लोकसभा का चुनाव अब धीरे-धीरे अपने चरम की ओर बढ़ रहा है। चार चरण पूरे हो चुके हैं। अब पांचवें चरण की तैयारी है। जिसमें 20 मई को आठ राज्यों की 49 सीटों पर करीब 695 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद होगा। पांचवें चरण के लिए कुल 1586 नामांकन दाखिल किए गए थे जो जांच के बाद 749 वैध पाए गए। सात चरण के चुनाव में अब तक चार चरण का मतदान हो चुका है।
- लोकसभा चुनाव का पांचवे चरण का मतदान 20 मई को
- आठ राज्यों की 49 सीटों पर होगा मतदान
- 695 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा ईवीएम में कैद
- पांचवे चरण में यूपी की 14 सीटों पर मतदान
- यूपी की 14 में से 7 सीटों पर कांटे का मुकाबला
- यूपी 7 सीटों पर बीजेपी को मिल रही कड़ी टक्कर
यूपी की 14 में से 7 सीट पर कांटे का मुकाबला
यूपी की बात करें तो लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश की 14 में से 7 सीटों पर कांटे की टक्कर नजर आ रही है। फिलहाल यहां सात में से 6 सीट पर बीजेपी और एक सीट पर कांग्रेस का कब्जा है। चुनावी समीकरण पर और करें तो पांचवें चरण की जिन 6 सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। वहां 2019 में बीजेपी को बहुत कम मार्जिन से जीत हासिल हुई थी। ऐसे में इन सीटों पर कांटे की टक्कर समझी जा रही है। वैसे तो 20 मई को पांचवें चरण में उत्तर प्रदेश की जिन 14 सीटों पर मतदान होना है। उनमें से 13 सीट बीजेपी के पास है जबकि रायबरेली एकमात्र ऐसी सीट है। जहां से 2019 में कांग्रेस को जीत मिली थी। रायबरेली से सोनिया गांधी ने जीत दर्ज की थी। इन 14 लोकसभा सीटों में यूपी की विधानसभा की 17 सीट शामिल हैं। जिनमें से 45 विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। बता दे 14 लोकसभा सीटों में फतेहपुर को छोड़कर सभी लोकसभा सीट पर पांच-पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं जबकि फतेहपुर लोकसभा सीट पर 6 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। साल 2019 और 2014 के लोकसभा चुनाव में पांचवें चरण की 6 सीट फैजाबाद, कौशांबी, मोहनलालगंज, अमेठी, कैसरगंज और बांदा सीट पर बीजेपी को 1 लाख से काफी कम वोट से जीत हासिल हुई थी। इन सभी सीटों पर इस बार कांटे की टक्कर है। दरअसल कम मार्जिन वाली इन सीटों को विपक्ष ने भी अपने पाली में करने के लिए मजबूत प्रत्याशी उतारे हैं और एडी से छोटी तक का जोर चुनाव में लगा दिया है।
जीत हासिल करने के साथ मत प्रतिशत कायम रखने की चुनौती
बीजेपी के सामने इन सीटों पर जीत हासिल करने के साथ ही मतदान प्रतिशत को बड़ा कर बरकरार रखने की भी चुनौती है क्योंकि मतदान प्रतिशत बढ़ने से दो बार भी बीजेपी की सीटों सीटों की संख्या बड़ी थी। 2009 के लोकसभा चुनाव के आंकड़े को देखें तो उसे चुनाव में मतदान प्रतिशत काफी कम होने से बीजेपी को नुकसान हुआ था जबकि सपा, बसपा और कांग्रेस जैसी विपक्षी पार्टियों को लाभ मिला था ।2009 के चुनाव में मोहनलालगंज लोकसभा सीट से लेकर बांदा, फतेहपुर, जालौन, कौशांबी और कैसरगंज लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी। जबकि रायबरेली, अमेठी, बाराबंकी, गोंडा, फैजाबाद और झांसी लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। इसी तरह बसपा ने भी हमीरपुर लोकसभा सीट पर कब्जा किया था।
इसके दस साल बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में 71 विधानसभा सीटों की स्थिति देखें तो बीजेपी 45 समाजवादी पार्टी 21 अपना दल एस तीन, जनसत्ता दल दो सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब रहा। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 13 कांग्रेस एक सीट पर जीत हासिल कर सकी थी। जिसमें भाजपा ने कौशांबी लोकसभा सीट पर 38722 फैजाबाद सीट पर 65477 मोहनलालगंज सीट पर 90204 अमेठी लोकसभा सीट पर 55 हजार 120, बांदा लोकसभा सीट पर 58 हजार 938 वोटों से बीजेपी ने जीत हासिल की थी।
वहीं इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी 12 कांग्रेस दो सीट जीत चुकी थी। जिसमें कौशांबी लोकसभा सीट पर भाजपा ने 42 हजार 900 वोट और कैसरगंज लोकसभा सीट पर 78 हजार 218 वोट से जीत हासिल की थी। 2009 लोकसभा की बात करें तो बीजेपी एक बसपा एक सापाचे कांग्रेस से सीट जीतने में कामयाब रही थी। जिसमें से लखनऊ सीट बीजेपी ने 40901 वोट से जीती थी। जबकि जालौन सीट समाजवादी पार्टी ने 11409, बांदा सीट 34793 वोट से जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने झांसी लोकसभा सीट पर 47670 और गोंडा लोकसभा सीट पर 23679 वोट से जीत हासिल की थी।
पांचवे चरण में इन सीटों पर होगा मतदान
पांचवें चरण में 20 मई को आठ राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के की 49 सीटों पर 695 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे हैं। पांचवें चरण के लिए 20 मई को होने वाले मतदान को लेकर चुनाव आयोग की ओर से जानकारी दी गई है कि 512 नामांकन के साथ महाराष्ट्र सूची में सबसे ऊपर है यहां 13 लोकसभा सीटों पर 301 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं 80 सीट वाला उत्तर प्रदेश 466 नामांकन के साथ दूसरे स्थान पर रहा है। यहां 14 लोकसभा सीट पर 147 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। एक लोकसभा सीट पर सर्वाधिक नामांकन के मामले में महाराष्ट्र की चतरा लोकसभा सीट रही। जिस पर 69 नामांकन दाखिल किए गए जबकि उत्तर प्रदेश की लखनऊ लोकसभा सीट पर 67 नामांकन दर्ज किए गए जो दूसरे स्थान पर रही। पांचवें चरण में बिहार जम्मू कश्मीर झारखंड लद्दाख उत्तर प्रदेश पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में मतदान होना है।