सत्ता के लिए सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर कांग्रेस,भगवा मय हुआ इंदिरा भवन

Congress BJP Hindutva Card

मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव के पहले बीजेपी और कांग्रेस अभी से अलग-अलग रणनीति बनाकर जीत हासिल करने की कोशिश में जुट गई हैं। बीजेपी में कभी गुजरात फॉर्मूले, तो कभी कर्नाटक फॉर्मूले पर बात होती है। वहीं कांग्रेस भी बीजेपी सरकार को भ्रष्टाचार, महंगाई जैसे मुद्दों पर घेरने के साथ वो बीजेपी के ही हथियार से घेरने निकली है। यह हथियार है सॉफ्ट हिंदुत्व।

सभी 230 विधानसभा सीटों पर सुंदरकांड का पाठ

मध्य प्रदेश कांग्रेस के धर्म और उत्सव प्रकोष्ठ के कई आयोजन दिखने लगे हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी गाहे-बगाहे खुद को हनुमान भक्त कहते हैं। पार्टी दफ्तर भगवा रंग में रंगा भी नजर आ रहा है। इसके अलावा पार्टी ने चुनावों के मद्देनजर कुछ अहम फैसले किये हैं जैसे मंदिर पुजारी प्रकोष्ठ बनाना। जिसका मकसद ब्राह्मण वोटों को साधना है और मंदिर की जमीन पर उन्हें मालिकाना हक दिलाने के लिए आंदोलन शुरू करना है। हिंदुत्व के फॉर्मूले को अपनाते हुए कांग्रेस धर्म उत्सव प्रकोष्ठ की ओर से राज्य की सभी 230 विधानसभा सीटों पर सुंदरकांड का पाठ कराने जा रही है। इसके साथ ही बड़े स्थानों पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन होगा तो वहीं शिवपुराण का आयोजन भी किया जाएगा। कांग्रेस नेताओं का कहना है बीजेपी भगवान राम को सीताजी से अलग करती है। हम बोलते हैं जय सियाराम। वो धर्म से जोड़कर राजनीति करते हैं। लेकिन कांग्रेस धर्म पर चलकर राजनीति करती है। कांग्रेसियों का कहना है चाहे भगवान कृष्ण हों। भगवान राम हों या हनुमान जी हों। यह न्याय के देवता हैं। जैसा न्याय हिमाचल और कर्नाटक में किया है। वैसा न्याय अब मध्यप्रदेश में करेंगे।

कांग्रेस हिन्दुत्व दिखावटी-बीजेपी

वहीं बीजेपी नेता राजपाल सिसोदिया का कहना है जो लोग कव्वाली कराते हैं। उर्स के पोस्टर पर दिखते थे। वो नेता अब भागवत कथा में दिखते हैं। यही बदलाव आया है। दरअसल य हमारे ही विचार की जीत है। सिसोदिया का कहना है ये छद्म लोग हैं। ये लोग एक मोहल्ले में तिलक लगाकर जाएंगे तो दूसरे में छिपकर, दूसरे मोहल्ले में जाएंगे तो तिलक मिटाकर जाएंगे। ऐसे लोगों से समाज और देश को खतरा है। क्योंकि सीता जी का हरण साधु रुप धारण करके ही रावण ने किया था। अब जनता के मतों का हरण नकली और दिखावटी वेशधारी हिन्दू बनकर करने का प्रयास किया जा रहा है।

40 लाख ब्राह्मण वोटर्स पर नजर

दरअसल यह सब इसलिए भी किया जा रहा है क्यों प्रदेश में करीब 40 लाख ब्राह्मण वोटर हैं। जो कुल वोट बैंक का करीब 10 फीसदी है। विंध्य, महाकौशल, चंबल की करीब 60 से अधिक सीटों पर निर्णायक भी हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने कंप्यूटर बाबा और मिर्ची बाबाओं का सहारा लिया था तो वहीं भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी महाकाल से लेकर ओमकारेश्वर तक गए। नर्मदा आरती हुई। मकसद बीजेपी को उसके ही अखाड़े में पटखनी देना है।

साफ्ट हिंदुत्व की राह पर कांग्रेस

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