लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना है। इस दौरान लोकसभा की 89 सीटों पर मतदाताओं की कतार लगेगी। इसके लिए प्रचार का आज बुधवार की शाम को थम जाएगा। लेकिन इससे पहले चुनाव प्रचार का शोर अपने पूरे चरम पर पहुंच गया है। इसके साथ ही चुनावी जनसभाओं में नए नए मुद्दे भी उछलने लगे हैं। पुराने मुद्दों के साथ नए मुद्दों की गूंज चुनावी आसमान में सुनाई दे रही है। चुनावी जनसभाओं में आरक्षण के साथ राम भक्त हनुमान और मंगलसूत्र की बातें की जा रही हैं। इसे लेकर एनडीए और इंडिया गठबंधन के नेता एक दूसरे पर निशाना साथ रहे हैं।
चरम पर पहुंचा लोकसभा चुनाव का प्रचार
- दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को मतदान
- लोकसभा की 89 सीटों पर होगा मतदान
- प्रचार थमने से पहले चुनावी जनसभाओं गूंजे मुद्दे
- अब चुनावी मंच से नए-नए मुद्दे भी उछलने लगे हैं
- चुनावी सभा में आरक्षण के साथ राम भक्त हनुमान का जिक्र
- चुनावी मंच से मंगलसूत्र की बातें की जा रही
- निशाना साध रहे एनडीए और इंडिया गठबंधन के नेता
- पीएम नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर लगाया आरोप
- कहा-कांग्रेस खत्म कर देगी एससी एसटी का आरक्षण
- मुस्लिमों को दे देगी कांग्रेस दलितों का हक
- प्रियंका गांधी ने चुनावी सभा में किया पलटवार
- कहा-देश पर कुर्बान हुआ मेरी मां का मंगलसूत्र
- मोदी नहीं समझते क्या होता है मंगलसूत्र का महत्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरक्षण मुद्दे को हवा देते हुए इसके जरिए कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला। पीएम ने राजस्थान की राजधानी जयपुर और टोंक में चुनावी सभाओं के दौरान कहा कांग्रेस ने दलितों और पिछड़ों का आरक्षण कम किया है। यह आरक्षण कांग्रेस मुसलमान को देना चाहती है। दरअसल कांग्रेस तुष्टिकरण की नीति पर चल रही है। दलित और पिछड़ों का हक छिनकर
मुसलमान को दिया जा रहा है। लेकिन, मोदी गारंटी देता है कि दलित और पिछड़े वर्ग का आरक्षण ना कभी खत्म हुआ है ना होगा और ना ही धर्म के नाम पर इसका बंटवारा किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा साल 2014 में कांग्रेस जब सरकार में आई थी उसने आंध्र प्रदेश में एससी एसटी आरक्षण कम करके मुसलमान को दे दिया था। 2014 से 2010 के बीच कांग्रेस आंध्र प्रदेश में मुसलमानों का आरक्षण चार गुना बढ़ाना चाहती थी लेकिन उसे कानूनी अड़चन और सुप्रीम कोर्ट का सामना करना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट की सजकता के चलते कांग्रेस ऐसा नहीं कर पाई।
‘कांग्रेस के राज्य में हनुमान चालीसा सुनना भी था अपराध’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के टोंक में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए हनुमान चालीसा का मुद्दा जोरदार तरीके से उछाला। पीएम ने कहा कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी अपराध था। आस्था का पालन करना बहुत मुश्किल हो गया था। प्रधानमंत्री ने यह आरोप भी लगाया कि कांग्रेस हमेशा से ही तुष्टिकरण की राजनीति करती आई है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कुछ दिन पहले कर्नाटक में एक व्यक्ति अपनी छोटी सी दुकान में बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ सुन रहा था लेकिन उसके साथ मारपीट की गई। उसे तब तक बुरी तरह से मारा पीटा गया जब तक की वह व्यक्ति लहुलुहान नहीं हो गया। कांग्रेस कर्नाटक में इसी तरह से अपनी सरकार चल रही है।
जंग के समय इंदिरा जी ने दान कर दिये थे गहने-प्रियंका
उधर कर्नाटक के बेंगलुरु में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने चुनावी जनसभा से बीजेपी और एनडीए पर जोरदार निशाना साधा। पीएम के मंगलसूत्र वाले बयान पर प्रियंका गांधी ने कहा देश में 55 साल कांग्रेस में सरकार चलाई। किसी ने आपका सोना छीना है क्या। प्रियंका ने अपनी दादी इंदिरा गांधी का नाम लेते हुए कहा जब जंग हो रही थी तब उनकी दादी ने अपने गहने देश के हवाले कर दिए थे। सेना को गहने सौंप दिए थे।जिससे जंग के लिए हथियार खरीदे गए। प्रियंका ने कहा उनकी मां सोनिया गांधी ने अपना मंगलसूत्र देश पर कुर्बान किया है। मोदी मंगलसूत्र का महत्व समझते तो इस तरह अनैतिक बातें चुनावी मंच से नहीं करते। प्रियंका गांधी ने किसानों का उल्लेख करते हुए कहा किसान पर कर्ज चढ़ता है तो उसकी पत्नी गहने गिरवी रखती है। लॉकडाउन में महिलाओं ने गहने गिरवी रखे और अपने परिवार को का पेट भरा। अपने परिवार का पेट भर तब मोदी जी कहां थे। किसान आंदोलन में सैकड़ों किसान शहीद हो गए उनकी विधवा पत्नियों ने मंगलसूत्र बेचकर अपना परिवार का पेट भरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन विधवाओं के मंगलसूत्र के बारे में नहीं सोचते। आज वोट के लिए मंच से महिलाओं को डरा रहे हैं।
10 साल मोदी करते रहे अपने दो-चार दोस्त के लिए काम-खड़गे
इसी तरह इसी तरह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी केरल के चेंगन्नूर में चुनावी जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। और कहा पीएम हिंदू और मुसलमान एससी और एस ओबीसी के बारे में केवल बातें ही करते हैं। सिर्फ वोट के लिए यह बातें करते हैं। यही उनकी इन वर्गों को बांटने की रणनीति है। खड़गे ने कहा बीते 10 साल में नरेंद्र मोदी अपने खास दो-तीन दोस्तों के लिए ही काम करते रहे। जबकि इस दौरान देश के एक लाख से अधिक किसानों ने आत्महत्या की। उनके लिए कोई सहानुभूति नरेंद्र मोदी के मन में नहीं है। खड़गे ने कहा देश में हर दिन करीब 30 किसान आत्महत्या कर रहे हैं लेकिन प्रधानमंत्री इसे लेकर कभी मंच से बात नहीं करते।