Maharashtra assembly election 2024 : 288 सीटों पर मतदान जारी…जानें 5 सीट पर सियासी महामुकाबला, किस पर कौन भारी…यहां लगी है दांव पर दिग्गजों की साख
महाराष्ट्र विधानसभा की सभी 288 सीटों के लिए आज बुधवार 20 नवंबर को मतदान किया जा रहा है। सभी राजनीतिक अपने अपने मुकाबले की चाल और रणनीति तैयार कर चुके हैं। आज बारी मतदाताओं की है। राज्य में BJP और कांग्रेस दोना ही सबसे बड़ी पार्टी का खिताब जीतने के लिए चुनावी प्रतिस्पर्धा में आ गई हैं। जिनमें दोनों के संबंधित सहयोगी दल शिवसेना, शिवसेना (UBT), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी NCP और एनसीपी शरद पवार के योद्धा भी मैदान में हैं।
चुनाव का प्रचार थमने से पहले चुनाव अभियान के दौरान दोनों गठबंधन की ओर से जमकर प्रचार किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीजेपी के लिए ताबड़तोड़ रैलियां कीं तो वहीं कांग्रेस की ओर से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के कई राष्ट्रीय नेताओं ने अपने उम्मीदवारों के लिए वोट की गुहार मतदाताओं से की। इस विधानसभा चुनाव में राज्य की पांच सीटों पर कड़ा मुकाबला होनी की उम्मीद नजर आ रही है। विधानसभा चुनाव 2024 में सभी की नजरें इन पांच सीटों पर रहने है। इनमें वर्ली के साथ बारामती विधानसभा सीट भी शामिल है। ठाकरे और पवार परिवार के सदस्य दोनों आमने-सामनें हैं।
शिंदे की सीट कोपरी-पचपाखड़ी पर लगी मतदाताओं की लंंबी लाइन
ठाणे के कोपरी-पचपाखड़ी विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की लंबी लंबी लाइन नजर आ रही है। दरअसल यहां मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और केदार दिघे के बीच मुकाबला है। केदार उनके राजनीतिक गुरु दिवंगत शिवसेना नेता आनंद दिघे के भतीजे हैं। सीएम एकनाथ शिंदे ने अधिकांश मौकों पर आनंद दिघे को अपना राजनीतिक मार्गदर्शक के रूप में बताया। सीएम शिंदे ने राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक प्रसाद ओक की ओर से निर्देशित मराठी फिल्म धर्मवीर को भी फंड दिया था। यह फिल्म दिघे के जीवन पर आधारित है। विरासत के साथ एकनाथ शिंदे के करीबी संबंधों को भी इस फिल्म में दिखाया गया है।
वर्ली विधानसभा सीट पर मुकाबला हाई प्रोफाइल
मुंबई में वर्ली विधानसभा सीट पर हाई-प्रोफाइल मुकाबला है। यहां एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना की ओर से मिलिंद देवड़ा तो शिवसेना UBT के आदित्य ठाकरे मैदान में है तो महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना MNS नेता संदीप देशपांडे के बीच यहांत्रिकोणीय मुकाबला बन गया है। दक्षिण मुंबई की बात करें तो पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा मिडिल क्लास वोटर्स पर अपनी मजबूत पकड़ रखते हैं। वहीं शिवसेना UBT के आदित्य ठाकरे भी वर्ली से ही चुनावी ताल ठोक रहे हैं। पिछली बार 2019 में उन्होंने इस सीट से करीब 89 हजार से अधिक वोटों के साथ शानदार जीत दर्ज की थी। आदित्य ठाकरे ने कोविड-19 महामारी के दौरान हाथों-हाथ काम करने के लिए भी पहचान मिली थी। हालांकि इस सीट पर MNS का वोटर्स का आधार छोटा है, लेकिन संदीप देशपांडे यहां स्थानीय मुद्दों को लेकर खासकर बुनियादी ढांचे और आवास पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पहचाने जाते हैं। इसके अतिरिक्त उनकी डायरेक्ट पहुंच और काम ने देशपांडे को विशेष रूप से वर्ली के मराठी भाषी मतदाताओं में लोकप्रियता दिलाई है।
नागपुर साउथ वेस्ट विस सीट से मैदान में फडणवीस
महाराष्ट्र की नागपुर साउथ वेस्ट सीट से डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में फडणवीस की नजर चौथी बार अपने गढ़ को सुरक्षित करने लगी हुई पर है। वे साल 2009 से इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। लगातार तीन बार जीतते आए हैं। फडणवीस के सामने कांग्रेस के प्रफुल्ल गुडधे हैं। माना जा रहा है कि गुडध को बीजेपी से नाराज मतदाताओं और वर्तमान सरकार के प्रति असंतोष, महायुति सरकार की आर्थिक नीतियों से नाराजगी का फायदा मिल सकता है।
बारामती सीट पर पवार बनाम पवार
लोकसभा चुनाव 2024 के बाद बारामती सीट पर एक बार फिर पवार परिवार के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है। शरद पवार के पोते युगेंद्र पवार डिप्टी सीएम अजीत पवार के सामने चुनौती बने हुए हैं। एनसीपी शरद पवार की ओर से अपने पारंपरिक गढ़ में युगेन्द्र की उम्मीदवारी का समर्थन कर रही है। युगेंद्र ने शरद पवार की देखरेख में अपने राजनीतिक यात्रा प्रारंभ करने की तैयारी की है। वे इससे पहले सुप्रिया सुले के लोकसभा चुनाव अभियान का प्रबंधन संभाल चुके हैं। दूसरी ओर अजित पवार भी यहां पर निर्विवाद नेता माने जाते हैं। जिन्होंने साल 1991 से निरंतर 7 बार सीट हासिल की। साल 2019 में अजित पवार ने लकरीब 1.95 लाख वोट और 83.24 प्रतिशत वोट शेयर हासिल कर निर्णायक जीत दर्ज की थी।
वांद्रे ईस्ट सीट पर कड़ी टक्कर की उम्मीद
वांद्रे विधानसभा क्षेत्र में जारी मतदान में जीशान सिद्दीकी और वरुण सरदेसाई के बीच कड़ा मुकाबला नजर आ रहा है। जीशान सिद्दीकी के पास युवा वोटर्स के साथ मुस्लिम समुदाय का भी समर्थन का दावा किया जा रहा है। वे स्थानीय मुद्दों को जोरशोर से उठाने के लिए जाने जाते हैं।इसके अतिरिक्त महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के बाद उन्हें सहानुभूति वोट मिलने की भी उम्मीद जताई जा रही है। दूसरी तरफ इस सीट से उद्धव ठाकरे के भतीजे वरुण सरदेसाई भी मैदान में हैं। सरदेसाई साल 2022 में पार्टी विभाजन के वक्त शिवसेना UBT के साथ मजबूती से खड़े थे। वांद्रे ईस्ट में भी उनका काफी प्रभाव माना जाता है। सरदेसाई को शिवसेना के पारंपरिक मतदाताओं का समर्थन हासिल है