लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सीट शेयरिंग के साथ ही गठबंधन का औपचारिक एलान भी कर दिया गया है। दोनों दलों ने सीट बंटवारे की भी जानकारी का भी खुलासा कर दिया है।लेकिन इसके बाद कांग्रेस में बगावत के सुर भी सुनाई दे रहे हैं। दरअसल गुजरात की भरुच लोकसभा सीट कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को दे दी है। इससे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल नाराज बताई जा रहीं हैं। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए मुमताज ने बागी तेवर दिखाए हैं। मुमताज ने लिखा वे अहमद पटेल की 45 साल की विरासत को बेकार नहीं जाने देंगे।
- कांग्रेस और AAP के बीच सीट शेयरिंग
- AAP को दी कांग्रेस ने गुजरात की भरूच लोकसभा सीट
- AAP के पास भरुच जाने से भड़कीं मुमताज पटेल
- अहमद पटेल की बेटी हैं मुमताज पटेल
- नाराज मुमताज बोलीं—बेकार नहीं जाने देंगे विरासत
- अहमद पटेल के बेटे भी हैं नाराज
लगातार हार के बाद भी नाराज है अहमद पटेल का परिवार
1984 के लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस कभी गुजरात की भरुच लोकसभा सीट पर जीत दर्ज नहीं कर सकी। इसके बाद जब कांग्रेस ने गठबंधन के चलते यह सीट आम आदमी पार्टी को दी तो यहां से कभी कांग्रेस के सांसद रहे दिवंगत अहमद पटेल का परिवार खफा हो गया। अहमद पटेल की बेटी मुमताज ने जहां सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा है कि वे अपने जिला कैडर से माफी मांगती हैं कि भरूच लोकसभा सीट गठबंधन के तहत नहीं बचाने में नाकामयाब हो गए। वे सभी लोगों की नाराजगी को पार्टी में ऊपर तक पहुंचाएंगी। साथ ही उन्होंने यह भी लिखा है कि हम सभी साथ मिलकर कांग्रेस पार्टी को मजबूत करेंगे। अहमद पटेल की 45 साल की राजनीतिक विरासत को इस तरह बेकार नहीं जाने दिया जाएगा। गौरतलब है कि अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल भी इस बंटवारे से नाराज हैं। फैसल ने हाल ही में भरूच लोकसभा सीट आम आदमी पार्टी को देने की खबरों के बीच कांग्रेस पार्टी के नेताओं को चेतावनी दी थी कि भरूच सीट अगर आम आदमी पार्टी को दी जाती है तो वे आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेंगे।
चुनाव में AAP को भारी पड़ सकती है पटेल परिवार की नाराजगी
अहमद पटेल की बेटी और बेटे की नाराजगी गुजरात में कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है। क्योंकि गठबंधन में अब यह तय हो चुका कि भरूच लोकसभा सीट पर कांग्रेस का अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगा। ऐसे में फैसल पटेल की ओर से चेतावनी भरे शब्दों में कहा गया कि वे और उनकी पार्टी के कार्यकर्ता इस बंटवारे के फैसले से खुश नहीं हैं। वैसे तो हम चाहते थे कि इस तरह का फैसला न हो, लेकिन पार्टी हाईकमान अगर ऐसा चाहता है तो हम उसका पालन करेंगे लेकिन वे एक बार फिर पार्टी हाईकमान से इस मसले को लेकर बात करेंगे क्योंकि अभी चुनाव और नामांकन पत्र जमा करने में काफी दिनों का समय बचा है। फैसल ने यह भी कहा कि गांधी परिवार और उनका परिवार भी है। उन्हें पूरा विश्वास है कि गांधी परिवार पटेल परिवार की इस सीट से जुड़ी भावना को समझते हुए फैसले पर विचार करेंगे।
अहमद पटेल भरूच सीट से रहे तीन बार सांसद
भरूच लोकसभा सीट से कांग्रेस के स्वर्गीय अहमद पटेल तीन बार सांसद चुने गए थे। ये सीट पटेल के प्रभाव वाली मानी जाती रही है। हालांकि उनके निधन के बाद कांग्रेस भरूच सीट पर लंबे समय से चुनावी जीत हासिल नहीं पाई है। पिछली बार 1984 में कांग्रेस ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। लगातार हार के चलते कांग्रेस ने इस सीट को आप के हवाले कर दिया है।वहीं सियासी हल्कों में यह भी चर्चा जोरों पर है कि इस बार लोकसभा चुनाव में भरूच सीट से अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल खुद अपनी दावेदारी कर रहीं थीं। ऐसे में भरूच सीट गठबंधन के चलते आप की झोली में जाने से वे और उनके भाई फैसल पटेल दोनों ने नाराजगी जताई है।
भरुच को बीजेपी ने बनाया अपना गढ़
मौजूदा स्थिति में भरूच लोकसभा सीट को भाजपा अपना गढ़ बना चुकी है। यहां से बीजेपी के टिकट पर मनसुख वसावा 6 बार चुनाव में जीत दर्ज कर चुके हैं। वहीं आम आदमी पार्टी से इस सीट पर लोकसभा चुनाव में चैतर वसावा दावेदारी पेश कर सकते हैं। दरअसल पार्टी को लगता है कि इस बार भरूच में भाजपा को हराया जा सकता है। बता दें कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गुजरात में लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन का ऐलान कर दिया गया है। इस गठबंधन के तहत कांग्रेस राज्य की 24 लोकसभा सीटों पर चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारेगी। वहीं आम आदमी पार्टी को भरूच और भावनगर दो सीट दी गई हैं।