राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले जयपुर हैरिटेज नगर निगम महापौर मुनेश गुर्जर को लेकर सियासत गरमा गई है। गहलोत सरकार ने शनिवार की आधी रात को महापौर मुनेश गुर्जर को निलंबित कर दिया है। पट्टे जारी करने के बदले पैसे लेने के आरोप में एसीबी ने महापौर के पति सुशील गुर्जर को गिरफ्तार किया था। अब इसके साथ ही इस मामले में मुनेश गुर्जर की भूमिका की भी जांच की जाएगी। बताया जाता है कि पट्टे जारी करने के बदले पैसे लेने मामले में संलिप्तता मिलती है तो गुर्जर को महापौर के पद से बर्खास्तगी करने की कार्रवाई के साथ उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। मुनेश गुर्जर को एसीबी भी पूछताछ के लिए तलब कर सकती है।
- राजस्थान में चुनाव से पहले जयपुर महापौर निलंबित
- दिखाई दी कांग्रेस की आपसी गुटबाजी
- कांग्रेस की ही हैं मेयर मुनेश गुर्जर
- मंत्री खाचरियावास ने की थी बर्खास्तगी की मांग
- पहले किया निलंबित, आरोप साबित हुए तो बर्खास्तगी तय
दरअसल एक दिन में गहलोत कैबिनेट में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अपनी राज्य सरकार से मांग की थी कि जीरो टॉलरेंस नीति के तहत जयपुर हैरिटेज नगर निगम महापौर मुनेश गुर्जर को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए। मंत्री खासरियावास ने कहा था कि अब जो भी करना है वो राज्य के मुख्यमंत्री और नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल को करना है।
सरकार की नाक के नीचे हो रहा था भ्रष्टाचार
मंत्री खाचरियावास ने शनिवार की शाम अपने सरकारी आवास पर मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि सरकार की नाक के नीचे भ्रष्टाचार हो रहा था। हम खुद परेशान थे। लोग फरियाद लेकर आते थे। फरियादियों की व्यथा जब सुनते थे तो अंतरआत्मा रोने लगती थी। मंत्री ने कहा वे दुखी हो गए थे। जब महापौर ने नहीं सुनी तो फरियादियों से उन्होंने कहा था कि वे अब एसीबी में शिकायत करें। एसीबी में हुई शिकायतों के आधार पर कार्रवाई की गई है। मंत्री ने कहा महापौर के निलंबन के बाद अब ऐसे लोगों को भी अब सामने आना चाहिए जिन्होंने पट्टे के बदले पैसे दिए थे। हैरिटेज निगम में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस पार्टी हाईकमान को पहले ही अवगत कराया जा चुका था। वहीं मंत्री खाचरियावास ने यह आरोप भी लगाया कि इन लोगों की हिम्मत तो देखिए सीएम के रिश्तेदार से भी पट्टे के बदले पचास हजार रुपए का लेन-देन किया गया है।
मैंने बनवाया था महापौर
मंत्री खाचरियावास ने कहा कि मुनेश गुर्जर को उन्होंने महापौर बनवाया था। इसके बाद कुछ नेताओं ने शह दी, तब वे खुश हो रहीं थीं। अब ऐसे नेता बचाने नहीं आ रहे। अब राजा हरिश्चंद्र क्यों बन रहे हैं ये नेता। चोरी करने में साथ दे रहे थे मामला उजागर हुआ तो अब साथ नहीं दे रहे। गहलोत के मंत्री ने इस पूरे मामले की रिकॉर्डिंग जारी करने की मांग की है। जिससे पूरे मामले की तस्वीर साफ हो सके।
मेयर के पति न लगाया कांग्रेस नेता पर गंभीर आरोप
वहीं जयपुर में हैरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर को निलंबित करने के बाद उनके पति सुशील गुर्जर का बयान सामने आया है। बता दें सुशील को एसीबी की ओर से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद सुशील ने बिना नाम लिए कांग्रेस के एक नेता पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगा दिया
भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सुशील ने खुद को बेगुनाह बताया है। उन्होंने बगैर नाम लिए कांग्रेस के एक बड़े नेता पर निशाना साधा और आरोप लगाया है। जिसमें कहा कांग्रेस के एक बड़े नेता के इशारे पर उन्हें फंसाने की साजिश रचि गई। लेकिन वे इस साजिश से डरने वाले नहीं हैं।
कांग्रेस से ही ताल्लुक रखती हैं मुनेश गुर्जर
बता दें जयपुर शहर दो नगर निगम में बंटा है। इन दो नगर निगम में 250 वार्ड हैं। पुराने शहर से जुड़े हुए सौ वार्ड जयपुर नगर निगम हेरिटेज के अधीन हैं। इसी जयपुर नगर निगम हैरिटेज की महापौर मुनेश गुर्जर हैं, जो कांग्रेस पार्टी से ताल्लुक रखती है। वही 150 वार्ड वाले जयपुर ग्रेटर नगर निगम की मेयर सौम्या गुर्जर हैं जो बीजेपी से ताल्लुक रखती हैं।