महाराष्ट्र की मुंबई नॉर्थ सेंट्रल लोकसभा सीट को हाई प्रोफाइल सीटों में शामिल किया जाता है। यहां से पिछली बार 2019 में बीजेपी ने प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन को टिकट दिया था जो बड़े अंतर से चुनाव जीत कर संसद पहुंचीं थी। लेकिन इस बार बीजेपी ने उनका टिकट काट दिया है। उनके स्थान पर भाजपा ने प्रसिद्ध वकील उज्ज्वल निगम को टिकट देकर मैदान में उतारा है। बता दे उज्जवल निगम 26\11 मुंबई आतंकी हमला मामले में सरकारी वकील थे। उज्जवल निगम की ही पैरवी पर कोर्ट ने पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब को फांसी की सजा सुनाई थी।
- महाराष्ट्र की हाई प्रोफाइल सीट है मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट
- 2004 में कांग्रेस के एकनाथ गायकवाड ने चुनाव जीता था
- फिर सुर्खियों में मुंबई नॉर्थ से लोकसभा सीट
- बीजेपी से वकील उज्जवल निकम प्रत्याशी घोषित
- बीजेपी ने काटा मौजूदा सांसद पूनम महाजन का टिकट
- पूनम की जगह बीजेपी ने उज्जवल निकम को दिया टिकट
- उज्ज्वल निकम 26/11 मुंबई आतंकी हमला मामले में थे सरकारी वकील
- उज्ज्वल निकम ने दिलाई थी आतंकी अजमल कसाब को फांसी की सजा
- उज्जवल निगम को किया जा चुका है पद्मश्री से भी सम्मानित
प्रिया दत्त एक बार जीतीं-दो बार हारी
मुंबई सेंट्रल नॉर्थ लोकसभा सीट की बात करें तो यह हाई प्रोफाइल सीट 2004 में कांग्रेस के पास थी। उस समय 2004 में कांग्रेस के एकनाथ गायकवाड़ चुनाव जीत कर लोकसभा पहुंचे थे। इसके 5 साल बाद 2009 में कांग्रेस ने मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट से प्रसिद्ध अभिनेता सुनील दत्त की बेटी प्रिया दत्त को टिकट दिया। प्रिया दत्त ने भी इस सीट पर बड़े अंतर से जीत दर्ज की थी। 2014 के चुनाव में बीजेपी ने अपनी रणनीति बदलते हुए प्रिया दत्त के खिलाफ प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन को टिकट देकर चुनाव में उतारा। उस समय दो दिग्गज यानी अभिनेता सुनील दत्त और राजनीति के मजे हुए नेता प्रमोद भजन की बेटियों के बीच जंग मानी गई। उस जंग में पूनम महाजन ने बड़े अंतर से मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट को भाजपा के लिए जीता था। साल 2019 के चुनाव में एक बार फिर प्रिया दत्त और पूनम महाजन के बीच आमने सामने की टक्कर हुई। जिसमें पूनम महाजन ने फिर से जीत दर्ज की। लेकिन इस बार 2024 के चुनाव में दोनों ही पाटिंयों कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं। बीजेपी ने जहां आतंकी अजमल कसाब को फांसी की सजा दिलाने वाले सरकारी वकील उज्ज्वल निकम पर भरोसा जताया है तो वहीं कांग्रेस ने इस सीट पर वर्षा एकनाथ गायकवाड़ को टिकट दिया है।
महाराष्ट्र की सबसे चुनावी घमासान वाली सीट
मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट महाराष्ट्र की सबसे चुनावी घमासान वाली सीट मानी जाती है इस क्षेत्र में विले परले चांदी वाली कालीन कुर्ला बांद्रा पश्चिम विधानसभा सीट आती है यह सभी विधानसभा सिम मुंबई उपनगर जिले में शामिल है विले परले मशहूर बिस्कुट पारले-जी की पहली फैक्ट्री यहीं पर लगी थी मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा क्षेत्र में शामिल बांद्रा और कुर्ला की अपनी अलग अलग पहचान कायम है यह देश का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है यह क्षेत्र पुत्र गाली और ब्रिटिश साम्राज्य के कब्जे में रहा है इस क्षेत्र में पत्थर की खदान है तो बांद्रा को उपन्यावरों की रानी भी कहा जाता है। यहां बड़े-बड़े चर्च हैं जो मशहूर हैं। मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस ने सात बार चुनाव जीत 1992 में पहले चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस ने नारायण शादाब काजोलकर को चुनाव मैदान में उतरा जो जीते। 