मध्यप्रदेश में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना हैं। ऐसे में बीजेपी सरकार चुनावी तैयारी के बीच प्रदेश भर में विकास यात्रा निकाल रही है। लेकिन इस यात्रा में विधायकों और मंत्रियों को जनता की खरी-खरी सुननी पड़ रही है। पांच फरवरी से शुरू हुई ये यात्रा पच्चीस फरवरी तक चलेगी। यात्रा में सरकार के विकास का गुणगान किया जा रहा है। लेकिन लोग उनसे पूछ रहे हैं कि कहां विकास हुआ है। वहीं कमलनाथ भी इस विकास यात्रा को निकास यात्रा बता रही है।
- विकास यात्रा में गांव गांव पहुंच रहे नेता और अधिकारी
- 25 फरवरी तक जारी रहेगी सरकार की विकास यात्रा
- चुनाव से पहले गिनाए जा रहे सरकार के काम
- लोकार्पण के साथ-साथ किया जा रहा शिलान्यास
- सीएम बता रहे नवाचार के चलते यात्रा को सफल
समस्याओं से लोग त्रस्त और ग्रस्त
दरअसल करीब 20 साल में किए कराए गए कार्यों का लेखा जोखा लेकर जनता जनार्दन के बीच पहुंच रहे बीजेपी नेताओं और शासन-प्रशासन के सामने असंतोष के धमाके हो गये हैं। करीब 20 दिनों की प्रदेश व्यापी विकास यात्रा में ऐसी खरी खोटी सुननी पड़ रही है कि नेता और अधिकारी बगले झांकने को मजबूर हैं। बता दें जिन योजनाओं के धरातल में आने से लोगों की तरक्की और तस्वीर बदलने का दावा किया जा रहा है वे सालों से बन बिगड़ रही हैं।
शहर चकाचक गांव बदहाल
शहरों में तो थोड़ी बहुत सुविधाएं मिल रही हैं ,लेकिन गांव बदहाल हैं। ग्रामीण सडक़, बिजली, पानी की समस्या से त्रस्त और ग्रस्त हैं। उनके छोटे-छोटे काम नही हो रहे हैं। पटवारी, कोटेदार, सचिव, रोजगार सहायक से लेकर तहसील, सरकारी अस्पताल, बिजली दफ्तर के काम करने के तौर तरीकों की मार से लोग परेशान आ चुके है। उनके ही मतों से तारणहार बन चुके जनप्रतिनिधि भी परेशान शख्स को देखकर मुंह फेर लेते हैं। शासन-प्रशासन के इस रूख से नाराज आम आदमी को अपनी भड़ास निकालने का मौका अब विकास यात्रा से मिल रहा है। लिहाजा वे इन जमकर गुबार निकाल रहे है।
मंत्री पर डाल दिया खुजली वाला पावडर
अशोकनगर के मुंगावली में तो विकास यात्रा लेकर पहुंचे मंत्री ब्रिजेन्द्र यादव को खासा विरोध का सामना करना पड़ा। जब वे इलाके में विकासगाथा सुना रहे थे तभी जनता ने उनके साथ ऐसा सुलूक किया जो शायद वे कभी नहीं भूलेंगे। उन्हे अपना कुर्ता उतारने को मजबूर कर दिया। दरअसल हुआ यूं कि यात्रा में किसी ने मंत्री ब्रिजेन्द्र यादव पर खुजली करने वाली कौंच की फली का पाउडर डाल दिया। जिससे उन्हें खुजली होती रही।
एंबुलेंस से आया विकास!
उधर पन्ना में अस्पताल का विकास एंबुलेंस से आया। दरअसल, विधायक प्रहलाद लोधी की तबीयत बिगड़ गई तो उन्हें पवई के अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। इसके बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया कि विधायक प्रहलाद लोधी को ऑक्सीजन की जरूरत थी लेकिन उन्हें आधे घंटे तक ऑक्सीजन नहीं मिली। हालांकि विधायक ने इन आरोपों को बाद में नकार दिया। वहीं, खंडवा में विधायक देवेंद्र वर्मा से गांव वालों ने काम नहीं होने की शिकायत की और पूछा कि गरीबों की पेंशन भी अडानी अंबानी को दोगे? वहीं, खंडवा में सड़क खराब होने के कारण एक बीजेपी नेता की गाड़ी अटक गई। इस पर लोगों ने कहा कि आपको वोट क्यों दें? शिवपुरी में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त जसवंत जाटव ने यहां तक कह दिया कि उनके जिले में विकास के लिए सुविधा शुल्क देना पड़ता है।
कलेक्टर बने बीजेपी प्रवक्ता
पन्ना जिले के कलेक्टर बायत संजय मिश्रा नेताओं से भी चार कदम आगे निकल कर सरकारी विकास यात्रा की आड़ में जनता से अपील करने लगे कि अगले 25 साल बाद यानी आजादी के शताब्दी वर्ष में भी बीजेपी सरकार बनाए रखें। कुल मिलाकर बीजेपी का चुनाव के पहले नेता मंत्री विधायक को अपने इलाकों में भेजने और विकास की तस्वीर दिखाने का दांव उलटा पड़ता दिख रहा है। लेकिन जनता सब जानती है कितना विकास हुआ और कितना नहीं।
230 सीटों पर निकल रही यात्रा
मध्य प्रदेश बीजेपी के मुताबिक उनके नेता और कार्यकर्ता 21 दिन में राज्य की 230 सीटों पर औसतन 210 घंटे सड़क पर बिता रहे हैं। इस यात्रा में बीजेपी 1070 मंडल और 64100 बूथ कवर करेगी। बीजेपी इसे सरकारी यात्रा बता रही है। सरकार का मकसद है कि सभी सरकारी योजनाओं को गांव-गांव तक पहुंचाया जाए। जबकि यात्रा के दौरान सरकारी विभाग भी ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ देने की बात कही जा रही है।