मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस बीजेपी ने अपने अपने स्तर पर सर्वे कराये हैंं। इसके बाद टिकट बांटे गए। सर्वे के दोनों दल अपनी अपनी सरकार बनने का दावा करते नजर आ रहे हैं। बढ़ते प्रचार के शोरगुल में विधानसभा चुनाव का सियासी माहौल गरमा दिया है। बढ़ते प्रचार के साथ इस बार चुनाव काफी रोमांचक होने के आसार हैं। इस बीच मध्यप्रदेश में सट्टा बाजार भी गर्म हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश में विधानसभा की 230 सीट हैं। सरकार बनाने के लिए जिसमें से किसी भी दल को 115 सीटों की आवश्यकता होगी, तो आइए जानते हैं सट्टा बाजार का क्या आकलन है?
मप्र में गरमाया सट्टा बाजार
- इस बार भी चुनाव में कांटे का मुकाबला
- सट्टा बाजार में लग रही ‘सत्ता’ के लिए बोली
- मप्र में कुल सीट 230 सीट पर होगा मतदान
- 17 नवंबर को होना है एक चरण में मतदान
- कांग्रेस को 111 से 113 सीट
- भाजपा को 110 से 113 सीट
- अन्य के खाते में 6 से 8 सीट
सटोरियों का ये है सीटों का गणित
सट्टा बाजार में इस समय कांग्रेस को 111 से 113 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। वहीं बीजेपी इस कांटे के मुकाबले में 110 से 113 सीट हासिल कर रही है। वहीं अन्य के खाते में सट्टा बाजार की ओर से 6 से 8 सीट दी जा रही है। बता दें मध्यप्रदेश में कुछ समय पहले जहां कांग्रेस के लिए सत्ता में आने का एक बड़ा मौका बताया जा रहा था वहीं अब सट्टा बाजार में हालात बदलते नजर आ रहे हैंं। अचानक बीजेपी ने कांग्रेस की बराबरी कर ली है। वह कांटे की टक्कर देती नजर आ रही है। दरअसल जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव के मतदान की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे सटोरिए भी सक्रिय होते जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में इस बार किसकी सरकार बनेगी इस पर बाजार में सट्टा भी लगने लगा है। सटोरियों की माने तो मध्य प्रदेश में इस मुकाबला रोचक होने की संभावना है।
कांग्रेस नेताओं के बीच मनमुटाव से गिरा भाव
गौरतलब है कि फिलहाल सियासी पार्टियां विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नामांकन के बाद बागियों को मनाने की माथापच्ची कर रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ सट्टेबाज भी प्रदेश में सक्रिय हैं। सट्टा बजार के ट्रेंड की बात बात की जाए तो मध्यप्रदेश में बीजेपी पर लग रहे रेट संकेत दे रहे हैं कि पार्टी तमाम मुश्किलों के बाद भी सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस को कड़ी टक्कर दे सकती है। क्योंकि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में मनमुटाव ने उसका प्रभाव कम किया है। बता दें मध्य प्रदेश की कुल आबादी करीब साढ़े 7 करोड़ के आसपास है। इसमें से करीब 5 करोड़ 62 लाख वोटर हैं। पिछले कुछ चुनाव के मतदान का ट्रेंड देखें तो इस बार करीब 3 करोड़ 50 लाख वोट डलना संभावित है। कांग्रेस के प्रत्याशी घोषित होने के बाद सट्टा बाजार में बीजेपी को कुछ बढ़त हासिल हुई है। दरअसल पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच मनमुटाव की खबरों और कपड़ा फाड़ बयानों के बाद कांग्रेस की स्थिति कमजोर हो गई है। ऐसे में अब भाजपा के मजबूत संगठन और कांग्रेस के कमजोर संगठन के बीच लड़ाई है। हालांकि liveindia.news इस तरह के किसी दावों की पुष्टि नहीं करता है। एग्जिट पोल और सट्टा बाजार के यह आंकड़ों की हम पूरी तरह से पुष्टि नहीं करते है। रही बात मध्यप्रदेश में सरकार बनने की तो यह तो 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा।