महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में बंपर जीत के बाद महायुति गठबंधन में अब सीएम पद को लेकर सियासी चर्चा गरम गई है। बीजेपी की ओर से जहां देवेंद्र फडणवीस का नाम सामने आ रहा है तो वहीं शिवसेना से एकनाथ शिंदे के नाम की चर्चा जोरों पर है। हालांकि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जिस तरह से बीजेपी ने नए चेहरे को सीएम बनाया है उसे देखते हुए माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में भी बीजेपी नया नाम दे सकती है।
- महाराष्ट्र कौन होगा नया मुख्यमंत्री
- महायुति के तीनों दलों की साझा बैठक
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तरह महाराष्ट्र में भी बीजेपी ने चुनाव लड़ने के लिए किसी चेहरे को आगे नहीं किया था। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह बार बार यह कहते रहे की चुनाव के बाद चेहरा भी सामने आ जाएगा। अब जबकि महाराष्ट्र में महायुति को प्रचंड बहुमत मिला है, जिसमें बीजेपी की संख्या सबसे अधिक है, ऐस में राज्य में नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
दरअसल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तरह महाराष्ट्र में भी विकल्प को लेकर कोई संकट नहीं है। बीजेपी और शिवसेना की ओर से ‘हिट’ या कहें कि चर्चित चेहरे देवेन्द्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे के रुप में पहले से सामने हैं लेकिन पार्टी आलाकमान की नजरें अब नए चेहरे को तलाश रही हैं। ऐसा चेहरा जो न सिर्फ इस बड़े राज्य को सक्षम नेतृत्व दे सकें, बल्कि गठबंधन के दृष्टिकोण से भी प्रत्येक समीकरण में ‘फिट’ बैठता हों।
जानें क्या एमपी छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तरह बीजेपी तलाश रही महाराष्ट्र में नया चेहरा…!बीजेपी नेता की माने तो पार्टी बिहार के पैटर्न को भी बीजेपी अपना सकती है। जहां विधानसभा में बीजेपी की सीटें अधिक होने के बाद भी नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री बनाया था।
महायुति के तीनों धड़ों की बैठक आज
एक दिन पहले आए नतीजों के बाद महायुति के तीनों धड़े के नेता एक-दूसरे को मिठाई खिलाते नजर आ रहे थे। गठबंधन को मिली जीत की बधाई सभी ने दी। बाद में फडणवीस की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा गया कि हम तीनों दल एक साथ बैठकर मुख्यमंत्री पद का चुनाव करेंगे।। इसी बीच बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े ने जोर देते हुए कहा कि आज रविवार को महाराष्ट्र का सीएम कौन होगा यह तय हो जाएगा।
26 नवंबर से पहले करना होगा सरकार का गठन…
महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल मतगणना के तीन दिन बाद 26 नवंबर को खत्म होने वाला है। इसके चलते शनिवार 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अब सरकार का गठन करने के लिए केवल 72 घंटे का समय ही महायुति गठबंधन को मिलेगा। मंगलवार 26 नवंबर तक किसी भी सूरत में सरकार का गठन जरुरी है।
(प्रकाश कुमार पांडेय)