लोकसभा चुनाव 2024 : उत्तर से लेकर दक्षिण तक भारत की राजनीति में हावी परिवारवाद…! आज भी कायम है इन परिवारों का दबदबा

देश की राजनीति में एक बार फिर परिवारवाद को लेकर नई बहस छिड़ गई है। भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण तक राजनीति में परिवारवाद हावी नजर आ रहा है। यूपी में सपा, बिहार में आरजेडी, महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी, जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी तो तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति और आंध्र प्रदेश में टीडीपी वहीं पंजाब में अकाली दल और हरियाणा में आईएनएलडी समेत ऐसे कई राजनीतिक दल हैं जहां परिवारवाद हावी है। पिता या मां के बाद बेटे-बेटी को ही पार्टी की जिम्मेदारी मिलती रही है। वैसे कांग्रेस को देश में राजनीतिक परिवारवाद की जनक कहा जा सकता है। हालांकि सिर्फ नेहरु गांधी ​परिवार ही नहीं, लालू यादव, मुलायम सिंह यादव सहित कई ऐसे नेता हैं, जिनकी कई पीढ़ियां आज भी राजनीति विरासत में सक्रिय हैं और अहम पदों की जिम्मेदारी भी संभाल रही हैं।

गांधी नेहरु परिवार

जवाहर लाल नेहरू
इंदिरा गांधी
राजीव गांधी
संजय गांधी
सोनिया गांधी
राहुल गांधी
प्रियंका गांधी वाड्रा
मेनका गांधी
वरुण गांधी

बिहार में लालू परिवार

राष्ट्रीय जनता दल
लालू प्रसाद यादव
राबड़ी देवी
साधू यादव
पप्पू यादव
तेजस्वी यादव
तेज प्रताप यादव
निशा भारती
रोहिणी आचार्य

यूपी में मुलायम सिंह का परिवार

समाजवादी पार्टी
मुलायम सिंह यादव
अखिलेश यादव
डिंपल यादव
शिवपाल यादव
प्रो.राम गोपाल यादव

सिंधिया परिवार

राजमाता विजयराजे सिंधिया
माधवराव सिंधिया
वसुंधरा राजे
दुष्यंत सिंह
यशोधरा राजे सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया
महाआर्यमन सिंधिया

बादल परिवार

शिरोमणि अकाली दल
प्रकाश सिंह बादल
सुखबीर सिंह बादल
हरसिमरत कौर बादल
अधेश प्रताप सिंह बादल
मनप्रीत सिंह बादल

ठाकरे परिवार

बालासाहेब ठाकरे
उद्धव ठाकरे
आदित्य ठाकरे
राज ठाकरे

एआईएडीएमके

एम करुणानिधि
एम. के. स्टालिन
एम. के. अलागिरी
दयानिधि अझगिरी
कनिमोई
मुरासोली मारन
दयानिधि मारन
कलानिधि मारन

अब्दुल्ला परिवार

नेशनल कांफ्रेंस
शेख अब्दुल्ला
बेगम अकबर जहां अब्दुल्ला
फारुख अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला
गुलाम मोहम्मद शाह

चौधरी चरण सिंह का परिवार

राष्ट्रीय लोक दल
चौधरी चरण सिंह
चौधरी अजीत सिंह
जयंत चौधरी
सरोज सिंह
ज्ञानवती

पटनायक परिवार

बीजू जनता दल
बिजू पटनायक
नवीन पटनायक
गीता मेहता

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी

शरद पवार
सुप्रिया सुले
अजित पवार

नेहरु गांधी परिवार से तीन सदस्य बने प्रधानमंत्री

कांग्रेस को ग्रैंड ओल्ड पार्टी के नाम से जाना जाता है। कांग्रेस में गांधी-नेहरू परिवार का खासा दबदबा है। इस परिवार के तीन सदस्य प्रधानमंत्री बन चुके हैं। बीजेपी या दूसरे कई दल कांग्रेस की आलोचना इसलिए करते हैं कि इस पार्टी में गांधी-नेहरू परिवार के सदस्यों के आगे किसी अन्य नेता को महत्व नहीं दिया गया। जवाहर लाल नेहरु, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी, संजय गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा तक लंबी सूची है। परिवारवाद की बात करें तो गांधी परिवार में मेनका गांधी और वरुण गांधी को भी शामिल किया जा सकता है। गांधी परिवार के तीन सदस्य पंडित जवाहर लाल नेहरु, श्रीमती इंदिरा गांधी और राजीव गांधी प्रधानमंत्री के पद पर बैठ चुके हैं। कांग्रेस अभी भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से आगे की नहीं सोच पा रही है।

