लोकसभा चुनाव चुनाव की तैयारी, युवा के हाथ में सौंपी कमान, सरकार को सड़क पर घेरेंगे पटवारी, सदन में उमंग और कटारे

Lok Sabha Election Madhya Pradesh Congress President Jitu Patwari

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार ने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूर्व मुख्यमंत्री पार्टी प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ को हटाकर जीतू पटवारी को नया प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया है। कांग्रेस महासचिव संगठन केसी. वेणुगोपाल ने कहा कांग्रेस अध्यक्ष ने जीतू पटवारी को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है।

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस ने संगठन को चुस्तदुरुस्त करना शुरु कर दिया है। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर जीतू पटवारी के चयन को अगले साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले हिंदी भाषी राज्य में एक नई शुरुआत करने के कांग्रेस के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

ओबीसी को साधने की कवायद

मध्य प्रदेश में ओबीसी मतदाताओं की संख्या 50 फीसदी से अधिक है। ऐसे में कांग्रेस ने पीढ़ीगत परिवर्तन के अलावा कांग्रेस का यह चयन इसलिए महत्वपूर्ण हैं। यह जातिगत संतुलन के कांग्रेस के प्रयास को भी दर्शाते हैं। बता दें कमलनाथ की जगह ओबीसी वर्ग के जीतू पटवारी को लाया गया है। जीतू पटवारी राऊ विधानसभा सीट से इस बार चुनाव हार गए थे हालांकि उनकी कार्यशैली और छवि को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस नेतृत्व ने ओबीसी वर्ग से ताल्लुक रखने वाले जीतू पटवारी को मध्यप्रदेश में कांग्रेस की कमान सौंपी है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के इस फैसले का युवाओं पर सकारात्मक असर होगा। जीतू पटवारी ने 2013 में पहली बार राऊ विधानसभा से विधायक चुने गए थे। इस तरह अपनी चुनावी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने 2018 में राऊ से दूसरी बार फिर चुनाव जीता। हालांकि 2023 के चुनाव में वे हार गए। वे मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के भी अध्यक्ष रह चुके हैं। 15 साल बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद 2018 में जीतू पटवारी तत्कालीन कमलनाथ सरकार में मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा के साथ खेल और युवा मामलों के कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे। पटवारी का जन्म 19 नवंबर 1973 को इंदौर के बिजलपुर में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा इंदौर के सरकारी मल्टी मल्हार आश्रम हायर सेकेंडरी स्कूल से पूरी की और फिर इंदौर की ही देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी से स्नातक और एलएलबी की डिग्री हासिल की। जीतू पटवारी के दादा कोदरलाल पटवारी स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान स्वतंत्रता सेनानी थे। वहीं उनके पिता रमेश चंद्र पटवारी भी कांग्रेस के सक्रिय नेता हैं।

उमंग सिंघार नेता प्रतिपक्ष

धार जिले की गंधवानी विधानसभा सीट से चौथी बार जीतकर विधानसभा पहुंचे उमंग सिंघार को कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष की ज़िम्मेदारी सौंपी है। सिंघार कमलनाथ सरकार में मंत्री भी रहें हैं। इसके साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी भी वे संभाल चुके हैं। व​रिष्ठ आदिवासी चेहरा माने जाते हैं सिंघार। इस बार 2023 के चुनाव में 22119 वोटों से जीते हैं।

पिता नेता प्रतिपक्ष रहे, पुत्र बना उप नेता प्रतिपक्ष

कांग्रेस ने विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष के रुप में स्वर्गीय सत्यदेव कटारे के पुत्र हेमंत कटारे को जिम्मेदारी सौंपी है। स्वर्गीय सत्यदेव कटारे कभी मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं। हेमंत कटारे शिवराज सरकार के मंत्री अरविंद भदौरिया को चुनाव में हराकर विधानसभा पहुंचे हैं। कांग्रेस ने कटारे को उप-नेता प्रतिपक्ष की ज़िम्मेदारी सौंपी है। हेमंत कटारे ब्राह्मण वर्ग से आते हैं।

कांग्रेस को 66 सीटों पर करना पड़ा संतोष

2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 17 नवंबर को हुए चुनाव में राज्य की 230 सीट में से 163 सीट पर कब्जा किया है। वहीं कांग्रेस को महज 66 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले जीतू पटवारी इंदौर जिले की राऊ सीट से चुनाव हार गए थे। वे दिसंबर 2018 से मार्च 2020 के बीच कमल नाथ सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

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