8 राज्यों की 57 सीटों पर खत्म हुई वोटिंग…पीएम ने यह कह कर किया इंडिया गठबंधन पर हमला

Lok Sabha Elections Delhi Government Prime Minister Narendra Modi Seventh phase voting completed

लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम फेज की वोटिंग पूरी होने के साथ ही अब लोगों की नजर 4 जून पर है। इससे पहले 1 जून को 7 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश की 57 लोकसभा सीटों पर वोटिंग पूरी हो गई। इसके साथ ही पीएम मोदी ने विपक्ष गठबंधन पर करारा हमला बोला है।

वहीं चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक शाम 5 बजे तक 58.34% वोटिंग हुई। सबसे ज्यादा 69.89% वोटिंग पश्चिम बंगाल में और सबसे कम 48.86% वोटिंग बिहार में हुई है। इसके अलावा ओडिशा में विधानसभा चुनाव के लिए 62.46% वोटिंग हुई। 4 राज्यों की 9 विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव के लिए मतदान हुआ।

शाम 5 बजे तक हुआ 58.34% मतदान

वोटिंग खत्म होते ही इंडी गठबंधन पर पीएम मोदी का हमला

लोकसभा चुनाव के सातवें चरण की वोटिंग खत्म होते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर इंडिया महा गठबंधन पर बड़ा हमला किया है। सोशल मीडिया पर पीएम मोदी ने बीजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ जनता के प्रति धन्यवाद जताया। पीएम ने कहा अपने अपने मतदान करने वालों को वे धन्यवाद देते हैं। मतदाताओं की भागेदारी से ही लोकतंत्र की आधारशिला मजबूत होती है। पीएम ने इंडी गठबंधन को अवसरवादी करार देते हुए कहा इस दल लोगों के दिल में जगह नहीं बना पाए हैं। इंडी गठबंधन जातिवादी और भ्रष्ट है। इस गठबंधन में मुट्ठीभर लोग अपने अपने वंश को बचाने में लगे रहे।

यूपी में  शाम 5 बजे तक हुआ 54 % मतदान

बलिया में वोट देने पहुंचे एक बुजुर्ग की पोलिंग बूथ पर मौत हो गई। चिकित्सकों का कहना है कि गर्मी की वजह से बुजुर्ग की मौत हुई है। सातवें चरण में भी पश्चिम बंगाल से हिंसा की खबरें आई हैं। पश्चिम बंगाल के भांगर में CPI (M) और ISF के कार्यकर्ताओं ने TMC समर्थकों पर बम से हमले का आरोप लगाया है।

लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर मतदान खम्त हो गया। यहां वाराणसी के साथ गोरखपुर, महराजगंज, गाजीपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, सलेमपुर,घोसी, बलिया, चन्दौली, मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज में शाम 6 बजे तक वोटिंग की गई।।

उत्तर प्रदेश की बात की जाए तो 80 सीटों वाले पिछली 2019 के लोकसभा चुनाव में इन 13 सीटों में से बीजेपी ने 9 सीट पर जीत हासिल की थी। जबकि दो सीट उसी के सहयोगी दल ने जीती थी। ऐसे में उत्तर प्रदेश में इस आखिरी चरण की 13 सीटों पर 2019 में 11 सीटों पर एनडीए का कब्जा था। यानी एक तरह से क्लीन स्वीप की स्थिति थी। वैसे उत्तर प्रदेश में इस बार एक बड़ा परिवर्तन देखने को मिला है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी मिलकर लोकसभा का चुनाव लड़ी है।

वहीं बहुजन समाज पार्टी अकेले अपने दम पर चुनाव मैदान में उतरी थी बसपा ने कहीं किसी दूसरी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया इसी आखिरी चरण में ओबीसी मतदाताओं के लिए भी देखने को मिला। इसके अलावा बसपा प्रमुख मायावती के दलित मतदाता में कैसे सेंध की जाए इसकी भी पूरी कवायद बीजेपी और एनडीए के साथ इंडिया गठबंधन यानी सपा कांग्रेस ने की थी। इससे बड़ी बात यह है कि उत्तर प्रदेश की सभी 13 पूर्वांचल वाली सीट हैं जिन्हें आखिरी चरण में मतदाताओं की कतर लगी यहां पर भाजपा के लिए भी इस बार चुनौतियां कम नहीं है।

वाराणसी पर विदेशी मीडिया की भी नजर

नरेंद्र मोदी के फिर से तीसरी बार यहां से चुनाव मैदान में उतरने की वजह से देश ही नहीं बल्कि विदेशी मीडिया की नजर भी वाराणसी सीट पर है। 2014 के चुनाव की बात करें तो मोदी ने पहली बार वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और बड़े अंतर से जीत हासिल करते हुए केंद्र की सत्ता में काबिज हुए देश के प्रधानमंत्री बने। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से इस बार फिर चुनाव में उनके सामने कांग्रेस ने पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को चुनाव मैदान में उतारा है लेकिन अपने सबसे बड़े नेता को सबसे बड़ी जीत का लक्ष्य बनाकर भाजपा के नेता पिछले कई दिनों से प्रचार करते रहे। लगातार दो बार सत्ताधारी भाजपा जहां तीसरी बार सरकार बनाने और अबकी बार 400 पर का नारा देकर चुनावी मैदान में उतरी है। वहीं बीजेपी के नेता इसी तर्ज पर वाराणसी सीट पर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार तीसरी बार सांसद भेजने के लिए सबसे बड़ी जीत का तोहफा देने के लिए काशी की गलियों में प्रचार करते नजर आए।

वाराणसी प्रशासन पर कांग्रेस के अजय राय ने लगाया आरोप

वाराणसी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर आरोप लगाया है। राय ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में जिला प्रशासन की ओर से INDIA गठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं को घर में नज़रबंद कर दिया गया था। मतदान को प्रभवित करने की कोशिश की गई थी। वाराणसी कांग्रेस पार्षद दल के नेता गुलशन अली को प्रशासन ने नज़रबंद कर दिया। जब उन्होंने पूछा कि ऐसा क्यों हुआ है? उन्हें समुचित जवाब नहीं दिया।

मोदी-योगी के गढ़ पर सभी की नजरें

यूपी में आज संपन्न मतदान वाले दिन के बाद अब मोदी-योगी के गढ़ पर सभी की नजर टिकी रहेंगी।। यूपी की 13 सीटों में से सबसे अधिक 28 उम्मीदवार घोसी सीट पर हैं। सबसे कम सात-सात उम्मीदवार वाराणसी के साथ देवरिया में हैं। वहीं महाराजगंज और बांसगांव में आठ-आठ तो कुशीनगर और सलेमपुर में नौ-नौ प्रत्याशी हैं। इसी प्रकार गाजीपुर, मीरजापुर और चंदौली में 10-10 तो राबर्ट्सगंज में 12 प्रत्याशी, गोरखपुर और बलिया सीट पर 13-13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में डटे हैं। जिनके भाग्य का फैसला 2 करोड़ 50 लाख 56 हजार 877 मतदाताओं ने इवीएम में कैद कर दिया है। मोदी और योगी के गढ़ में यूपी की इस निर्णायक लड़ाई पर देश भर की निगाहें लगीं रहेंगी। यूपी मे सबसे अहम वाराणसी लोकसभा सीट है। जहां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार चुनाव मैदान में उतरे। वहीं गोरखपुर की चर्चित लोकसभा सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद अभिनेता रवि किशन चुनावी मैदान में उतरे । रविकिशन के मुकाबले में समाजवादी पार्टी की ओर से काजल निषाद से हैं।

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