अयोध्या में 22 जनवरी को प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। पीएम नरेन्द्र मोदी इस आयोजन के मुख्य यजमान होंगे। ऐसे में यूपी की योगी सरकार के साथ ही बीजेपी संगठन भी खास तरह की तैयारियों में जुटा है। दरअसल पांच महिने बाद लोकसभा चुनाव होना हैं और यूपी लोकसभा की 80 सीटें हैं। जिनमें पिछली बार 62 पर बीजेपी और उसके सहयोगी दल को जीत मिली थी। इसबार बीजेपी ने 62 से अधिक सीट जीतने का लक्ष्य रखा है।
- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह और लोकसभा चुनाव
- यूपी की 80 सीटों का सियासी समीकरण
- बीजेपी चाहती है अधिक से अधिक सीट मिले
- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के सहारे बीजेपी
- प्राण प्रतिष्ठा को चुनाव में भुनाने की कोशिश
- 2019 के चुनाव में बीजेपी को मिली थी 62 सीट
इस बार 62 के पार का लक्ष्य किया तय
लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी ने यूपी की 80 में से 62 सीट जीती थी। इसके अलावा 10 सीट पर बसपा, 5 सीट सपा और एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। ऐसे में बीजेपी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आयोजन का सियासी लाभ आमचुनाव में लेना चाहती है। जिसके लिए लगातार बैठकें हो रही हैं। बता दें पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को यूपी की जिन 16 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा था उनमें अमरोहा, बिजनौर, मुरादाबाद, रायबरेली, घोसी,संभल, लालगंज, जौनपुर, श्रावस्ती, मैनपुरी, अंबेडकर नगर, गाजीपुर, सहारनपुर, नगीना, आजमगढ़ और रामपुर है। 2019 के चुनाव में रामपुर सीट पर सपा के आजम खान और आजमगढ़ से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जीत हासिल की थी। इन सीटों को सपा का गढ़ माना जाता था लेकिन 2022 में हुए लोकसभा के उपचुनाव में दोनों सीट पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया। हालांकि मैनपुरी के उपचुनाव में बीजेपी को सपा अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के हाथों हार का सामना करना पड़ा। तब डिंपल यादव ने परिवार की विरासत बचाने में सफलता हासिल की थी।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बीजेपी महासचिवों की बैठक
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ बीजेपी महासचिवों की बैठक बुलाई गई। जिसमें राम मंदिर और लोकसभा चुनाव पर चर्चा की गई। राम मंदिर उद्घाटन समारोह के साथ-साथ बैठक में बीजेपी अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव को लेकर भी पदाधिकारियों के साथ चर्चा की। इस दौरान नड्डा ने अपने सभी महामंत्रियों को स्पेसिफिक जिम्मेवारियां भी सौंपते हुए उन्हें जरुरी दिशा निर्देश दिए। नड्डा ने विनोद तावड़े को ज्वाइनिंग कमिटी का हेड बनाया है। तावड़े का काम दूसरी पार्टी के नेताओं और नए लोगों को बीजेपी में शामिल कराने का होगा। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिवों के साथ बीजेपी अध्यक्ष की करीब 2 घंटे चली बैठक में राम मंदिर के लिए पार्टी की ओर से तय किए गए कामों की समीक्षा भी नड्डा ने की। इसके साथ ही जेपी नड्डा ने अयोध्या जाने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेतााओं और पार्टी महासचिवों की टीम के लिए किए जाने वाले कार्यों पर भी मंथन किया। इस दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष और सुनील बंसल के साथ विनोद तावड़े, तरुण चुग मौजूद रहे। जिन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अयोध्या जाकर किए जाने कार्यों को लेकर विस्तार से चर्चा की।
विनोद तावड़े को दी बड़ी जिम्मेदारी
बैठक में बीजेपी अध्यक्ष नड्डा ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपने सभी महामंत्रियों को अलग अलग जिम्मेवारियां भी सौंपी गईं है। पार्टी सूत्रों के अनुसार बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विनोद तावड़े को ज्वाइनिंग कमिटी का प्रमुख नियुक्त किया है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर देशभर में वे दूसरी पार्टी या नए लोगों को बीजेपी से जोड़ने पार्टी में शामिल कराने का काम करेंगे।
गौतम को बौद्ध सम्मेलन का जिम्मा
वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम को देश भर में बौद्ध सम्मेलनों के आयोजन कराने का जिम्मा सौंपा गया है। बता दें बीजेपी फरवरी में तीन बौद्ध सम्मेलन करने की योजना पर काम कर रही है। तीन बौद्ध महासम्मेलनों में से में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे और वे सम्मेलन को संबोधित करेंगे। हाल ही में बीजेपी महासचिव बनाए गए राधामोहन दास अग्रवाल को मेनिफेस्टो यानी विजन डॉक्यूमेंट बनाने का काम सौंपा है। मुद्दे और रिसर्च वर्क करते हुए राधामोहन दास अग्रवाल पार्टी का दृष्टिपत्र तैयार करेंगे।