अक्सर फिल्मों में आपको यह दृश्य दिखाई दिया होगा और डायलॉग भी सुनाई दिया होगा कि कुंभ में बिछड़ गये थे। अब इतने दिन बाद मिले हम हैं। हालांकि पुराने जमाने में कोई टेक्नोलॉजी नहीं थी। इस चलते कुंभ जैसे विराट आयोजन में बिछड़ने के बाद मिलना मुश्किल हो जाता था। लेकिन आधुनिक दौर में अब मोबाइल क्रांति आ गई है। ऐसे में उतनी ज्यादा संख्या में लोग कुंभ में बिछड़ते नहीं हैं।
- महाकुंभ में मेला प्रशासन की ओर से बनाए खोया पाया केंद्र
- महाकुंभ में लगा करोड़ों श्रद्धालुओं का मेला
- अपनों से बिछड़े लोगों को मिला रहा खोया पाया केन्द्र
प्रयागराज महाकुंभ की बात करें तो श्रद्धालुओं का तांता लगा है। खासकर ग्रामीण परिवेश से लोग स्नान करने गंगा के तट पर पहुंच रहे हैं। उनमें ऐसे लोगों की संख्या भी बहुत अधिक है, जिनके पास एक अदद मोबाइल की सुविधा नहीं है। ऐसे में कुछ लोगों को एक-दूसरे का हाथ छूटने के बाद बिछड़ने का दर्द लोगों को आज भी झेलना पड़ रहा है। हालांकि महाकुंभ में मेला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सहायता के लिए बाकायदा जगह-जगह पर ‘खोया पाया केंद्र’ स्थापित किये गये हैं।
इन खोया पाया केन्द्र पर बिछड़े लोगों को फिर से मिलाने की भरपूर कोशिशें की जा रहीं है। महाकुंभ के खोया पाया केन्द्र पर अपनों से बिछड़े लोगों की लंबी कतार देखने को मिल रही है। कतारों में लगे लोगों का कहना है खोयापाया केन्द्र से जब अनाउंसमेंट कर नाम पुकारा और उसके बाद उनके बिछड़े साथी का फिर से मिलना हो गया। इसके चलते महाकुंभ में मुरझाए चेहरों पर फिर से मुस्कराहट दौड़ती नजर आ रही है। प्रयागराज महाकुंभ में हजारों लोगों को अब तक खोया पाया केन्द्र की मदद से मिलाया जा चुका है।
खोया पाया केंद्र से हो रहा लगातार अनाउंसमेंट
यहां त्रिवेणी संगम पर स्नान के लिए आए कई लोग अपनों से बिछड़ भी रहे हैं। कुछ देर तक इनके चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंची दिखाई देती है, लेकिन प्रशासन की ओर से बाकायदा खोए हुए लोगों को फिर से मिलाने के पूरे इंतजाम किये गये हैं। यहां पर खोया पाया केंद्र से लगातार अनाउंसमेंट किया जाता है। जहां से लगातार जो भी श्रद्धालु अपने बिछड़े की तलाश में आ रहे हैं। अनाउंसमेंट कर उन्हें तय स्थान पर बुलाया जा रहा है। इससे अब तक हजारों बिछड़े लोग अपने परिजन और मित्र वापस मिल रहे हैं।
सिविल डिफेंस की टीम भी कर रही मदद
बता दें खोया पाया केंद्र पर कई ऐसे लोग भी पहुंच रहे हैं। जिनके पास कोई अपना सामान छोड़ कर चला गया। वे भी लाइन में लगकर उनके आधार कार्ड नंबर के जरिए अनाउंसमेंट कराकर बुला रहे हैं। इसी तरह श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतार यहां खोया पाया केंद्रों पर देखी जा सकती है। बता दें यहां पुलिस की टीम भी तैनात की गई है। यह टीम श्रद्धालुओं की सहायता कर रही है। सिविल डिफेंस की टीम भी मेले में मददगार साबित होती नजर आ रही है। अब तक हजारों लोगों को जो बिछड़ गये थे उन्हें एक दूसरे से मिलाया जा चुका है। ऐसे में कहा जा सकता है कि इस बार महाकुंभ बिछड़ने और मिलने का भी संगम साबित हो रहा है।