उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ का चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट आज से अडाणी ग्रुप के सौंप दिया गया है. अब अडाणी ग्रुप इस एयरपोर्ट का प्रबंधन और अन्य फैसले लेगा. सरकार ने यह एयरपोर्ट अडाणी समूह को 50 सालों के लिए सौंपा है, लेकिन तीन साल तक वह एयरपोर्ट प्रशासन के साथ मिलकर काम करेगा. और एयरपोर्ट निदेशक अडाणी समूह का ही रहेगा, बाकी सभी अधिकारी और कर्मचाराी पहले की तरह काम करेंगे. यह एक तरह से संयुक्त प्रबंधन का समझौता है, जो एक साल तक चलेगा. जिसके बाद दो साल के लिए सभी कर्मचारी डीम्ड डेपुटेशन पर अडाणी ग्रुप के लिए काम करेंगे.
एयरपोर्ट पर सीआईएसफ सुरक्षा करता है, लेकिन अब प्राइवेट हाथों में जाने के बाद यह अडाणी ग्रुप के आदेश पर काम करेंगा. सुरक्षा संबंधी सभी सेवाएं अडाणी ग्रुप के अधिकारी संभालेंगे. खबरों के अनुसार एयरपोर्ट का प्रबंधन भले ही अडाणी ग्रुप के पास चला जाए, लेकिन सुविधा शुल्क नहीं बढेगा. एयरपोर्ट निदेशक का कहना है की एयरपोर्ट की कमान निजी हाथों में सौंपे जाने से करोड़ों की योजनाओं को गति मिलेगी. जिसमें 1400 करोड़ से नए टर्मिनल टी3 का निर्माण होना है.