महाराष्ट्र के महापोलिटिकल ड्रामे का कब होगा THE END
महाराष्ट्र में लगातार राजनैतिक हालात बदल रहे है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्दव ठाकरे ने फेसबुक लाइव में एकनाथ शिंदे से खुद अपील की। उद्दव ने कहा कि वो मुबई आकर बात करे मैं मुक्यमंत्र पद छोड दूगा। लेकिन शिंदे का कोई जवाब नही आया। बदले में शिंदे ने विधायको की तस्वीरे और समर्थन की चिट्ठिया जारी कर दी । वही आज तीसरे दिन संकट को लेकर कोई बडा फैसला नही हो सका। हांलाकि राजनैतिक गलियारो में अलग अलग नेताओ के बयान आते रहे। इस बीत उद्दव के करीबी संजय राउत ने एकनाथ शिंदे को यहा तक आफर दे दिया कि मुंबई आओ हम महाअगाडी को छोड देगे। तो क्या सच में महाविकास अगाडी सरकार का गठबंधन टूट जाएगा। इस दौरान शिंदे के विधायको का ने दावा किया कि वो राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा पेश करेगे। स बीच एकनाथ सिदे के साथ विधायको की संख्या बढती जा रही है। अब तक 42 विधायक हो चुके है , इसके अलावा अब शिवसेना के सांसद भी एकनाथ शिंदे के समर्थन में आ गए हैं।
पूरे घटनाक्रम में कांग्रेस पडी अलग थलग
महाराषठ्र के महा पोलिटिकल ड्रामे में सबसे बडा सवाल है कि कांग्रेस का क्या होगा। क्योकि पूरे घटनाक्रम में कांग्रेस एकदम अलग दिखाई दे रही है। कांग्रेस का समर्थन को शिवसेना को है ।लेकिन पिछले तीन दिनो की उठापटक में कांग्रेस की तरफ से कोई बयानबाजी नही आई न ही कांग्रेस विधायको में कोई हलचल देखने को मिली। लेकिन कांग्रेस आलाकमान को टूट का डर सता रहा है।
कांग्रेस को सता रहा टूट का डर
महाराष्ट्र के ताजा राजनैतकि उठा पटक में कांग्रेस चुप है लेकिन कांग्रेस को कही न कही डर सता रहा है टूटने का। कांग्रेस आलाकमान के डर की खास वजह भी है दरअसल इससे पहले विधान परिषद के चुनावो में कांग्रेस के दो विधायको ने क्रास वोट किया। कांग्रेस विधायको के क्रास वोट के साथ आलाकमान को लगा कि कही कांग्रेस का कुनबा टूट न जाए। यही वजह रही है आलाकमान ने आनन फानन में मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ को मुंबई भेजा। राजनैतिक घटनाक्रमो के पूरे चौबीस घंटे बाद कमलनाथ मुंबई पहुचें विधायको की बैठक ली और इस बात को आलाकमान तक पहुंचाई । आलाकमान भी कमलनाथ के बैठक के बाद से निश्चित है कि पार्टी में सबकुठ ठीक ठाक है किसी तरह की टूट की आशंका नही। इसके बाद कमलनाथ वापस लौट आए ।
क्या होगा महाराष्ट्र के महापोलिटिकल ड्रामे को
THE END महाराष्ट्र में महाविकास अगाडी सरकार को लेकर तीन दिनो से कोई फैसला नही हुआ। कल अटकले थी कि उद्दव ठाकरे इस्तीफा दे देंगे। लेकिन ऐसा नही हुआ । दूसरे आप्शन जिसमें एकनाथ शिंदे गर्वनर को समर्थन की चिट्ठी भेजगे। हालाकि अब एकनाथ शिंदे का समर्थक विधायको का कहना है कि वो अब गर्वनर को अपनी चिट्टी भेज देगे। इस बीच एन सी पी के नेता चुप है कांग्रेस ने चुप्पी साध रखी है। वहीं शिवसेना के बचे नेता एकनाथ शिंदे और उनके समर्थको से वापसी की गुहार लगा रहे हैं।