महाराष्ट्र—झारखंड विधानसभा चुनाव 2024: प्रचार थमने से पहले क्यों हुई जहरीली सियासत!

Maharashtra Jharkhand Assembly Election 2024 campaign ends poisonous politics

महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव का प्रचार 18 नवंबर की शाम पांच बजे थम गया। लेकिन प्रचार थमने से पहले महाराष्ट्र की सियासी फिजा जहरिली हो गई। दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान को लेकर सियासत गरमा गई है। जिसमें खरगे ने बीजेपी को जहरीले सांप की संज्ञा देते हुए उसे मारने की बात कही थी। कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के इस बयान को बीजेपी भड़काऊ बयान बताते हुए इलेक्शन कमीशन से एक्शन लेने की मांग की है।

नेताओं के बोल अगर सभ्य हैं तो सराहना होनी चाहिए लेकिन आजकल की राजनीति सराहने लायक नहीं बची है। छुटभैय्या नेताओं को छोड़ दे तो बड़े-बड़े नेता राजनीति में जहर घोलने में लगे हैं। उनकी भाषा ऐसी निकलने लगी है, जिसकी उम्मीद नहीं की जा सकती। कुछ ऐसी ही भाषा का प्रयोग किया है कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने। महाराष्ट्र के सांगली में चुनाव प्रचार के दौरान रविवार को जहरीले बोल बोले। खड़गे अपनी राजनीतिक मर्यादा को भूलते हुए बीजेपी और आरएसएस को जहरीला सांप बताया है। जिस पर बीजेपी ने आपत्ति जताई।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने रविवार को भाजपा और RSS की तुलना जहरीले सांप से की है। उन्होंने सांगली में चुनाव प्रचार के दौरान कहा- अगर भारत में राजनीतिक रूप से सबसे ज्यादा खतरनाक कोई चीज है तो वो है भाजपा और RSS। वे जहर की तरह हैं। अगर किसी को सांप काटता है, तो उस व्यक्ति की मौत हो जाती है। ऐसे जहरीले सांप को मार देना चाहिए। खड़गे के बयान पर बीजेपी ने आपत्ति जताई है। बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा खड़गे का बयान भड़काऊ है। चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। चुनाव आयोग को इसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। कांग्रेस-MVA सरकार सत्ता में आती है, तो उनका समर्थन न करने वाले लोगों की जान को खतरा होगा।

(प्रकाश कुमार पांडेय)

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