जानें 30 दिन में 3 मीटिंग.. संघ के साथ बैठक कर किसका खेल खराब करेंगे फडणवीस?

Maharashtra BJP leader Deputy CM Devendra Fadnavis RSS officials meeting

महाराष्ट्र बीजेपी के वरिष्ठ नेता और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने आरएसएस पदाधिकारियों के साथ पिछले 30 दिन में तीन बैठकों की है। इन बैठकों के बाद फडणवीस का कद बढ़ गया है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग से लेकर पार्टी में टिकट बंटवारे तक का काम देवेंद्र फडणवीस के ही जिम्मे होगा। ऐसे में अब चर्चा तेज हो गई है कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले देवन्द्र फडणवीस के मजबूत होने से राज्य सियासत में किस नेता का खेल बिगड़ने वाला है।?

दरअसल लोकसभा चुनाव 2024 के बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस राजनीति तौर पर एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं। पिछले तीस दिन में फडणवीस ने संघ पदाधिकारियों के साथ तीन मीटिंग की। यानी हर दस दिन में एक बैठक की है। फडणवीस और संघ पदाधिकारियों के बीच आखिरी बैठक शनिवार 10 अगस्त को नागपुर में संपन्न हुई। कहा जा रहा है कि इस आखरी बैठक में संघ सरकार्यवाह अरुण कुमार भी दूसरे पदाधिकारियों के साथ मौजूद थे। संघ पदाधिकारियों के साथ महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की तीन बड़ी बैठकों ने राज्य की सियासत में नया सस्पेंस क्रिएट कर दिया है।

माना जा रहा है कि बैठकों के बाद देवेन्द्र फडणवीस का ​पार्टी में सियासी कद बढ़ना है। बीजेपी की ओर से यह घोषणा की गई है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग से लेकर बीजेपी में चुनावी टिकट बंटवारे तक का काम अब देवेंद्र फडणवीस के ही जिम्मे होगा। महाराष्ट्र की सियासत में चर्चा तो यह भी है कि देवेन्द्र फडणवीस के राजनीतिक रूप से ताकतवर होने से महाराष्ट्र की सियासत में अब किसका सियासी खेल बिगड़ सकता है?

पहला नाम अजित पवार के नाम की?

महाराष्ट्र सरकार में डिप्टी सीएम और महाराष्ट्र में एनडीए के हिस्सेदार अजित पवार को लेकर चर्चा हो रही है। लोकसभा चुनाव के बाद से ही अजित पवार को लेकर सियासी अटकलें तेज हो गईं हैं। कहा जा रहा है कि एनडीए में अजित की भूमिका से संघ काफी नाराज हैं। ऐसे में संघ के साथ मीटिंग में इसको लेकर चर्चा की गई है। वहीं विदर्भ क्षेत्र के संघ पदाधिकारियों के साथ डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस की बैठक में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठा गया। हालांकि अब कहा जा रहा है कि मीटिंग में फडणवीस ने अजित की तरफदारी ही की है। लेकिन अब सभी की नजरं सीट शेयरिंग पर टिकी हैं। बता दें महाराष्ट्र साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में एनडीए के बीच सीट बंटवारा अगस्त के अंत तक होने की उम्मीद है। सीट शेयरिंग को लेकर कमान बीजेपी की तरफ से फडणवीस को ही दी गई है। ऐसे में सभी की नजरें सीट शेयरिंग की फाइनल डील पर है।

अजित के साथ सीट शेयरिंग थोड़ी मुश्किल!

एनसीपी प्रमुख अजित पवार इस बार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बड़ा दांव लगाना चाहते हैं। उनकी पार्टी की दावेदारी विधानसभा की करीब सौ सीट पर है। वहीं अजित यह भी कहते हैं कि मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र के क्षेत्रों में उनकी पार्टी एनसीपी मजबूत स्थिति है। बता दें मौजूदा दौर में अजित पवार के पास उनकी पार्टी के 42 विधायक हैं।

संगठन में फडणवीस…नेताओं में उत्तराधिकारी की चाहत

लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बीजेपी को उतनी सफलता नहीं मिली जितनी उसे थी। ऐसे में हार के बाद नौतिक जिम्मेदारी लेते हुए देवेंद्र फडणवीस ने स्वयं इस्तीफा दे दिया था। हालांकि उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ। फडणवीस चाहते हैं कि संगठन में काम करें। ऐसे में फडणवीस के इस्तीफे के बाद से ही बीजेपी में उनके उत्तराधिकारी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। मुंबई से लेकर दिल्ली तक कई नाम फडणवीस के उत्तराधिकारी के तौर पर चलते। अब जिस तरीके से संघ पदाधिकारियों के साथ फडणवीस बैठक कर रहे हैं, ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि उनकी कुर्सी सुरक्षित है।

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