लोकसभा चुनाव अब नजदीक हैं सभी राजनीतिक पार्टियां इस चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं। वहीं अगर लोकसभा चुनाव के लिहाज से मध्यप्रदेश की बात करें तो इस बार यहां पर बीजेपी का पड़ला भारी दिखाई दे रहा है। दरअसल कि बीजेपी को जिस तरह की प्रचंड जीत विधानसभा के चुनाव में मिली औऱ उसके बाद बीजेपी ने जिस तरह ममध्य प्रदेश में सीएम चेहरा चुना उसको देख कर लगता है की बीजेपी लोकसभा की तैयारी विधानसभा से ही कर चुकी है। बीजेपी के पास विधानसभा में 163 सीट है। वहीं निर्दलीय भी कुछ खास बाजी नहीं मार पाए। कांग्रेस इतनी बड़ी यात्रा के बावजूद अपना वर्चस्व स्थापित नहीं कर पाई। हालांकि ये तो बात हुई विधानसभा की लेकिन अब सभी पार्टियां लोकसभा पर नजर बनाए हुए है। अगर बात करें बीजेपी की तो बाजेपी अपना ट्रंप कार्ड खेलेगी। जिस तरह एक नए चेहरे को लाकर सीएम बना दिया गया उसी तरह बीजेपी नए चेहरों पर चुनाव में दांव खेल सकती है। मध्यप्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं। बीजेपी सभी सीटों को भेदने की तैयारी में है।
- मध्यप्रदेश में मिशन 29 की तैयारी में बीजेपी
- एमपी में कांग्रेस ने भी कसी कमर
- 2019 में मिली थी कांग्रेस को भारी शिकस्त
- बीजेपी ने जीती थी 29 में से 28 सीट
- बीजेपी के पास इस बार भगवा का ट्रंप कार्ड
- बीजेपी की उपलब्धि में शामिल राम मंदिर
- राम मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा बीजेपी की उपलब्धि
2019 में इन 28 सीटों पर बीजेपी जीती चुनाव
पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने मध्यप्रदेश की 29 सीटों में से 28 सीटों पर अपना कब्जा जमाया था। जबकि कांग्रेस महज एक सीट पर सिमट कर रह गई थी। कांग्रेस ने एकमात्र जीत छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से हासिल की थी। यहां से वर्तमान में पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकूलनाथ सांसद हैं। प्रदेश की 29 संसदीय सीटों में से इस समय बीजेपी के पास जीती हुए सीट में भोपाल, मुरैना, भिण्ड, ग्वालियर, गुना, सागर, टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, सीधी, शहडोल, जबलपुर, मण्डला, बालाघाट, होशंगाबाद, विदिशा, राजगढ़, देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन और बैतूल शामिल हैं। जबकि कांग्रेस के खाते में महज छिंदवाड़ा ही शामिल है।
29 सीट पर बीजेपी-कांग्रेस दोनों की बैठकें
बीजेपी ने 2019 में अपना परचम लहराया था उसी तरह 2024 में बीजेपी 29 की 29 सीटों पर कब्जा करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है। विधानसभा चुनाव के बाद से ही पार्टी में बैठकों का दौर जारी है। वहीं कांग्रेस भी पिछली गलतीयों को ना दोहराते हुए इस बार पहले ही संभल गई है। कांग्रेस ने भी चुनाव को लेकर पहले से ही अपनी कमर कस ली है। लोकसभा चुनाव में महज कुछ ही दिन रह गए हैं। बीजेपी सम्पूर्ण देश में राम और काम पर वोट मांगेगी। जिस तरह ठीक चुनाव से पहले बीजेपी भगवा कार्ड खेल रही है। देश में धर्म के नाम पर राजनीति को गर्मा रही है। उस हिसाब से अगर देखा जाए तो साफ है की इस बार का चुनाव कांग्रेस औऱ दूसरी पार्टीयों के लिए बहुत मुश्किल होने वाला है। वहीं मध्यप्रदेश के वोटर्स की बात करें तो मध्यप्रदेश में वोटर्स ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी को चुनाव था। पिछले लोकसभा चुनाव में 29 में से 28 सीट बीजेपी को दी थी। ऐसे में इस बार राम नाम और मोहन के काम को देखते हुए बीजेपी का साथ दे सकती है। बता दे की मीडिया ने सर्वे किया कि बार वोटर्स किस ओर जाना चाहते हैं तो लोगों ने बेबाकी से अपनी राय रखी। वहीं कहा गया कि वे लोकसभा चुनाव में भगवान श्री राम के साथ साथ काम के नाम पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वोट की अपील करेंगे। वहीं कुछ युवा मतदाताओं ने कांग्रेस को वोट डालने की बात कही। उनका कहना है कि वे बेरोजगारी और सभी को मौका मिलने की बात पर वह कांग्रेस को वोट देंगे। जबकि कुछ युवा मतदाता बेरोजगारी को लेकर अन्य पार्टियों को भी वोट देने की बात कर रहे हैं। लोगों की निजी राय के आधार पर कहा जा सकता है कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों के मुकाबले में सत्ताधारी पार्टी का पलड़ा भारी दिखाई पड़ रहा है।
लोकसभा चुनाव में ज्यादा समय अब रहा नहीं है महज कुछ ही दिन और बाकी हैं। सभी पार्टियों ने अपने मिशन 2024 की तैयारी शुरु कर दी है। सभी पार्टी जल्द ही युध्द स्तर पर मैदान में काम के लिए उतर जाएंगी। हालांकि कांग्रेस और बीजेपी ने अपना चुनावी बिगुल बजा दिया। राहुल गांधी फिर से अपनी पुरानी नीति लेकर भारत जोड़ो न्याय यात्रा लेकर निकले हैं तो वहीं बीजेपी भी भगवा कार्ड खेल कर गेंद को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है। दूसरी पार्टियां भी अपने अपने तरीके से लगी हुई हैं। ऐसे में अब देखना होगा की मध्य प्रदेश में बीजेपी 2019 की तरह परचम लहराती है या फिर न्याय यात्रा में जनता राहुल गांधी के साथ न्याय करेगी है।