कई मायनों में महत्वपूर्ण है मोहन भागवत और योगी आदित्यनाथ की मुलाकात …बड़ी मुलाकात क्या होगी बात ?

लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संघ प्रमुख डॉ.मोहन भागवत से मुलाकात होनी है। संघ प्रमुख मोहन भागवत इस समय गोरखपुर में हैं। वे संघ के प्रशिक्षण वर्ग में शामिल होने पहुंचे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गोरखपुर पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि वह शाम को संघ प्रमुख से उनकी मुलाकात होगी।

चुनाव परिणामों के बाद संघ प्रमुख से योगी आदित्यनाथ की होने जा रही इस पहली मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। इन चुनावों में भाजपा को यूपी में तगड़ा झटका लगा है। वैसे तो संघ प्रमुख जब कभी गोरखपुर में रहे हैं तब सीएम योगी ने उनसे मुलाकात की है लेकिन इस बार लखनऊ से दिल्ली तक राजनीतिक विश्लेषकों की इस मुलाकात पर नजर हैं।
बता दे योगी आदित्यनाथ का गृह नगर है गोरखपुर। वे इसी क्षेत्र से लोकसभा चुनाव के लिए भी चुने जाते थे। लेकिन आज की यह मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि बीते दिनों प्रमुख मोहन भागवत ने चुनावी नतीजों को लेकर जो टिप्पणियां की थी इसके मद्देनजर इस मुलाकात को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। क्योंकि उत्तर प्रदेश में हार पर दोनों के बीच चर्चा हो सकती है।
दरअसल भाजपा उत्तर प्रदेश में 62 सीटों से 33 सीटों पर सिमट गई है। इसकी वजह से भाजपा अकेले अपने दम पर संसद में बहुमत हासिल नहीं कर पाई। इसके अलावा इस बार चुनाव में प्रचार के दौरान संघ ने कथित तौर पर दूरी बना रखी थी। इसको लेकर भी माना जा रहा है कि बीजेपी के मनमाफिक नतीजे चुनाव में नहीं आए। इसके संकेत न केवल संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार के बयानों के सामने आए। बल्कि साथ ही साथ योगी आदित्यनाथ के और संघ प्रमुख की इस मुलाकात के मायनों के मुद्देनजर।

यूपी में बीजेपी की हार की वजह पर चर्चा मुमकिन

यूपी में बीजेपी की हार की वजह क्या है। दोनों की इस पर चर्चा मुमकिन है। साथ ही बीजेपी कैसे पिछड़ गई इस पर भी चर्चा हो सकती है। माना जा रहा है कि चार मुद्दों पर संघ प्रमुख और योगी आदित्यनाथ के बीच चर्चा हो सकती है। पहले यूपी में बीजेपी की हार की वजह दूसरा मंदिर निर्माण के बाद भी ऐसा क्यों तीसरा चुनाव में बीजेपी कैसे पीछे गई। चौथा 33 सीटों पर सिमटने की आखिर वजह क्या है। जबकि पिछले चुनाव में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश की 66 सीटों पर जीत हासिल की थी।

इसके साथ ही मंदिर निर्माण के बाद ऐसा किया क्या हुआ क्यों हुआ कि उत्तर प्रदेश में जहां 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन किया गया था वहीं पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। यह चार महत्वपूर्ण पहलू है। जिन पर संघ प्रमुख और योगी आदित्यनाथ के बीच चर्चा हो सकती है।

यह महत्वपूर्ण पहलू हैं जिन पर दोनों में नेताओं के बीच चर्चा हो सकती है। क्योंकि 62 से 33 सीट पर सिमटने की आखिर वजह क्या रही। क्या वाकई संघ की नाराजगी थी या वाकई में जो नतीजे आए वह अंदरूनी भितरघात और टकराव का नतीजा है। इन सभी मुद्दों पर संघ प्रमुख और योगी आदित्यनाथ के बीच चर्चा हो सकती है।

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