Mainpuri Election 2022:जानें-मैनपुरी में इतिहास रचने वाली-डिंपल यादव की कहानी

Akhilesh yadav- Dimple yadav

 

समाजवादी पार्टी प्रत्याशी डिंपल यादव ने मैनपुरी सीट जीत ली है। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी को लगभग तीन लाख वोटों से हराया। मैनपुरी सीट से जीतने वाली डिंपल पहली महिला सांसद है। इससे पहले मैनपुरी सीट से कोई महिला सांसद नहीं बनी। मैनपुरी सीट पर अब डिंपल अपने ससुर मुलायम सिंह यादव की राजनैतिक विरासत सम्हाल रहीं है।

फौजी के बेटी हैं डिंपल

डिंपल यादव के पिता फौजी है। डिंपल का जन्म अल्मोड़ा जिले में हुआ था। डिंपल का जन्म 1978 में हुआ और वो तीन बहनों में मंझली हैं।फौजी पिता की पोस्टिंग जहां जहां हुई वहां डिंपल ने स्कूल शिक्षा प्राप्त की। डिंपल ने अपना ग्रेजुएशन लखनऊ यूनिवर्सिटी से किया।

लखनऊ यूनिवर्सिटी में अखिलेश और डिंपल मिले

अखिलेश और डिंपल की मुलाकात लखनऊ यूनिवर्सिटी में हुई। दोनों की मुलाकात किसी कॉमन दोस्त के जरिए हुई। दोनों की मुलाकात दोस्ती में बदली औऱ प्यार हुआ। अखिलेश के जीवन पर सुनीता अरूण की किताब में इन बातों का जिक्र किया गया है।  किताब के मुताबिक अखिलेश और डिंपल दोस्त से मिलने के बहाने खुद मिला करते थे और फिर प्यार परवान चढ़ा। डिंपल और अखिलेश की शादी के खिलाफ में मुलायम सिंह यादव लेकिन अखिलेश के दादी को मनाया और डिंपल से ब्याह रचाया।

डिंपल ने 2009 में राजनीति शुरू की

डिंपल ने 2009 में राजनीति के मैदान में शुरूआत की। 2009 मे डिंपल कन्नौज से सांसद प्रत्याशी बनीं और चुनाव हार गईं। 2012 में जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनें  उनकी सीट पर फिर डिंपल यादव ने चुनाव लड़ा औऱ जीतीं। 2014 में डिंपल यादव फिर सांसद बनी लेकिन 2019 में उनको कन्नौज से फिर हार का सामना करना पड़ा। अब डिंपल अपने ससुर मुलायम सिंह यादव की राजनैतिक विरासत को सम्हालेंगी। डिपंल का डंका ऐसा बजा की उन्होंने रिकार्ड तोड़ मतों से जीत हासिल की है। राजनीति की ये युवा जोड़ी अब फिर सुर्खियों में है और हो भी क्यों न पति अखिलेश यादव उत्तरप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष हैं तो डिंपल मैनपुरी की सांसद।

 

 

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