सीएम डॉ.मोहन यादव का पहला विदेशी टूट…24 से 30 नवंबर ब्रिटेन जर्मनी का दौरा..विदेश में निवेशकों से करेंगे चर्चा

Madhya Pradesh Chief Minister Dr. Mohan Yadav Foreign Tour 24 to 30 November Britain Germany Tour

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव जल्द ही अपने कार्यकाल के पहले विदेश टूर पर निकले वाले हैं। सीएम माह 24 से 30 नवंबर तक ब्रिटेन और जर्मनी के दौरे पर रहेंगे। जहां पर वे एमपी में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 के लिए विदेशी निवेशकों से मुलाकात उन्हें न्योता देंगे। सीएम डॉ.मोहन यादव की इस पहली यात्रा का उद्देश्य मध्यप्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करना है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश में नए उद्योगों की स्थापना के लिए अवसर पैदा करना है।

बता दें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इसी माह 24 नवंबर को मुंबई से अपने पहले अंतरराष्ट्रीय टूर पर रवाना होंगे। जिसमें मुख्यमंत्री की यूके और जर्मनी में विभिन्न उद्योगपतियों और निवेशकों से मुलाकात होगी। यह यात्रा अगले साल फरवरी 2025 में मध्य प्रदेश में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जीआईएस के मद्देनजर खासी महत्वपूर्ण माना जा रही है। सीएम डॉ.मोहन यादव का प्रयास है कि वे राज्य में निवेश के नए अवसरों ला सकें। इसके साथ ही राज्य में विदेशी निवेशकों को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन के लिए आमंत्रित कर सकें।

मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के साथ उनके प्रमुख सचिव संजय शुक्ला, उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह और दूसरे वरिष्ठ अधिकारी भी विदेश जा रहे हैं। विदेश में सीएम के साथ उनकी यह टीम यूके और जर्मनी में विभिन्न औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेगी। उन्हें मध्य प्रदेश में निवेश के लिए प्रोत्साहित करेगी।

सीएम डॉ.मोहन यादव का यह पहला विदेश दौरा

सीएम डॉ.मोहन यादव का यह पहला विदेश दौरा मध्यप्रदेश में विदेशी निवेश को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। सीएम ने इस विदेशी टूर से पहले भारत के विविभन्न राज्यों में निवेशकों से चर्चा की थी। जिसमें वे मुंबई, कोयंबटूर, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे प्रमुख महानगरों में उद्योगपतियों के साथ सीधी बातचीत कर चुके हैं। इस दौरान सीएम ने मध्य प्रदेश में निवेश के लाभ और अवसरों को लेकर चर्चा क थी। बता दें प्रदेश में संभाग स्तर पर रिजनल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन भी राज्य सरकार ने शुरू कर दी है। जिसका मुख्य उद्देश्य स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करना है।

(प्रकाश कुमार पांडेय)

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