लोकसभा चुनाव में अब वेटिंग खत्म वोटिंग की बारी आ गई है। पहले चरण में देश की 102 लोकसभा सीटों पर मतदान किया जा रहा है। इनमें 11 सीट ऐसी हैं। जिन पर सभी की नज़रें टिकी हुईं हैं। बता दे पहले चरण के मतदान में 8 केंद्रीय मंत्रियों दो पूर्व सीएम और एक पूर्व राज्यपाल की साख दाव पर है। इन सीटों पर कांटे का मुकाबला है। बदलते सियासी समीकरणों के चलते प्रत्याशियों की चिंता बढ़ गई है।
– लोकसभा चुनाव में अब वेटिंग खत्म वोटिंग की बारी
– पहले चरण में 102 लोकसभा सीटों पर मतदान जारी
– पहले चरण में 11 सीट हाई प्रोफाइल
– 11 सीट पर सभी की नज़रें टिकी हुईं हैं
– मैदान में 8 केंद्रीय मंत्रियों दो पूर्व सीएम
– एक पूर्व राज्यपाल की साख भी दांव पर
– इन सीटों पर हो रहा कांटे का मुकाबला
बात करें नागपुर की यहां से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी चुनावी मैदान में है। महाराष्ट्र की प्रमुख लोकसभा सीटों में शामिल नागपुर इस समय सबकी नजरों में है। केंद्रीय परिवहन मंत्री गडकरी की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद होने वाला है। बता दें 2014 में गडकरी ने सात बार के सांसद रहे विलास को करीब 2 लाख 84 हजार वोटो से परास्त किया था। इसके बाद 2019 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी नाना पटोले को भी नितिन गडकरी ने करीब 2 लाख 16 हजार वोटों से परास्त किया था। वहीं अरुणाचल की पश्चिम सीट पर केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू चुनाव मैदान में हैं। रिजिजू 2014 से तीन बार लगातार इस सीट से चुनाव जीत कर सांसद बने। इस बार उनका मुकाबला पूर्व मुख्यमंत्री और अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष नवाब तुर्की से है। केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल असम की डिब्रूगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे तो केंद्रीय पेट्रोलियम प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली की जगह बीजेपी ने इस बार राज्यसभा सदस्य होने वालों को डिब्रूगढ़ से चुनाव मैदान में उतारा है।
मुजफ्फरनगर में त्रिकोणीय मुकाबला
बात करें उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट मुजफ्फरनगर की तो इस बार यहां त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है। केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान चुनाव लड़ रहे हैं। जिनका मुकाबला इस बार समाजवादी पार्टी के हरेंद्र मलिक और बसपा उम्मीदवार दारा सिंह प्रजापति से है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में मंत्री जितेन सिंह जम्मू कश्मीर की उधमपुर सीट से तीसरी बार चुनाव मैदान में है। उनकी किस्मत भी ईवीएम में कैद होगी।
मध्य प्रदेश में भी लोकसभा की 6 सीटों पर मतदान जारी
मध्य प्रदेश में भी लोकसभा की 6 सीटों पर मतदान जारी है। लेकिन सबकी नजर इस समय छिंदवाड़ा के वोटर्स पर है। छिंदवाड़ा में पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ का मुकाबला भाजपा के बंटी साहू से है। बंटी साहू वह नाम है जो विधानसभा चुनाव में नकुलनाथ के पिता कमलनाथ से चुनाव हार चुके थे। लेकिन इस बार हालात कुछ और नजर आ रहे हैं। बीजेपी ने छिंदवाड़ा को जीतने के लिए साम दाम दंड भेद सभी तरह के हथकंडे और रणनीति अपनाई है। यहां कमलनाथ के कई करीबियों को बीजेपी तोड़कर अपनी पार्टी में शामिल कर चुकी है। जिनमें एक विधायक एक महापौर और एक पूर्व विधायक के साथ कई बड़े चेहरे हैं।
महापौर विक्रम अहके ने ले लिया यू टर्न
हालांकि छिंदवाड़ा में कांग्रेस प्रत्याशी मौजूदा सांसद नकुलनाथ के लिए एक राहत की खबर आ रही है। कुछ ही हफ्ते पहले कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए महापौर विक्रम अहके ने यू टर्न ले लिया है। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वे कांग्रेस प्रत्याशी नकुल नाथ को वोट देने की अपील कर रहे हैं। बता दें विक्रम अहाके ने नकुलनाथ के समर्थन में एक वीडियो जारी करते हुए कहा कुछ दिन पहले उन्होंने किसी राजनैतिक दल को जॉइन किया था। इसी दिन से उन्हें वहां घुटन महसूस हो रही थी। ऐसा लगा रहा था कि वे उस इनसान के साथ गलत कर रहे हैं, जिसने छिंदवाड़ा का विकास किया। क्षेत्र के लोगों के दुख-दर्द में आगे आकर मदद की। हालांकि इस वीडियो की हम इस वीडियो की पुष्टि नहीं करते हैं। बता दें की कांग्रेस और कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम अहाके बीजेपी में शामिल हो गए थे। वही अहाके अदिवासी वर्ग के बड़े नेता माने जाते हैं। लोकसभा चुनाव के पहले चरण में एमपी की 6 सीटों छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, शहडोल और सीधी पर वोटिंग जारी रही है। इस वोटिंग के बीच छिंदवाड़ा महापौर विक्रम अहाके के इस वीडियो के वायरल होने के बाद एमपी की राजनीति में फिर एक बार भूचाल आ गया है।