मुलायम सिंह के परिवार दबदबा आज भी कायम

यूपी को देश की राजनीति में खासी अहमियत मिलती है। यहां एक ही परिवार के कई नेता देश के शीर्ष पदों पर बैठ चुके हैं। मुलायम सिंह यादव के परिवार की बात करें तो मुलायम सिंह यादव के बाद उनके बेटे अखिलेश यादव यूपी के मुख्यमंत्री बने और सपा की कमान भी संभाली। यादव परिवार से जुड़े कई सदस्य सांसद और विधायक रह चुके हैं। यही नहीं परिवार से जुड़े कई अन्य सदस्य स्थानीय स्तर पर अहम पद संभाल चुके हैं। जिसमें मुलायम के भतीजे धर्मेंद्र यादव तीन बार सांसद रहे हैं जबकि चचेरे पौत्र तेज प्रताप यादव भी सांसद रह चुके हैं। मुलायम के चचेरे भाई प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने राज्यसभा सांसद हैं। प्रोफेसर रामगोपाल के बेटे अक्षय यादव भी राजनीति में सक्रिय हैं। वे 2014 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर फिरोजाबाद से सांसद चुने गए थे। मुलायम के सबसे छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव भी इस समय विधायक हैं।

बिहार की राजनीति में सक्रिय लालू परिवार

लालू प्रसाद यादव का परिवार बिहार की राजनीति में सक्रिय है। लालू के परिवार में  11 सदस्य हैं। लालू यादव उनकी पत्नी रावड़ी देवी, 7 बेटियों और दो बेटे हैं। दोनों बेटे तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और बेटी निशा भारती के साथ रोहिणी आचार्य भी राजनीति में सक्रिय हैं। लाल यादव की शादी साल 1973 में रावड़ी देवी से हुई थी। रावड़ी भी बिहार की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वर्तमान में वे बिहार विधान परिषद की नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रही है। जबकि तेज प्रताप बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। फिलहाल में राजद के विधायक हैं। इसी तरह तेज तेजस्वी यादव बिहार के डिप्टी सीएम तक रह चुके हैं। फिलहाल वे बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। लालू यादव की बड़ी बेटी निशा भारती बिहार की राजनीति में सक्रिय है। वे राज्यसभा सांसद भी रही है फिलहाल में राजद के टिकट पर पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं। जबकि रावड़ी देवी और लालू यादव की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य भी राजद के टिकट पर सारण सीट से चुनाव लड़ रही हैं।

महाराष्ट्र की राजनीति में ठाकरे परिवार

महाराष्ट्र की राजनीति में सबसे ताकतवर ठाकरे परिवार माना जाता है। ठाकरे परिवार की तीसरी पीढ़ी राजनीति में प्रवेश कर चुकी है। भले की शिवसेना का बंटवारा हो चुका है। एक हिस्से की कमान बाल ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे के हाथों में है। उद्धव के बेटे आदित्य ठाकर राजनीति में एंट्री ले चुके हैं। आदित्य मंत्री रह चुके हैं। बाल ठाकरे के भतीजे राज ठाकरे भी महाराष्ट्र की सियासत में सक्रिय है।

देवगौड़ा परिवार का कर्नाटक में दबदबा

देवेगौड़ा परिवार दक्षिण की राजनीति में सबसे कामयाब राजनीतिक परिवार है। इस परिवार को स्थानीय स्तर पर पिता-पुत्रों की पार्टी भी कहा जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख एचडी देवेगौड़ा और उनके बेटे कर्नाटक के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक रहे हैं। देवेगौड़ा पहले मुख्यमंत्री बने फिर प्रधानमंत्री बने। उनके बेटे एचडी कुमारस्वामी सीएम की कुर्सी तक पहुंचे। देवेगौड़ा के एक अन्य बेटे एचडी रेवन्ना भी मंत्री रहे हैं। रेवन्ना के बेटे प्रावल रेवन्ना भी सांसद रहे हैं।

दक्षिण भारत में स्टालिन फैमली

दक्षिण भारत की राजनीति में परिवारवाद हावी है। करुणानिधि के एमके स्टालिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने तो उनके बेटे विधायक उदयनिधि स्टालिन कैबिनेट में शामिल हैं।

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