1957 में यह सीट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के खाते में चली गई। 1962 में फिर से यहां कांग्रेस ने जीत दर्ज की।
2014 में चला मोदी मैजिक
मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट पर 2014 से मोदी मैजिक कायम है। 2014 में बीजेपी ने इस सीट पर पूनम महाजन चुनाव मैदान में उतारा था जिन्होंने करीब चार लाख 78535 वोटों से चुनाव में जीत दर्ज की थी। उस समय पूनम महाजन के सामने प्रसिद्ध कलाकार सुनील दत्त की बेटी प्रिया दत्त चुनाव मैदान में थीं। प्रिया दत्त को करीब 2 लाख 91764 वोट मिले थे। 2014 के चुनाव में प्रिया दत्त को 1 लाख 86771 वोटो से करारी हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद 2019 में दोनों की टक्कर हुई। भाजपा ने पूनम महाजन तो कांग्रेस ने प्रिया दत्त को फिर से चुनाव मैदान में उतारा था लेकिन 2019 के चुनाव में भी बीजेपी की पूनम महाजन जीतने में सफल रहीं। उन्होंने कांग्रेस की प्रिया दत्त को करीब 1 लाख 30000 वोट के बड़े अंतर से चुनाव जीता।
निकम पैरवी पर मिली थी आतंकी अजमल को फांसी की सजा
मुंबई के ताज होटल और नरीमन पॉइंट पर आतकी हमला हुआ था। 26 11 यानी मुंबई के ताज होटल और नरीमन पॉइंट पर आतंकवादी हमला हुआ था। उस समय कई निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। इसके साथ ही कई पुलिसकर्मी भी आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे। इस मामले में पुलिस ने एक आतंकवादी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा था। जिसे फांसी की सजा दिलाने में वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम ने अपनी प्रमुख भूमिका निभाई थी। उस समय में निकम सरकारी वकील थे। बता दे उज्जवल निगम को पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है।
कांग्रेस को भारी पड़ सकती है मस्लिमों की नाराजगी
यहां कांग्रेस में फुट भी नजर आ रही है। कांग्रेस नेता मोहम्मद आरिफ नसीम खान मुंबई नॉर्थ सेंट्रल लोकसभा सीट से दावेदारी कर रहे थे। टिकट न मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई है। नसीम ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन को पत्र भी लिखा है। जिसमें उन्होंने कहा है कि वे लोकसभा चुनाव में प्रचार नहीं करेंगे और प्रचार समिति से भी उन्होंने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी में कोई भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं है। इसलिए वे इस्तीफा दे रहे हैं। महाराष्ट्र की 48 सीटों पर 21, 17 और 11 का फार्मूला अपनाया गया है। शिवसेना यूटीबी के खाते में सबसे ज्यादा 21 सीट आईं हैं तो वहीं कांग्रेस के खाते में 17 सीट आई है। शरद पवार वाली एनसीपी को 11 सीट मिली है। ऐसे में नसीम खान ने कहा कि महाराष्ट्र की 48 सीटों में से एक सीट पर भी किसी मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतरा। उन्हें कांग्रेस से उम्मीद थी कि कांग्रेस मुस्लिम संगठन के नेता और कार्यकर्ता को टिकट देगी लेकिन ऐसा नहीं किया किया गया।