लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष के इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा है। पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने एकला चलो का नारा बुलंद करते हुए बड़ा ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि टीएमसी लोकसभा चुनाव 2024 में अकेले अपने ही चुनाव मैदान में उतरेगी। ममता बनर्जी के इस ऐलान के बाद से विपक्षी इंडिया गठबंधन की तस्वीर और भविष्य पर संकट के बादल गहरे नजा आ रहे हैं।
- पश्चिम बंगाल में अकेले अपने दम पर लड़ेगी लोकसभा चुनाव
- राहुल का नाम लिये बगैर ममता ने साधा निशाना
- कहा-वो हमारे यहां यात्रा निकालने वाले और हमें ही पता नहीं
- 2019 के चुनाव में टीएमसी ने जीती थीं 22 सीट
- कांग्रेस 2019 में सिर्फ दो सीट ही जीतने में कामयाब हुई थी
- बीजेपी को पश्चिम बंगाल में मिली थी 18 सीट पर जीत
टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने जब यह ऐलान कर रहीं थी तब उनके चेहरे पर उपेक्षा का दर्द और तल्खी साफ झलक रही थी। ममता ने कहा कि उन्होंने जो भी सुझाव दिए थे वे सब नकार दिए गए। इन हालात में हमने पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव में जाने का फैसला किया। ममता बनर्जी ने बिना राहुल गांधी का नाम लिए साथ में यह भी कहा कि वे पश्चिम बंगाल में यात्रा करने जा रहे हैं। इसकी जानकारी भी शिष्टाचार के नाते भी उनको देना उचित नहीं समझा गया।टीएमसी प्रमुख आर सीएम ममता बनर्जी ने कहा इन सबको लेकर उनसे किसी भी तरह की कभी कोई चर्चा ही नहीं की गई। यह व्यवहार पूरी तरह गलत है।
बता दें लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर 28 विपक्षी पार्टियां इंडिया गठबंधन बनाया है। जिसके बैनर तले एक मंच पर आकर एकजुट होते हुए बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को पटखनी देने के साथ चुनाव में चुनौती देने का दम भर रहा था। हालांकि अब ममता बनर्जी के इस फैसले ने बंगाल में विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका दे दिया है।
टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि वे पश्चिम बंगाल में अपने गढ़ को ना कमजोर होने देना चाहती हैं और ना ही किसी दूसरे दल को अपना वोट बैंक ट्रांसफर करवाने की मंशा रखती हैं। बता दें टीएमसी ने 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस के प्रदर्शन के आधार पर दो सीटों का ऑफर दिया था। कांग्रेस को टीएमसी का यह प्रस्ताव नागवार गुजरा। इसके बाद दोनों पार्टियों के बीच तनाव बढ़ता चला गया। 2019 के लोकसभा चुनावों में टीएमसी ने 22 सीट जीती थी। जबकि कांग्रेस सिर्फ दो सीट ही जीतने में कामयाब हुई थी। वहीं बीजेपी को पश्चिम बंगाल में 18 सीट हासिल की थीं।