मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है। ऐसे में शिवराज सरकार 20 अगस्त को अपना रिपोर्ट कार्ड जारी करने जा रही है। पांचवी बार सत्ता पर काबिज होने के लिए बीजेपी अब जनता के बीच बदलाव की तस्वीर रखेगी। दरअसल बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की बैठक हुई थी। जिसमें तय हुआ है कि 20 अगस्त को शिवराज सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी किया जाएगा। रिपोर्ट कार्ड के जरिए बीजेपी सरकार अपनी नई जनकल्याणकारी योजनाओं से आए बदलावों को लोगों के सामने पेश करेगी और बताएगी की बीजेपी सरकार ने नई नीतियों पर काम किया है। और इससे जनता को कितना फायदा हुआ है।
- 20 अगस्त को जारी किया जाएगा शिवराज सरकार का रिपेार्ट कार्ड
- केन्द्रीय मंत्री अमित शाह करेंगे शिवराज सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश
- पांचवी बार सत्ता में काबिज होने की कवायद में जुटी बीजेपी
- दिल्ली में हुई मैराथन बैठक में लिया गया फैसला
- रिपोर्ट कार्ड के लिए बीजेपी गिनाएगी अपने कामकाज
- साथ ही एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने पर मंथन
पार्टी सूत्र बताते हैं कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह 20 अगस्त को मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकार के रिपोर्ट कार्ड को जारी करने के लिए भोपाल आ सकते हैं। साथ ही एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करने पर मंथन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में समाज के सभी वर्गों युवाओं, बुजुर्गों, किसान, नौजवान, महिलाओं के साथ कर्मचारी और प्रबुद्धजनों को भी आमंत्रित किया जाएगा। कार्यक्रम में सरकार की गई योजनाओं के साथ उनके जरिए वर्ग वार, क्षेत्र में हुए बदलाव के आंकडे़ भी रखे जाएंगे।
पार्टी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में होगा मंथन
बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक 20 अगस्त को ग्वालियर में भी आयोजित की जाएगी। इस बैठक में प्रदेश पदाधिकारियों के साथ-साथ विधायक, सांसद, जिलाध्यक्ष, और जिला महामंत्रियों के समेत लगभग 12 सौ पदाधिकारियों को शामिल किया जा सकता है। वहीं कार्यसमिति की बैठक में कुछ महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर भी चर्चा के बाद मंजूरी मिल सकती है। बता दें इससे पहले 19 मई को मध्यप्रदेश बीजेपी की कार्यसमिति की बैठक हुई थी। जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 9 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 30 मई से 30 जून तक प्रदेशभर में कई कार्यक्रम आयोजित करने की रूपरेखा बनाई गई थी। इसके साथ ही बूथों की मजबूती पर चर्चा की गई थी। इस बार पार्टी नेता विधानसभा सीटों के सियासी समीकरण पर मंथनक करेंगे। पार्टी सूत्रों की माने तो बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में अबकी बार 200 पार का संकल्प लिया जाएगा। पार्टी कार्यकर्ताओं को इस दिशा में काम करने के साथ ही 51 फीसदी वोट हासिल करने के लिए कई टिप्स भी दिए जाएंगे। चर्चा है कि पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी बैठक में शामिल हो सकते हैं। दरअसल ग्वालियर-चंबल में बीजेपी की स्थिति कुछ कमजोर आंकी जा रही है। यही वजह है कि बैठक के लिए ग्वालियर का चयन किया है।
निशाने पर होंगे दिग्विजय और कमलनाथ
इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी नेताओं के निशाने पर कांग्रेस के दो बडे़ नेता मुख्यतौर पर टारगेट पर रहेंगे। साल 2003 से पहले दिग्विजय सिंह की सरकार के समय 10 साल में मध्यप्रदेश की स्थिति और इसके बाद कमलनाथ की 15 महीने की सरकार में हुई वादाखिलाफी के साथ भ्रष्टाचार को बीजेपी पूरजोर तरीके से उठायेगी। वहीं रिपोर्ट कार्ड जारी करने के साथ ही बीजेपी की ओर से यह संदेश भी दिया जाएगा कि कांग्रेस के राज में दिग्विजय सिंह की सरकार के दौरान मध्यप्रदेश में बिजली, सड़क और कानून-व्यवस्था की क्या स्थिति थी।