लाभ सीधे तौर पर बीजेपी को 2024 में देखने को मिलेगा।