कॉमेडी के मंच से मुख्यमंत्री तक “मान” का सफर
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का आज 49वां जन्मदिन है। मनप्रीत बादल की पार्टी पंजाब पीपुल्स पार्टी से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले भगवंत मान की सियासी पारी हार से शुरु हुई थी। वे 2012 में वे अपना पहला चुनाव हार गए थेए लेकिन 2014 के लोगसभा चुनाव में उन्होंने जीत का ताज पहना। इसके बाद उनका सियासी सफर शुरु हो गया। कभी मंच से कॉमेडी करने वाले भवगंत मान 2014 और 2019 में सांसद रहे तो 2022 में पंजाब विधानसभा के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने उन्हें बतौर मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट किया और वे सफल रहे। आम आदमी पार्टी को राज्य की कुल 117 विधानसभा सीटों में से 92 सीटों पर जीत हासिल हुई। किस तरह उन्होंने कॉमेडी के मंच से राजनीति के मंच तक और पंजाब का सीएम बनने का सफर तय किया आईये जानते हैं।
पंजाबियों को भा गई मान की मुफ्त बिजली
पंजाब के सीएम भगवंत मान का कामेडी से शुरू हुआ सफर 2022 में सीएम पद तक पहुंचा। मान 17 अक्टूबर 2022 को 49 साल के हो गए हैं।। भगवंत मान का जन्म 17 अक्टूबर 1973 को पंजाब के संगरूर जिले में स्थित छोटे से गांव सताैज में हुआ था। मान ने कामेडी के जरिए लोगों के दिलों में अपने लिए जगह बनाई। 2011 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा। सीएम बनने के बाद वे लोगों की बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं। इनमें 300 यूनिट मुफ्त बिजली ने पंजाबियों का दिल जीत लिया है। इस फैसले की हर ओर सराहना हो रही है। इतना ही नहीं उनकी भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम को भी लोग पसंद कर रहे हैं। भगवंत मान ट्वीट कर अपने जन्मदिन पर बधाइयां देने वोलों को धन्यवाद किया। और कहा वे जब भी इस दुनिया में आएं तो उनका देश हो पंजाब।
पंजाब पीपुल्स पार्टी से सियासी सफर किया शुरु
आम आदमी पार्टी में शामिल होने से पहले भगवंत मान मनप्रीत बादल की पंजाब पीपुल्स पार्टी में थे। उन्होंने इसी पार्टी से अपना राजनीतिक करियर की शुरु किया था। पहली बार पीपीपी के टिकट पर चुनाव भी लड़ा। हालांकि उन्हें पहले ही चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। मान ने साल 2012 में पीपीपी से हलका लहरा पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। वे पहले चुनाव में भगवंत राजिंदर कौर भट्ठल से हार गए थे। पहली हार ने उन्हें पीपीपी से दूर कर दिया। वे आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। तब आम आदमी पार्टी ने भी राजनीति की शुरूआत ही की थी। ऐसे में 2014 में भगवंत मान को संगरूर से लोकसभा चुनाव में टिकट दिया और वे शानदार जीत हासिल करने में सफल रहे।
टर्निंग प्वाइंट रहा 2022 को विस चुनाव
2014 और इसके बाद 2019 में भगवंत मान लोकसभा चुनाव में जीते। लेकिन पंजाब में 2022 का विधानसभा चुनाव मान के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। दरअसल आम आदमी पार्टी ने भगवंत मान को सीएम प्रोजेक्ट किया था। भगवंत मान के चेहरे पर आप ने पंजाब में चुनाव लड़ा और शानदार प्रदर्शन किया। मान ने जहां धूरी से विस चुनाव लड़ा और 50 हजार से अधिक के अंतर से जीत दर्ज की।वहीं पार्टी को राज्य की 117 विधानसभा सीटों में से 92 सीट पर जीत मिली। चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ हो गया। कांग्रेस महज 18 सीटों जबकि अकाली दल 3 सीटों पर सिमटकर रह गई।
बन गए आप के स्टार प्रचारक
मौजूदा दौर में पंजाब के सीएम भगवंत मान देशभर में आम आदमी पार्टी के स्टार प्रचारक के रुप में पहचाने जाते हैं। वे आप के लिए गुजरात और हिमाचल प्रदेश में लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं।। भगवंत मान ने कामेडियन के रूप में काफी सफल रहे थे। वह कामेडी शो ग्रेट लाफ्टर चैलेंज से लोकप्रिय हुए थे। उन्होंने पंजाबी फिल्मों में भी काम किया।
पत्नी से तलाक के बाद की दूसरी शादी
संगरूर जिले के सतौज गांव में जन्मे भगवंत मान के पिता पेशे से अध्यापक थे। भगवंत मान का पहली पत्नी से तलाक हो गया था। पहली पत्नी से उनकी दो संतान हैं। एक पुत्र और एक पुत्री। उनकी पहली पत्नी बच्चों के साथ अमेरिका मेंं रह रही हैं। मां और परिवार के दबाव के चलते भगवंत मान ने इसी सल दूसरी शादी की। वे 7 जुलाई 2022 को डा गुरप्रीत कौर के साथ शादी के बंधन में बंध गए।
कविता के अंदाज में उठाते हैं मुद्दे
पंजाब पीपुल्स पार्टी से राजनीति करियर की शुरूआत करने वाले भगवंत मान ने 2014 और 2019 में लोक सभा का चुनाव जीता था। तब वे सांसद के तौर पर भी वह सुर्खियों में रहे। भगवंत मान ने लोकसभा में कई ज्वलंत मुद्दों को उठाया। वे कविता के अंदाज में अपनी बातें रखने का अंदाज खास तौर पर लोकप्रिय रहे।
पंजाब के दूसरे सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री
भगवंत मान ने 16 मार्च 2022 को पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्होंने शहीदे आजम भगत सिंह के गांव खट्टकर कलां में शपथ ली थी। भगवंत मान पंजाब के 17वें मुख्यमंत्री हैं। वे 48 साल की उम्र में सीएम बने। पंजाब के दूसरे सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री हैं।
मान का व्यक्तिगत जीवन
भगवंत मान का जन्म 17 अक्टूबर 1973 को पंजाब के संगरूर जिले के सतोज गांव में हुआ था। पिता का नाम मोहिंदर सिंह है। वे वे एक अध्यापक थे। भगवंत मान ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा चीमा गांव के सरकारी स्कूल से की थी। भगवंत मान ने सुनाम के शहीद उधम सिंह महाविद्यालय से वाणिज्य विषय में स्नातक की डिग्री के लिए एडमिशन लिया था। लेकिन उनहोंने बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी थी।ये बात बहुत कम लोग ही जानते हैं कि भगवंत मान को घर में जुगनू कर कर बुलाते हैं। भगवंत मान की शादी इंद्रप्रीत कौर से हुई थी। लेकिन दोनों का विवाह ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया। 2015 में दोनों के बीच तलाक हो गया। पहली पत्नी दो बच्चे के साथ अमेरिका में रहती हैं।