महाराष्ट्र विधानसभा में समाजवादी पार्टी के एमएलए अबू आजमी को औरंगजेब को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान के चलते पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया है। आज बुधवार 5 मार्च को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल की ओर से उनके निलंबन का प्रस्ताव पेश किया गया था।
- अबू आजमी ने की थी औरंगजेब की तारीफ
- औरंगजेब की तारीफ करना पड़ गया भारी
- महाराष्ट्र विधानसभा से सस्पेंड हुए सपा विधायक आजमी
- बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही के दौरान बड़ा कदम
- संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने पेश किया था प्रस्ताव
- सपा विधायक अबू आजमी के खिलाफ निलंबन का प्रस्ताव
- प्रस्ताव पारित,विधानसभा से सस्पेंड हुए सपा विधायक
भाजपा विधायक सुधीर मुंगंटीवार की ओर से इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा गया है कि अबू आजमी को केवल एक या दो सत्रों के लिए नहीं, बल्कि उन्हें तो विधायक पद से ही निलंबित कर दिया जाना चाहिए। भाजपा विधायक ने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज की पूजा की जाती है। हम ऐसे लोगों को आसानी से कैसे छोड़ सकते हैं जो उनका अपमान करें।
बता दें क्या कहा था अबू आजमी ने?
दरअसल सपा के विधायक अबू आज़मी ने फिल्म ‘छावा’ को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। यह फिल्म मराठा नायक छत्रपति संभाजी महाराज पर आधारित बताई जाती है। सपा विधायक आजमी ने फिल्म छावा में ऐतिहासिक घटनाओं के चित्रण की जमकर आलोचना की और कहा अपने जमाने में औरंगजेब एक अच्छा प्रशासक था।
इतना ही नहीं आजमी ने यह भी कहा था कि फिल्म “‘छावा’में गलत तरीके से इतिहास दिखाया जा रहा है। औरंगजेब की ओर से कई मंदिरों का निर्माण किया गया था। उन्हें नहीं लगता कि वे एक क्रूर शासक थे। इसके साथ ही आजमी ने यह भी दावा किया कि औरंगजेब के शासनकाल में ही भारत को सोने की चिड़ियां कहा जाता था।