मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर अमेरिकी NCL से जुड़े, कहा…अमेरिका में नजर आ रहा है क्रिकेट का सुनहरा भविष्य…!
भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर अब अमेरिका की नेशनल क्रिकेट लीग यूएस NCL के साथ जुड़ गए हैं। सचिन तेंदुलकर NCL लीग के मुख्य मालिकाना समूह से जुड़े हैं। ग्रुप से सचिन तेंदुलकर का जुड़ना यह बताने के लिए पर्याप्त है कि NCL अमेरिका के क्रिकेट जगत में पैर पसारने के लिए कितने अधिक गंभीर हैं।
अमेरिकी NCL से जुड़े सचिन तेंदुलकर
उम्मीद करते हैं अमेरिका में होगा क्रिकेट का विस्तार
नेशनल क्रिकेट लीग के आयोजकों ने की सचिन की तारीफ
प्रशंसा करते हुए सचिन को क्रिकेट का पेले करार दिया
NCL से जुड़ने पर सचिन ने जताई खुशी
बता दें भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर एनसीएल के उद्घाटक टूर्नामेंट में विजेता टीम को अपने हाथों से ट्राफी प्रदान करेंगे। एनसीएल की ओर से हाल ही में अमेरिका में क्रिकेट टूर्नामेंट की घोषणा की गई है। जिसमें खेल के कई दिग्गज खिलाड़ी इसमें भाग लेने वाली टीमों के मेन्टॉर की भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं।
वहीं अमेरिका की नेशनल क्रिकेट लीग यूएस NCL से जुड़ने पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा क्रिकेट उनके जीवन की अहम यात्रा रही है। अमेरिका में इस खेल के प्रचार-प्रसार के लिए ही वे एनसीएल से जुड़े हैं और इसे लेकर वे बहुत ही खुश हैं। सचिन ने कहा “एनसीएल की सोच नई पीढ़ी के प्रशंसकों को उनके साथ जुड़ने के साथ ही विश्व स्तरीय क्रिकेट के लिए प्लेट फॉर्म भी तैयार करना है। वे एनसीएल की इस शानदार पहल का हिस्सा बनने के साथ ही भविष्य में अमेरिका को क्रिकेट के विकास की ओर देख रहा हैं।
NCL के चेयरमैन अरुण अग्रवाल ने सचिन के लीग से जुड़ाव पर कहा कि वे सचिन तेंदुलकर के नेशनल क्रिकेट लीग के साथ जुड़ने को लेकर बहुत ही रोमांचित महसूस कर रहे हैं। सचिन तेंदूलकर का क्रिकेट जगत में योगदान ठीक वैसा ही है जैसा की फुटबॉल की दुनिया में पेल या बेसबॉल में बेब रुथ का रहा है। अब जबकि NCL अमेरिका में क्रिकेट का नए फैंस से परिचय कराने जा रहे हैं तो सचिन तेंदूलकर का खेल के प्रति समर्पण और उनकी वैश्विक स्तर पर अपील बहुत ही अहमियत रखती है। उनका एनसीएल लीग से जुड़ना एनसीएल के भविष्य की पीढ़ी को प्रेरणा प्रदान करने और अमेरिका की जमीन पर क्रिकेट को स्थापित करने के एनसीएल के उद्देश्य को रेखांकित करता है।
NCL के चेयरमैन अरुण अग्रवाल ने कहा सचिन तेंदुलकर की विरासत क्रिकेट के इतिहास का बहुत ही अहम हिस्सा है। अपने योगदान के चलते वे दूसरे खेलों के महान दिग्गज माइकल जॉर्डन, लेब्रॉन जेम्स और टॉम ब्रैडी के समकक्ष हैं। अपने करीब 24 साल के शानदार करियर के दौरान सचिन तेंदुलकर ने मैदान पर क्रिकेट ही नहीं खेली, बल्कि इस खेल की नई परिभाषा भी उन्होंने गढ़ी है। सचिन टेस्ट के साथ वनडे दोनों ही फॉर्मेट में सबसे अधिक रन बटोरने वाले भारतीय बल्लेबाज रहे हैं। इस योगदान से ही सचिन ने निर्विवादित रूप से अपने “गॉड ऑफ क्रिकेट” का रुतबा हासिल किया है।
सचिन तेंदूलकर के नाम 100 अंतरराष्ट्रीय शतक के साथ वनडे में दोहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज के तौर पर एक ऐसी उपलब्धि है जिसके बारे में कुछ लोग केवल सपना ही देख सकते हैं। कोई भी दूसरा क्रिकेटर सचिन का मुकाबला नहीं कर सकता।