क्या मणिपुर मुद्दा विपक्ष को एकजुट करने में मील का पत्थर बनेगा ?

राज्यसभा से आप के सांसद निलंबित,समर्थन में उतरे विपक्षी दल

इन दिनों संसद से लेकर सड़क तक मणिपुर हिंसा का मामला गर्माया हुआ है। विपक्षी दल लगातार सरकार पर निशाना साध रहे हैं। उनका गुस्सा इतना ज्यादा है कि संसद का मानसून सत्र भी नहीं चल पा रहा है। यही हाल राज्यसभा के है, जहां विपक्ष लगातार केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश कर रहा है। अपनी बात रखते रखते कई बार संसदीय मर्यादा के उल्लंघन के आरोप लग जाते हैं। कुछ इसी तरह का मामला राज्यसभा में देखा गया जिसके चलते राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। अब इस मुद्दे पर विपक्ष एक जुट हो रहा है।

संजय सिंह निलंबित

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के निलंबन को लेकर विपक्षी दल एकजुट होते दिखाई दे रहे हैं। इसकी वजह ये है कि राज्यसभा में ​मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्षी नेता हंगामा और शोरशराबा कर रहे थे। हंगामा इतना ज्यादा था कि एक दूसरे की बात सुनाई नहीं दे रही थी। इसको लेकर सभापति जगदीप धनखड़ ने कई बार माहौल को शांत करने की कोशिश की। लेकिन किसी भी सदस्य पर कोई असर नहीं हुआ। हंगामे से नाराज सभापति जगदीप धनखड़ ने आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह को पूरे मानसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया। इसके साथ उन्होंने राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थिगित कर दी।

न्यायालय जाएगी आप पार्टी

आप सांसद संजय सिंह के निलंबन के बाद पार्टी में हलचल शुरु हो गई। थोड़ी ही देर में दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने संजय सिंह के निलंबन के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बता दिया। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस मामले पर आम आदमी पार्टी कानून के जानकारों पर राय ले रही है और बहुत जल्द न्यायालय का रुख किया जाएगा।

एकजुट होने लगे विपक्षी दल

निलंबन को लेकर विपक्षी दलों में काफी नाराजगी बढ़ी है। इस मामले पर विपक्षी दलों ने बैठक कर आगे की रणनीति पर चर्चा की है। साथ ही सभापति से मुलाकात कर उन्होंने अपनी बात रखी है। यहां आपको बता दें कि वैसे भी विपक्ष एकजुट होने के लिए आए दिन बैठकें और मेल मुलाकातों का दौर चल रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि यदि ऐसे ही एक एक विपक्षी दलों के सदस्यों का कार्रवाई होती रही तो इनका गुस्सा विपक्ष को एकजुट करने में मील का पत्थर सावित हो सकता है।

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