महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता छगन भुजबल को देवेन्द्र फणनवीस सरकार कैबिनेट में शामिल किए जाने पर शिवसेना (यूबीटी) ने तंज कसा है। भाजपा और शिवसेना की आलोचना करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिन्होंने अतीत में उनकी कड़ी आलोचना की थी, क्या वे अब अपनी आलोचना निगलेंगे। उनके साथ कैबिनेट में भी बैठना होगा।
- राकांपा के छगन भुजबल बने कैबिनेट मंत्री
- शिवसेना (यूबीटी) ने कसा तंज
- भाजपा और शिवसेना की जमकर की आलोचना
- उद्धव ठाकरे ने साधा एकनाथ शिंदे पर निशाना
उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘कभी महाराष्ट्र की पहचान के लिए लड़ने वाले भुजबल को कारावास का सामना करना पड़ा। भुजबल ने बड़े उत्साह के साथ मराठी लोगों के मुद्दे उठाए थे। इसे ही त्रासदी कहा जा सकता है। कैबिनेट में भुजबल का प्रवेश न केवल उनके लिए बल्कि कई अन्य लोगों के लिए एक त्रासदी थी। फडणवीस, एकनाथ मिंडे (शिंदे) की भुजबल के साथ राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता थी। उन्होंने मंत्रिमंडल में भुजबल के प्रवेश का खुलकर विरोध किया था। हालांकि भुजबल को मंत्री पद मिल गया है और अब उनके (फडणवीस और शिंदे) पास उनके साथ बैठने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
बता दें शिवसेना (यूबीटी) की ओर से अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में टिप्पणी की है। जिसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के जीवन में एक बहुत ही कठिन क्षण आया है। उन्हें अपनी पार्टी प्रमुख अमित शाह के दरवाजे पर जाना चाहिए और इसके बारे में शिकायत करनी चाहिए। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने छगन भुजबल को कैबिनेट में शामिल किया है। एकनाथ शिंदे को अब से भुजबल की गोद में बैठना होगा।
शिवसेना(यूबीटी) ने उपमुख्यमंत्री शिंदे को याद दिलाया है कि वे पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से सवाल करते थे कि जब वह भुजबल के साथ कैबिनेट की बैठकें साझा कर रहे थे, तो उन्हें चोट क्यों नहीं पहुंची। जिन्होंने हिंदू हृदय सम्राट शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे को गिरफ्तार किया था। वे (उद्धव ठाकरे) इस बारे में शर्मिंदा कैसे नहीं हैं?।…प्रकाश कुमार पांडेय