मणिपुर में दो महिलाओं को सरेआम निर्वस्त्र करके घुमाने वाली घटना ने पूरे देश को शर्मसार किया था। देश सदमे से उबरता इससे पहले पश्चिम बंगाल में भी कुछ इसी तरह की घटना हो गई। जहां दो आदिवासी महिलाओं को नग्न कर उन्हे चप्पलों से पीटा गया और बाल पकड़कर सरेराह घसीटा गया। इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर आक्रोष देखा जा सकता है। लोग पूछ रहे है कि विवाद का कारण राजनैतिक हो या समाजिक लेकिन महिलाओं को गुस्सा निकालने का टूल क्या बनाया जा रहा है।
मालदा की घटना ने चौंकाया
अभी तक मणिपुर में हो रही दरिंदगी की तरफ ही लोगों का ध्यान था लेकिन पश्चिम बंगाल के मालदा की इस घटना ने हैरत में डाल दिया है। यहां अब तक दो महिलाओं के साथ इस तरह की घटना होने की खबर सामने आई है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जहां महिलाओं की भीड़ दो महिलाओं को पकड़े हुए हुए हैं कोई उसके बाल पकड़कर खींच रहा है तो कोई कपड़े फाड़ रहा है। कोई चप्पलों से पिटाई कर रहा है। हालांकि इस मामले पर बंगाल पुलिस ने अभी तक कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी है।
पुलिस के सामने हुई पिटाई
सर्वाधिक दुखद और शर्मनाक बात ये है जब यह सबकुछ हुआ तो पुलिस सामने ही मूकदर्शक बनी खड़ी रही। भाजपा आईटी सेल के अमित मालवीय के मुताबिक मालदा के बामनगोला पुलिस स्टेशन के पाकुआ हाट इलाके में यह घटना हुई है। दोनों पीड़ित महिलाएं आदिवासी है। मालवीय का आरोप है कि जब उनकी पिटाई हो रही थी और कपड़े फाड़े जा रहे थे तब पुलिस वहां मूकदर्शक बनी हुई खड़ी थी।
कहते कहते रो पड़ीं सांसद चटर्जी
बीते 8 जुलाई को पंचायत चुनाव के दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं ने एक भाजपा की महिला उम्मीदवार के साथ यौन उत्पीडन किया गया था। यह घटना बताते बताते भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी बिलख बिलख कर रोने लगीं। उन्होंने बतया कि यह घटना हावड़ा जिले के दक्षिण पंचला इलाके में हुई थी। जिसकी शिकायत पुलिस थाने में की गई। पीड़िता ने एफआईआर में लिखवाया है कि टीएमसी उम्मीदवार हिमंत रॉय ने अन्य लोगों के साथ मिलकर मतदान केंद्र पर महिला के साथ पहले मारपीट की फिर कुछ लोंगों ने साड़ी फाड़ी। महिला का आरोप है कि कि उसे नग्न होने के लिए मजबूर किया और सरआम छोड़छाड़ की।