लोकसभा चुनाव के पांचवें रण में आज 20 मई को महाराष्ट्र की 13 सीटों पर भी मतदान केंन्द्रों पर मतदाताओं की कतारें लगी हुईं हैं। महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 35 सीटों पर पिछले चार चरण में मतदान संपन्न हो चुका है। आज सोमवार 20 मई को महाराष्ट्र की नासिक, भिवंडी, डिंडोरी, पालघर, कल्याण, मुंबई नॉर्थ, मुंबई नॉर्थ, वेस्ट मुंबई, नॉर्थ ईस्ट, मुंबई नॉर्थ, सेंट्रल मुंबई, साउथ सेंट्रल मुंबई साउथ लोकसभा सीट के साथ पालघर लोकसभा सीट पर मतदान जारी है।
- महाराष्ट्र में आखिरी चरण की वोटिंग
- 13 सीटों पर वोटिंग जारी
- चुनाव के मैदान में कई धुरंधर
- 13 सीटों पर 264 उम्मीदवार
महाराष्ट्र में पांचवें चरण के चुनाव में राज्य के कई वरिष्ठ नेताओं की किस्मत ईवीएम में कैद हो रही है। जिनमें केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयलए भारती पवारए महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे और उज्जवल निकम जैसे दिक्कत नेता शामिल है।
महाराष्ट्र की सियासत में गुटों में बंटी राजनीतिक पार्टियां इस चुनाव में अपना वर्चस्व साबित करने की लड़ाई लड़ रही हैं। वैसे राज्य में मुख्य लड़ाई भाजपा शिंदे कोतवाली शिवसेना और अजीत पवार वाली एनसीपी के महागठबंधन और महाविकास अघाड़ी के बीच देखा जा रहा है। महाविकास अघाड़ी गठबंधन में कांग्रेस के साथ शरद पवार वाली एनसीपी उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना भी शामिल है।
राज्य की प्रमुख सीटों पर बात की जाए तो मुंबई उत्तर सीट पर केंद्रीय मंत्री गोयल की अग्निपरीक्षा है। महाराष्ट्र की वीआईपी सीट में शामिल मुंबई उत्तर सीट पर भाजपा के पीयूष गोयल का कांग्रेस के भूषण पाटिल से मुकाबला है। पीयूष गोयल केंद्र सरकार में वाणिज्यकर, उद्योग मंत्री का जिम्मा संभाल रहे हैं। वे तीन बार राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं। हालांकि यह उनका लोकसभा चुनाव पहला है। अब तक में राज्यसभा के कोटे से ही केंद्रीय मंत्री बनते रहे हैं। यह उनका पहला लोकसभा चुनाव है। अब तक में राज्यसभा के कोटे से ही केंद्रीय मंत्री बनते रहे। उत्तर मुंबई लोकसभा सीट बीजेपी के गोपाल शेट्टी पिछले दो बार से जीते आ रहे थे। लेकिन इस बार बीजेपी ने गोपाल शेट्टी की जगह पीयूष गोयल को मैदान में उतारा है। बता दे किस सीट से राम नायक गोविंदा और संजय नुरूपम जैसे दिक्कत राजनेताओं ने चुनाव लड़कर संसद की दहलीज चढ़ चुके हैं।
कल्याण सीट पर दांव पर शिंदे की साख
महाराष्ट्र की कल्याण लोकसभा सीट पर इस बार कम एकनाथ शिंदे की साख दांव पर है। दरअसल यहां से उनके बेटे श्रीकांत शिंदे चुनाव मैदान में उतरे हैं। उनके सामने शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट से वैशाली दरेकर को चुनाव मैदान में उतारा है। बता दे कल्याण लोकसभा सीट 2009 में बीजेपी बीजेपी के साथ रहकर शिवसेना ने चुनाव मैदान में जीत हासिल की थी। 2009 में यहां पहली बार चुनाव हुआ था। यहां से तीनों चुनाव में शिवसेना और एनसीपी के बीच टक्कर देखी गई। श्रीकांत ने यहां लगातार दो बार जीत हासिल की। श्रीकांत पैसे से डॉक्टर हैं। शिंदे को चुनौती दे रही वैशाली दरेकर भी दो बार पार्षद रह चुकी हैं। 2009 में वह महाराष्ट्र नवनिर्माण सेवा के टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ी थीं। लेकिन उन्हें हर का सामना करना पड़ा।
मुंबई उत्तर सीट से उज्जव के मुकाबले में वर्षा
मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट पर महाराष्ट्र के महाराष्ट्र के साथ ही देशभर के राजनीतिक दलों की नजर टिकी है। दरअसल यहां से बीजेपी ने हाई प्रोफाइल वकील उज्ज्वल निगम को प्रत्याशी बनाया है। उज्जवल निगम को चुनौती देने के लिए वर्षा गायकवाड़ कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरी हैं। पिछली दो बार से इस सीट पर बीजेपी की पूनम महाजन ही चुनाव जीतती रहीं हैं लेकिन इस बार पार्टी ने पूनम महाजन को टिकट न देकर पद्मश्री से सम्मानित वकील उज्ज्वल निकम को टिकट देकर मैदान में उतार दिया है। बता दें उज्जवल निगम 26 — 11 मुंबई हमले के केस में सरकारी वकील थे। वे 1993 बम ब्लास्ट, गुलशन कुमार मर्डर केस, प्रमोद महाजन हत्याकांड जैसे मामलों में भी पैरवी कर चुके हैं। जिसमें उन्होंने सरकार की ओर से पर भी की। उनके सामने चुनाव चुनौती देने उतरी कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़ धारावी से चार बार विधायक चुनी गई हैं। वर्षा को उद्धव ठाकरे और अशोक चौहान वाली सरकार में मंत्री पद भी दिया गया था।
क्या होगी भिवंडी से केंद्रीय मंत्री कपिल पटेल की हैट्रिक
महाराष्ट्र की भिवंडी लोकसभा सीट से बीजेपी ने पिछली दो बार से अपनी कब्जा कायम रखा है। इस सीट पर कपिल पटेल को यहां से फिर से चुनाव में उतारा है कि दो बार यहां से चुनाव जीते आए तीसरी बार कपिल पटेल फिर मैदान में उतरे हैं। जिनका मुकाबला शरद पवार वाली एनसीपी के सुरेश गोपीनाथ म्हात्रे से है। सुरेश महात्रे बाल्य मामा नाम से भी भिवंडी क्षेत्र में मशहूर हैं। हालांकि भी अब तक कई पार्टियों बदल चुके हैं। 2019 में चुनाव में बीजेपी के कपिल पटेल ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे सुरेश काशीनाथ तावड़े को 1 लाख 56 हजार से वोटों से चुनाव पर में प्राप्त किया था। जबकि 2014 के चुनाव में भी बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली इससे पहले 2009 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सुरेश तावड़े ने जीत हासिल की थी।