फिर जल उठा मणिपुर! सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की 50 कंपनियां संभालेंगी मोर्चा
निशाने पर मंत्री और विधायकों के आवास…आखिर क्यों भड़की मणिपुर में हिंसा…!
मणिपुर हिंसा एक बार फिर भड़क उठी है। यहां हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। उग्र भीड़ ने लगतार दूसरे दिन तांडव मचाया। चार विधायकों के घर फूंक दिए गये। इनमें बीजेपी के एक मंत्री सहित तीन विधायक शामिल हैं। मणिपुर में प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह के पैतृक आवास पर को भी धावा बोलकर छति पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाबलों की सतर्क के आगे उनके प्रयास को विफल हो गये।
मणिपुर में हिंसा की आग बेगुनाहों को अपनी जद में ले रही है। इसे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उक दिन पहले राज्य की सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक की। सूत्रों की माने तो उच्च स्तरीय इस बैठक में मणिपुर के हालात को देखते हुए तत्काल प्रभाव से 50 अतिरिक्त कंपनियां भेजने का फैसला किया गया है।
- अमित शाह ने की सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक
- गृहमंत्रालय ने 50 अतिरिक्त कंपनियों को भेजा
- मणिपुर में 2 दिन इंटरनेट बैन
- 7 जिलों में अगले 2 दिन इंटरनेट बैन
- स्कूल-कॉलेज भी किये गये बंद
- उपद्रवियों के निशाने पर मंत्री और विधायकों के आवास
रविवार को इंफाल घाटी में शामिल सभी पांच जिलों में स्थिति तनावपूर्ण ही रही। इन जिलों में प्रशासन की ओर से कर्फ्यू जारी है। सात जिलों में इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद कर दी गईं। पुलिस की ओर से तोड़फोड़ और आगजनी में शामिल 23 लोगों से अधिक को गिरफ्तार किया गया है। जिनके कब्जे से एक 32 पिस्तौल के साथ आठ मोबाइल बरामद किए गए।
बता दें मणिपुर में राहत शिविर से लापता महिलाओं और बच्चों के शव मिले थे। इसके बाद ही वहां हिंसा भड़क उठी। उग्र भीड़ ने तीन मंत्रियों के साथ ही मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के दामाद समेत आधा दर्जन विधायकों के घर में तोड़फोड़ की उनमें आगजनी के अलावा दो चर्च और तीन घरों को भी आग में फूंक दिया गया।
लापता महिला और बच्चों के शव मिलने से फैली हिंसा
बता देंं लापता महिला और बच्चों की हत्या उग्रवादियों ने की है। इसके दूसरे दिन सोमवार को सीआरपीएफ के साथ मुठभेड़ में दस कुकी उग्रवादियों को मार गिराया था।उग्रवादियों के हमले के बाद से ही बुजुर्ग महिला के साथ उसकी दो बेटियां तीन नाबालिग पोते और पोतियों की तलाश पूरी नहीं हो सकी। अधिकारियों का कहना है गुस्साई भीड़ ने निंगथौखोंग में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोविंददास कोंथौजम के साथ लंगमेइदोंग बाजार में भी हंगामा किया। यहां बीजेपी विधायक वाई. राधेश्याम, थौबल जिले में बीजेपी विधायक पोनम ब्रोजेन के साथ इंफाल पूर्वी जिले में रहने वाले कांग्रेस विधायक टी.लोकेश्वर के घर आग के हवाले कर दिये। इस दौरान भीड़ की ओर से जमकर तोड़फोड़ भी की गई।हालांकि इस हमले के समय विधायक और उनके परिजन घर पर नहीं थे।