संदेशखाली मुद्दे के बीच पीएम मोदी का ​पश्चिम बंगाल दौरा, ममता के गढ़ में मोदी की हुंकार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 1 मार्च को पश्चिम बंगाल के दौरे पर रहेंगे। संदेशखाली मुद्दे की गर्माहट के बीच ममता बनर्जी के गढ़ में पीएम मोदी का यह दौरा खासा अहम माना जा रहा है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अगला लक्ष्य ममता बनर्जी का स्टेट बंगाल है। जहां वे टीएमसी को पछाड़ कर कमल खिलाना चाहते हैं। पश्चिम बंगाल में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 42 में लोकसभा की 18 सीटें मिलीं थीं। इस बार बीजेपी ने देश भर में लोकसभा की 400 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य तय किया है। जिसके चलते पीएम मोदी और बीजेपी लोकसभा की 42 सीट वाले पश्चिम बंगाल पर विशेष फोकस बनाए हुए हैं। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली के मुद्दे को बीजेपी देश भर में भुनाने की कोशिश में जुटी है। ऐसे में पीएम मोदी का यह दौरा ममता बनर्जी और उनकी सरकार के लिए परेशानी भरा हो सकता है।

पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी भी नहीं चाहती हैं कि बीजेपी संदेशखाली के मुद्दों को चुनावी हवा दे ऐसे में संदेशखाली के गुनहगार शाहजहां शेख को टीएमसी सरकार ने गिरफ्तार का जेल में डाल दिया है।हालांकि बीजेपी इस मुद्दे के जरिए लोकसभा चुनाव में टीएमसी को घेरने की पूरी रणनीति बना चुकी है। जिसके चलते उसे 400 पार का आंकड़ा आसानी से हासिल हो। यही वजह है कि ममता बनर्जी बीजेपी के हाथ इस तरह का कोई मुद्दा लगे नहीं देना चाहती। पश्चिम बंगाल हाई कोर्ट की फटकार के बाद ममता बनर्जी सरकार ने एक्शन लेते हुए संदेशखाली के मुख्य आरोपी को अरेस्ट कर जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया।बता दें शाहजहां से पिछले कई दिनों से फरार था। जिसने राजनीति के दबाव में आकर सरेंडर किया है। वैसे स्थानीय लोग भी मानते हैं की ममता बनर्जी शाहजहां शेख को प्रोटेक्ट कर रही हैं। लोगों का कहना है कि ममता बनर्जी के बाद पश्चिम बंगाल में कोई ताकतवर नेता है तो वह शाहजहां शेख है।

पीएम देंगे 15 हजार करोड़ रुपये की सौगात

पश्चिम बंगाल में भले ही टीएमसी की सरकार हो लेकिन केन्द्र की बीजेपी सरकार अपनी योजनाओं के जरिए प्रदेश की जनता को प्रभावित करना चाहती है। पीएम मोदी के कार्यक्रम पर नजर डालें तो पीएम नरेन्द्र मोदी यहां हुगली के आरामबाग जिले में 7 हजार 200 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की नींव रखेंगे। इसके अगले दिन शनिवार 2 मार्च को पीएम मोदी नादिया जिले के कृष्णानगर जाने वाले हैं। वहां पीएम मोदी 15 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की सौगात पश्चिम बंगाल की जनता को देंगे। पीएम मोदी दो सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करने वाले हैं। जिसमें पहली सभा शुक्रवार को हुगली जिले के आरामबाग में होगी वहीं दूसरी जनसभा शनिवार को नादिया जिले के कृष्णानगर में होने वाली है। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सुकांत मजूमदार की माने तो प्रधानमंत्री मोदी आगामी 6 मार्च को उत्तर 24 परगना के बारासात में रैली को भी संबोधित करेंगे।

पीएम सुनेंगे संदेशखाली की पीड़िताओं का दर्द

जानकारी के अनुसार पीएम नरेन्द्र मोदी ममता बनर्जी के गढ़ पश्चिम बंगाल से बीजेपी के चुनावी अभियान का आगाज करने वाले हैं। इसकी शुरुआत कर पीएम खास संदेश देन चाहते हैं। संदेशखाली में जहां शाहजहां शेख का मामला गरमाया हुअ है वहीं इसके बीच पीएम मोदी का दौरा इसलिए भी खास है, क्योंकि यहां बारासात में पीएम मोदी के मंच के ठीक पास में संदेशखाली की पीड़िताओं के लिए भी मंच तैयार किया गया है। पीएम नरेन्द्र मोदी मंच से संदेशखाली की पीड़िताओं का दर्द भी सुनेंगे।

BJP का लक्ष्य बंगाल की कम से कम 30 सीट पर जीत

बीजेपी ने बंगाल में लोकसभा की 42 में से 30 सीट जीतने का लक्ष्य रखा है। इसी के चलते वह संदेशखाली जेसे मुद्दे को हवा देकर पश्चिम बंगाल की टीएमसी सरकार पर लगातार हमले कर रही है। संदेशखाली को मुख्य हथियार बनाते हुए बीजेपी नेता टीएमसी पर लगातार आक्रमण कर रहे हैं। लोकसभा चुनाव में बीजेपी सभी पश्चिम बंगाल की सभी सीटों पर जीत हासिल करने की रणनीति के तहत काम कर रही है पीएम नरेंद्र मोदी के पश्चिम बंगाल दौरे से पहले संदेशखाली मुद्दे पर महाभारत चल रही है। शेख भले ही पुलिस के हाथ आ चुका है। लेकिन 55 दिन की उसकी फरारी ममता बनर्जी सरकार पर खासी भारी पड़ सकती है। बीजेपी के पश्चिम बंगाल इकाई प्रमुख सुकांत मजूमदार की माने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार 1 मार्च से पश्चिम बंगाल के दो दिनी दौरे पर रहेंगे। इस दौरान पीएम दो जनसभाएं भी करने वाले हैं। इसके साथ ही हुगली और नदिया जिलों में केन्द्र सरकार की कई परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। पश्चिम बंगाल के सियासी समीकरण की बात करें तो यहां बीजेपी और टीएमसी दोनों ही दलों के बीच कांटे की टक्कर हो सकती है। क्योंकि पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 सीटों में से 18 सीट बीजेपी ने जीती थीं। जबकि टीएमसी की झोली में 22 सीट गई थीं। इस बार बीजेपी ने 42 में से कम से कम 30 सीट जीतने की रणनीति बनाई है।

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