उत्तरप्रदेश विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह जारी है. जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया. इस दौरान सीएम ने अखिलेश के कंधे पर हाथ भी रखा. बता दें कि समाजवादी पार्टी इस बार सत्ता में बड़ी विपक्षी दल के रूप में ऊभरी है. लेकिन अभी भी दोनों ही पार्टियों के बीच बयानबाजी का दौर लगातार जारी है.
विपक्षी दल एक-के-बाद-एक निशाना साधने में लगे हुए हैं. वहीं मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में करीब दो लाख लोग शामिल हुए थे. सभी ने भगवा रंग का दूपट्टा, पगड़ी आदि धारण कर रखा था. उनमें से कई सर्मथक तो बुलडोजर पर चढ़ कर शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पहुंचेप्रोटेम स्पीकर रमापति शास्त्री ने सीएम को शपथ दिलाई. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, अन्य कार्यकर्ताओं समेत अखिलेश यादव भी मौजूद रहे.
डिप्टी सीएम से भी मिलाया हाथ
दरअसल, इन दिनों सीएम शपथ ग्रहण के बाद नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण कराया जा रहा है. जिसके बाद वो मंच से वापस आ रहे थे. जहां अचानक उनकी मुलाकात अखिलेश यादव से हो गई. जिन्हें देखते ही सीएम ने मुस्कुराकर उनका स्वागत किया. साथ ही उन्हें बधाई भी दी और पीठ पर हाथ थपथपाकर उनका अभिवादन भी किया. साथ ही अखिलेश ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से हाथ मिलाया और शपथ लेने पहुंचे.
जय जवान-जय किसान के लगे नारे
सीएम योगी आदित्यनाथ के शपथ लेते सामान्य सदन में ‘जयश्रीराम’ के नारे लगे, जबकि अखिलेश के शपथ लेते समय सपा के विधायकों ने ‘जय समाजवाद और जय जवान-जय किसान’ के नारे लगाए गए. वहीं शपथ लेने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि, केवल कुर्सी बदल गई है. अब मैं विपक्ष में बैठूंगा, सरकार की जवाबदेही के लिए हमारी पार्टी काम करेगी. जिसकी भूमिका सकारात्मक रहेगी. बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पहली बार विधायक बने हैं. अखिलेश यादव, मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव जीते हैं जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर सीट से विधायक बने हैं.