अंतिम दौर में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का प्रचार…आज शाम थम जाएगा प्रचार को शोर…सियासी दलों की ताबड़तोड़ रैली और जनसभाएं

Maharashtra assembly election campaign now in final phase

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का प्रचार अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। यहां चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है। क्योंकि महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सियासी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। एमवीए महाविकास अघाड़ी का पूरा ध्यान महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के लोकल मैनेजमेंट पर केंद्रित है। इस समय एमवीए का स्थानीय प्रबंधन कार्ड बांट रहा है। इस बहाने मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। बता दें कि राज्य की सभी 288 सीटों पर बुधवार 20 नवंबर 2024 को होने वाले मतदान से दो दिन पहले सोमवार 18 नवंबर की शाम को प्रचार समाप्त हो जाएगा।

महाराष्ट्र में गठबंधन में कांग्रेस सबसे अधिक 102 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस की ओर से महाराष्ट्र में सामाजिक कल्याण गारंटी कार्ड वितरित करने में पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना जैसे पड़ोसी राज्यों के पार्टी कार्यकर्ताओं को शामिल किया था। कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया और राज्य के डिप्टी डीके शिव कुमार के साथ तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी सहित दो दक्षिणी राज्यों के वरिष्ठ नेताओं को एमवीए के पक्ष में वोट मांगने के लिए एआईसीसी की ओर से तैनात किया गया है। कांग्रेस को महाराष्ट्र के पश्चिमी हिस्सों से अपने उम्मीदवारों को अच्छी बढ़त मिलने की उम्मीद है। बता दें महाराष्ट्र के पश्चिमी हिस्से में विधानसभा की 72 सीटें हैं। जबकि विदर्भ क्षेत्र में विधानसभा की कुल 40 सीटें हैं।

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महायुति ने झोंकी पूरी ताकत

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव प्रचार के अतिम दिन से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य में कई रैलियां कीं। सीएम एकनाथ शिंदे ने नंदुरबार में चुनावी रैली की। जहां उन्होंने कहा किसानों और महिलाओं के लिए महायुति सरकार की योजनाओं से जनता बहुत खुश है। महायुति की सरकार एक बार फिर बनने जा रही है। वहीं कोल्हापुर और पुणे की चुनावी रैली में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी महाविकास अघाड़ी एमवीए पर बरसे। सीएम योगी ने कहा पूरा देश महाराष्ट्र का कृतज्ञ भाव से सम्मान करता है। यह वही महाराष्ट्र है जहां से हिंदवी स्वराज के संस्थापक और छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्वराज की स्थापना कैसे की जानी चाहिए, इसे दिखाया था।

(प्रकाश कुमार पांडेय)

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