मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ती जा रही है। बीजेपी के केन्द्रीय नेताओं के दौरे बढ़ने के साथ अब चुनावी टिकट की चाह रखने वाले नेता मैदान में आने लगे हैं। कांग्रेस ने भी साफ कह दिया है कि वह चुनाव से पहले हारी हुई सीटों पर प्रत्याशी का ऐलान करने को तैयार है। इस बीच मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी के आलाकमान ने मंगलवार को चुनाव प्रचार समिति का ऐलान किया है। सीनियर नेता कांतिलाल भूरिया को कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। वहीं राज्य के पूर्व सीएम और वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुखिया कमलनाथ का नाम भी शामिल किया गया है। कमेटी में करीब 34 नेताओं को जगह दी गई है।
- MP विधानसभा चुनाव में AICC की नजर
- MP विधानसभा चुनाव को लेकर कैंपेन कमेटी का ऐलान
- इलेक्शन कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष होंगे कांतिलाल भूरिया
- मप्र चुनाव समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालेंगे कमलनाथ
- कैंपेन कमेटी में कुल 34 नेताओं को मिली जगह
- कमेटी में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह के नाम शामिल
- डॉ.गोविंद सिंह,अरुण यादव के नाम भी शामिल
- MP चुनाव प्रबंध समिति के अध्यक्ष बनाए गए कमलनाथ
- चुनाव समिति कुल 20 सदस्यों को मिली जगह
AICC की ओर से मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव और अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी हैं। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने इलेक्शन कैंपेन कमेटी यानी चुनाव प्रचार अभियान समिति और चुनाव समिति की घोषणा की है। 32 सदस्य की कैंपेन कमेटी का अध्यक्ष आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया को बनाया है। वहीं प्रदेश चुनाव समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी पूर्व सीएम पीसीसी चीफ कमलनाथ को दी गई है।
29 लोकसभा सीटों पर ऑब्जर्वर भी नियुक्त
कांग्रेस ने मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर ऑब्जर्वर भी नियुक्त किये हैं। विधानसभा चुनाव के लिए राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला को सीनियर ऑब्जर्वर का जिम्मेा दिया गया है। वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस नेता चंद्रकांत दामोदर हंडोरे को ऑब्जर्वर नियुक्त बनाया है। भोपाल लोकसभा क्षेत्र की जिम्मेदारी असम कांग्रेस विधायक रकीबुद्दीन अहमद को सौंपी है। उन्हें ऑब्जर्वर बनाया है बता दें रकीबुद्दीन अहमद उज्जैन की कांग्रेस नेता नूरी खान के पति हैं।
चुनाव प्रचार अभियान समिति में ये नेता हैं शामिल
चुनाव प्रचार अभियान समिति में पूर्व सीएम कमलनाथ के अलावा नेता प्रतिपक्ष डॉ.गोविंद सिंह, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, अरुण यादव, अजय सिंह राहुल, नकुलनाथ, सज्जन सिंह वर्मा, विवेक तंखा, राजमणि पटेल, एनपी प्रजापति, लक्ष्मण सिंह, केपी सिंह, बाला बच्चन, ओमकार सिंह मरकाम, तरुण भनोट,राजेंद्र सिंह, विजयलक्ष्मी साधो, रामनिवास रावत, हिना कांवरे, लाखन सिंह यादव, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल,सुखदेव पांसे, सुरेंद्र सिंह हनी बघेल, सुरेंद्र चौधरी, महेंद्र जोशी, शोभा ओझा, आरिफ मसूद, अशोक सिंह, राजीव सिंह को सदस्य बनाया गया है। राज्य स्तरीय फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख और एससी एसटी ओबीसी माइनॉरिटी डिपार्टमेंट के अध्यक्ष भी समिति में सदस्य बनाए गए हैं।
मंत्रिमंडल में कई को नहीं मिला था स्थान,अब मिली जगह
2018 में बनी तत्कालीन कांग्रेस सरकार में कई नेताओं को वरिष्ठता के बाद भी मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला था। इनमें शिवपुरी जिले की पिछोर सीट से छह बार के विधायक केपी सिंह और चाचौड़ा गुना से विधायक लक्ष्मण सिंह को कमलनाथ कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई थी। मंत्रिमंडल में शामिल न किये जाने से केपी सिंह नाराज चल रहे हैं।
वे पार्टी के कार्यक्रमों में कम ही नजर आते हैं। उनकी नाराजगी को देखते हुए उन्हें अब कैंपेन कमेटी में बतौर सदस्य शामिल किया गया है।
पिता-पुत्र ही नहीं एक ही कमेटी में दो भाई
प्रचार कमेटी में पिता – पुत्र के साथ दो सगे भाई भी शामिल किए हैं। पूर्व सीएम कमलनाथ और उनके बेटे छिंदवाड़ा से सांसद नकुलनाथ को कमेटी का सदस्य बनाया है। वहीं पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और उनके छोटे भाई विधायक लक्ष्मण सिंह को इस कमेटी में शामिल किया है।