पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की जयंती पर कई राजनीति और गैर राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। स्वार्गीय माधवराव सिंधिया की जयंती इस बार बीजेपी पूरे धूमधाम से मना रही है। ग्वालियर में जहां मैराथन दौड़ का आयोजन किया जाएगा। वहीं शाम को छत्री प्रांगण में पुष्पांजलि और भजन संध्या का भी आयोजन किया जा रहा है। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कई नेता मंत्री मौजूद रहेंगे। वहीं माधवराव सिंधिया की जयंती पर होने वाले कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है। कांग्रेस का कहना है कि माधवराव सिंधिया कभी बीजेपी के नेता नहीं रहे। लेकिन सत्ता की भूख की वजह से बीजेपी इसे मजबूरी में करवा रही है।
बता दें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार 10 मार्च को अपने पिता स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की 78वीं जयंती के अवसर पर ग्वालियर में आयोजित कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। इस दौरान मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित बीजेपी के कई दिग्गज नेता भी ग्वालियर पहुंचने वाले हैं। कार्यक्रम के कई सियासी मायने भी लगाए जा रहे हैं। दरअसल साल के अंत में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है। जिसको लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बीजेपी अपना दमखम लगाने में जुटी हुई है। ऐसे में इस तरह के कार्यक्रम में सीएम और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की सहभागिता राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी अहम मानी जा रही है। इसके अलावा भी शिवपुरी में सिंधिया माधव नेशनल पार्क टाइगर भी रिलीज करेंगे। जिसे लेकर बकायदा इंतजाम किए गए हैं। ऐसे में ग्वालियर संभाग में ये दो बड़े कार्यक्रम हो रहे हैं। ये कार्यक्रम राजनीतिक दृष्टि से काफी अहम हैं। क्योंकि एक साथ सिंधिया समर्थक और बीजेपी के कई मंत्री और विधायक मंच पर होंगे।
मार्च में सिंधिया ने किया था बगावत का मार्च
बता दें मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंका था। 10 मार्च 2020 को अपने पिता की जयंती पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़न का ऐलान किया था। तब सिंधिया ने कहा था कि उनके जीवन में दो तारीख काफी महत्वपूर्ण रही हैं। इनमें पहली 30 सितंबर 2001 है। जब उन्होंने अपने पिता को खोया था। वो जिंदगी बदलने वाला दिन था और दूसरी तारीख 10 मार्च 2020 है। जब उन्होंने अपने पिता की जयंती पर जीवन बदलने वाला एक बड़ा निर्णय लिया। इसके बाद सिंधिया 11 मार्च 2020 को बीजेपी में शामिल हो गए थे। उनके साथ कांग्रेस के 22 विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी थी। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और बहुमत परीक्षण से पहले ही सीएम कमलनाथ को इस्तीफा देना पड़ा था। इस तरह प्रदेश में सिंधिया की मदद से बीजेपी फिर से सरकार आ गई और उसने सिंधिया को इनाम के तौर पर राज्यसभा भेजने के साथ ही केन्द्रीय मंत्री के पद से सिंधिया को नवाजा।
कांग्रेस भी मनाई रही माधवराव सिंधिया की जयंती
वहीं ग्वालियर में शहर जिला कांग्रेस हमेशा की तरह इस बार भी स्वर्गीय सिंधिया की जयंती मना रही है। कांग्रेसी समाधि पर पहुंचकर को माधव राव सिंधिया की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके लिए सभी कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित होकर वहां पहुंचेंगे।
बीजेपी की मेला परिसर में मैराथन
पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की जयंती पर शुक्रवार को मेला परिसर में दौड़ का आयोजन किया जा रहा है। इस दौड़ में महिला और पुरूष धावक शामिल होंगे। यह दौड़ गोला का मंदिर से प्रारंभ होगी। जो हजीरा, किलागेट, फूलबाग, नदीगेट होते हुए एलएलबी कॅालेज पर जा कर समाप्त होगी। इसके अलावा शाम में भजन संध्या आयोजित की जा रही है।
माधव नेशनल पार्क में सुनाई देगी बाघ की दहाड़
शिवपुरी के माधव राष्ट्रीय उद्यान में 1996 से 27 साल बाद एक बार फिर बाघ की दहाड़ सुनाई देगी। माधव नेशनल पार्क में बाघ छोड़े जा रहे हैं। पहले चरण में तीन बाघों को छोड़ा जा रहा है। यहां करीब 5 बाघ लाए जाने की योजना है। जिनमें से पहले चरण में माधवराव सिंधिया की जयंती पर आज तीन बाघों को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बाड़े में छोडेंगे। इन बाघों के संरक्षण की पूरी व्यवस्था माधव राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन ने कर ली है। यहां बाघों के लिए बाड़ा तैयार कर लिया गया है और आज ये इसमें छोड़े जाएंगे।
सिंधिया समर्थक मंत्री सक्रिय
स्वर्गीय माधव राव सिंधिया की जयंती पर होने वाले कार्यक्रमों को लेकर सिंधिया समर्थक मंत्री सक्रिय हो गए हैं। कार्यक्रमों को लेकर राज्य के जल संसाधन मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट के साथ ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी जानकारी ली। दोनों मंत्रियों ने अधिकारियों को कार्यक्रम अच्छे तरह से हो इसे लेकर दिशा निर्देश दिये हैं।