मुंबई। उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के नेता सुभाष देसाई के बेटे भूषण देसाई ने उद्धव गुट को बड़ा झटका दिया है। देसाई महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट में शामिल हो गए हैं। अपने बेटे के शिंदे खेमे में प्रवेश को कमतर करने की कोशिश करते हुए देसाई सीनियर ने कहा वैसे भी भूषण की राजनीति या शिवसेना (यूबीटी) में कोई भूमिका नहीं है।
उद्धव ठाकरे खेमे को झटका
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में भूषण देसाई को शिवसेना में शामिल किया गया है। सुभाष देसाई की ठाकरे से निकटता के चलते राजनीतिक गलियारों में विकास को ठाकरे खेमे के लिए एक बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। भूषण ने कहा बालासाहेब मेरे देवता हैं। एकनाथ शिंदे उनके विचारों को आगे बढ़ा रहे हैं। ऐसे में वे उन पर पूरा विश्वास करते हैं। उन्होंने शिंदे को काम और तेजी से फैसले लेते देखा है।
सुभाष देसाई बोले नहीं बदलेगी निष्ठा
वहीं सुभाष देसाई कहते हैं पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा नहीं बदलेगी। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रमुख सहयोगी 80 वर्षीय सुभाष देसाई ने कहा कि वह अपने बेटे के सत्तारूढ़ दल में शामिल होने से व्यथित हैं, लेकिन पार्टी के प्रति उनकी अपनी वफादारी और ठाकरे परिवार किसी भी तरह से प्रभावित नहीं होगा। सुभाष देसाई उन कुछ सक्रिय नेताओं में से एक हैं जिन्होंने शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के साथ काम किया है। उन्होंने उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना के मुखपत्र सामना को शुरू करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इधर एकनाथ शिंदे ने कहा भूषण ने खुद जताई थी शिवसेना में शामिल होने की इच्छा। पार्टी में उनका स्वागत करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि भूषण ने खुद ही शिवसेना में शामिल होने की इच्छा जताई थी। पार्टी शुरू करने के बाद कई लोग हमसे जुड़ गए हैं। अभी हमारे साथ 40 विधायक और 13 सांसद हैं। बाला साहेब ठाकरे के साथ करियर की शुरुआत करने वाले गजानन कीर्तिकर जैसे लोग भी हमारे साथ जुड़ गए हैं।