मध्यप्रदेश को देश का दिल कहा जाता है. यहांं के मंदिर पूरे विश्व में प्रसिध्द है. इन मंदिरों में दूर दूर से श्रध्दालु माथा टेकने के लिए पहुंचते है. ऐसा ही एक अनोखा मंदिर मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में है. आमतौर पर आप प्रसाद में नारियल या कुछ फल फ्रूट चढ़ाते होंगे, लेकिन इस मंदिर में मन्नत पूरी हो जाने पर लोग घड़ियां चढ़ाते है. घड़ियां चढ़ाने के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है. इस अनोखे मंदिर को सगज बावजी का मंदिर कहा जाता है. मंदिर की एक और खास बात है कि यहां पर न किसी भगवान की मूर्ति है और न ही कोई पुजारी फिर भी बड़ी संख्या में लोगों की मंदिर के प्रति आस्था है.
मंदिर से जुड़ी है मान्यता
इस अनोखे मंदिर को स्थानीय लोगों द्वारा सगस बावजी का मंदिर कहा जाता है. सगस बावजी का यह मंदिर सदियों पुराना है. मंदिर से मान्यता भी जु़ड़ी हुई है. गांव वाले बताते है कि शास्त्रों में सगस बावजी को यक्ष कहा गया है. वे यहां साकार रूप में दिखते है. कई लोगों को वे दर्शन दें चुके है. कहा तो ये भी जाता है कि अगर कोई व्यक्ति यहां अपना रास्ता भटक जाएं तो सगस बावजी खुद उसे रास्ता दिखाते है और उसे घर छोड़कर आते है.पहले सगस बावजी मंदिर के चबूतरे पर बैठते थे, लेकिन अब लोगों ने वहां मंदिर बनवा दिया है.
प्रसाद के रूप में चढ़ाई जाती है घड़ियां
सगस बावजी के मंदिर में घड़ियों को प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है लेकिन इसके पीछे भी बड़ा कारण है.बताया जाता है कि अगर किसी व्यक्ति का समय खराब चल रहा हो और वो यहां आकर घड़ी चढ़ाता है . घड़ी चढाने से उसका समय ठीक हो जाता है और अच्छा समय शुरू हो जाता है. हजारों लोग हर साल यहां घड़ियां चढ़ाने आते है. जब मंदिर में घड़ियों का अंबार लग जाता है तो इन्हें बहा दिया जाता है.
मंदिर में नहीं लगता ताला
सगस बावजी के मंदिर में कभी भी ताला नहीं लगाया जाता है. यदि कोई यहां से घड़ी चुराने की भी कोशिश करता है तो उसके साथ अप्रिय घटना हो जाती है. कहानी है कि एक बार एक व्यक्ति ने मंदिर से 5 घड़ियां चुराई तो वो अंधा हो गया. जब वापस उसने 10 घड़ियां चढ़ाई तब जाकर उसे वापस दिखाई देने लेगा.
बाबा के पास मिलता है समस्याओं का हल
यहां आने वाले भक्तों का सिर्फ समय ही नहीं ठीक होता है, बल्कि उनकी सारी परेशानियां भी खत्न हो जाती है. लोगों की बावजी के मंदिर में मन्नते भी पूरी होती है, निसंतान महिलाओं को यहां दर्शन करने से संतान प्राप्त होती है. खोई हुई चीजों को भी ढूंढने के लिए लोग यहां मन्नत मांगते है.