लगभग तीन महीने से मणिपुर में हिंसा जारी है। आगजनी,लूट,हत्या और दुष्कर्म जैसे घिनौने और शर्मसार कर देने वाले कुकर्म यहां हो रहे हैं। तमाम प्रयासों के बाद भी यहां शांति बहाली नहीं हो पा रही है। यदि पूरे घटनाक्रम को देखें तो पूरा सिस्टम इन उपद्रवियों के सामने बौना दिखाई दे रहा है।
दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाया
मणिपुर हिंसा के बीच कुछ राक्षसों ने दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके सरेआम घुमाया और दुष्कर्म किया। ये राक्षक अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर हैं। इस घटना का एक दुखद पहलू यह भी है कि पीड़ित महिला का भाई जब इन्हे बचाने के लिए आगे आया तो इन नरपिशाचों ने उसकी हत्या कर दी। घटना बीते 4 मई की इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले की है। बुधवार को जब इस तरह का वीडियो वायरल हुआ तब हड़कंप मचना शुरु हो गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा नहीं तो हम ही कुछ करेंगे
देश के शीर्षस्थ न्यायालय ने मणिपुर की इस घटना को गंभीरता से लिया है। कोर्ट ने मणिपुर सरकार से पूछा है कि अपराधियों पर कार्रवाई के लिए क्या कदम उठाए गए है। सीजेआई ने इस घटना को संविधान का सबसे घृणित अपमान बताते हुए कहा कि महिलाओं का एक औजार की तरह इस्तेमाल कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। कोर्ट ने कहा कि हम सरकार को अभी थोड़ा वक्त देते हैं यदि कोई पुख्ता कदम नहीं उठाए गए तो फिर हम इस मामले पर कदम उठाएंगे। इस मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को की जाएगी।
पीएम मोदी बोले गुनाहगारों को नहीं छोड़ेंगे
संसद का मानसून सत्र प्रारंभ होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को शर्मसार कर देने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं दूसरे देशों में भी भारत को नीचा दिखाती हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी गुनाहगार को बख्शा नहीं जाएगा। मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ वो देश के 140 करोड़ लोगों को शर्मसार कर देने वाला है।
मौत की सजा दिलाएंगे:सीएम बीरेन
वहीं मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने दावा करते हुए कहा कि आरोपियों को हर हाल में फांसी के फंदे तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस को सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। पुलिस ने किडनैपिंग, गैंगरेप और हत्या का मामला दर्जकर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया हैै।