जयपुर। राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र 23 जनवरी से प्रारंभ हुआ है। राज्यपाल के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरुआत की गई। जिस पर पिछले दिनों सदन में जोरदार बहस हुई। गुरुवार 2 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस का आखिरी दिन है। राज्यपाल से पढ़वाए गए अभिभाषण पर राज्य सरकार जवाब पेश करेगी। सीएम अशोक गहलोत शाम पांच बजे सदन में रिप्लाई देंगे।
- राजस्थान विस का बजट सत्र
- राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस का अंतिम दिन
- बहस का जवाब देंगे सीएम अशोक गहलोत
- नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया भी देंगे वक्तव्य
- 3 से 9 फरवरी के बीच रहेगा सदन स्थगित
- गहलोत 10 फरवरी को कर सकते हैं बजट पेश
विधानसभा में गुरुवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस का अंतिम दिन है। दिन में अभिभाषण पर पक्ष विपक्ष के विधायक अपनी बात रखेंगे। चर्चा पूरी होने के बाद शाम करीब 5 बजे राज्य सरकार की ओर से सीएम अशोक गहलोत अभिभाषण पर जवाब पेश करेंगे। मुख्यमंत्री राज्यपाल के अभिभाषण पर शाम पांच बजे अपना रिप्लाई देंगे। इससे पहले नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया भी वक्तव्य देंगे।
बीएसी की बैठक कामकाज तय होगा
राजस्थान विधानसभा स्पीकर डॉ.सीपी जोशी की अध्यक्षता में बिजनेस एडवाइजरी कमेटी यानी बीएसी की बैठक भी होगी। देर शाम होने वाली इस बैठक में सदन के आगामी कामकाज को लेकर चर्चा की जाएगी। बीएसी की पिछली बैठक में दो फरवरी तक सदन का कामकाज तय किया गया था। परंपरा को देखते हुए माना जा रहा है कि राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा के बाद सदन को कुछ दिन के लिए स्थगित किया जा सकता है। हालांकि इस पर फैसला बीएसी की बैठक में ही लिया जाएगा। परम्परा के मुताबिक बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरुआत बजट पेश होने के साथ होती है।
8 नहीं 10 फरवरी को बजट पेश कर सकते हैं गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दस फरवरी को अपना बजट पेश कर सकते हैं। पहले सीएम गहलोत ने 8 फरवरी को बजट लाने की बात कही थी। हाल ही सरकारी उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों को जानकारी दी कि दस फरवरी को बजट पेश किया जा सकता है। बीएसी की बैठक में बजट की तारीख भी आधिकारिक रुप से तय हो जाएगी। ऐसे में परंपरा के अनुसार उम्मीद की जा रही है कि 3 से 9 फरवरी के बीच सदन स्थगित रह सकता है। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय कार्यसमिति की बैठक में ही होगा।
कांग्रेस विधायक ने अपनी ही पार्टी की सरकार को घेरा
राजस्थान विधानसभा में पेपर लीक कांग्रेस विधायक संयम लोढ़ा ने अपनी ही सरकार को निशाने पर ले लिया। सीएम गहलोत के सलाहकार विधायक संयम लोढ़ा ने राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद विवाद में सरकार को बजरी की कीमतों को लेकर घेरा। उन्होंने कीमतों में कमी नहीं करने की स्थिति में कांग्रेस पार्टी को नुकसान होने का दावा किया है। विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि राजस्थान में बजरी के लिए 480 रुपए से लेकर 650 रुपये प्रति टन वसूले जा रहे हैं। ऐसे हालात प्रदेश में आखिर बनने क्यों दे रहे हैं? क्या इसलिए कि वह ठेकेदार दोनों ही राजनीतिक पार्टियों के नजदीक है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में बजरी 55 रुपए टन है, गुजरात में 150 रुपए टन है, तो फिर राजस्थान में दाम आसमान क्यों छू रहे हैं। क्या बजरी की फसल खराब हो गई या बजरी पर पाला पड़ गया।
गहलोत सरकार का आखिरी बजट
बता दें राजस्थान में 23 जनवरी से विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ है। गहलोत सरकार का यह आखिरी बजट होगा। माना जा रहा है कि सीएम गहलोत अपनी सरकार के आखिरी बजट में लोक लुभावन घोषणाएं कर सकते हैं। सीएम गहलोत ने संकेत दिए है कि उनका बजट किसानों, युवाओं और महिलाओं को समर्पित होगा।