जमीन के बदले नौकरी घोटाला: लालू से ED दफ्तर में पूछताछ…बाहर समर्थक कर रहे हंगामा
जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामला एक बार फिर सुर्खियों में है। पूर्व रेल मंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से गांधी मैदान स्थित प्रवर्तन निदेशालय ED दफ्तर में पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही सांसद और उनकी बड़ी बेटी मीसा भारती भी हैं। इधर लालू प्रसाद यादव से पूछताछ हो इससे पहले ही समर्थकों ने ईडी दफ्तर के सामने डेरा डाल दिया। सभी कार्यकर्ताओं ने ईडी के खिलाफ नारेबाजी भी की।
बता दें कि इससे पहले मंगलवार 18 मार्च को आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी और बड़े बेटे पूर्व डिप्टी सीएम तेज प्रताप यादव से भी पूछताछ की गई थी।
लालू के सामने रखी सवालों की सूची!
ईडी से जुड़े सूत्रों की माने तो आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद को सवालों की एक सूची ईडी की टीम ने सौंप दी है। जिस पर उनसे जवाब लिए जा रहे हैं। पूछताछ लंबी चलने की भी बात कही जा रही है।
इधर बिहार विधानसभा में इस मसले को लेकर जमकर हंगामा किया गया। जमीन के बदले नौकरी मामले में ईडी की पूछताछ पर भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि पूरा माल दबाकर रखे हुए हैं। जो लोग चपरासी क्वार्टर में रहते थे, वो आज महल में रह रहे हैं। जो भी कार्रवाई हो रही है वह कानून के तहत कार्रवाई हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा पर लगाए जा रहे साजिश के आरोपों को निरर्थक और बेबुनियाद बताया और कहा कि लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला के समय जब कार्रवाई के शिकंजे में आए थे उस समय केंद्र में यूपीए की ही सरकार थी। इतना ही नहीं वे देवेगौड़ा और गुजराल के शासनकाल में जेल गए थे। उनकी ही पार्टी के नेता शिवानंद तिवारी की ओर से तत्कालीन पीएम डॉ.मनमोहन सिंह से शिकायत की थी। वहीं नीतीश कुमार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा लैंड फॉर जॉब कांड में लालू यादव यदि दोषी नहीं होते तो सुप्रीम कोर्ट में जाकर रिलीफ ले लेते।
आरजेडी का आरोप..की जा रही साजिश
आरजेडी विधायक मुकेश यादव ने साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि जब-जब विधानसभा के चुनाव नजदीक आते है तो भाजपा सरकार लालू प्रसाद यादव के खिलाफ इसी प्रकार की साजिश रचती है। उन्हें प्रताड़ित करती है। यह सब कुछ आने वाले चुनाव को प्रभावित करने की साजिश है।
आखिर क्या है जमीन के बदले नौकरी घोटाला
बता दें कि जमीन बदले नौकरी मामले में सीबीआई की ओर से पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव समेत 78 लोगों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी। कोर्ट में दाखिल चार्जशीट के अनुसार 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री के रूप में रहते हुए लालू प्रसाद यादव ने रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरियों के बदले उम्मीदवारों से जमीन और संपत्ति अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम लिखवाई थी। सीबीआई की इस चार्जशीट में घोटाले के जोन के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। इनमें मुंबई ही नहीं कोलकाता, जयपुर, बिहार के हाजीपुर, एमपी के जबलपुर समेत कई रेलवे जोन शामिल थे।
लालू के परिवार के 5 सदस्य हैं आरोपी
इस पूरे मामले में लालू यादव के परिवार के 5 सदस्यों को सीबीआई ने आरोपी बनाया है। जिनमें लालू प्रसाद यादव के साथ तेजस्वी यादव, तेज प्रताप और राबड़ी देवी ही नहीं हेमा यादव और मीसा भारती के नाम भी शामिल हैं। इससे पहले 30 जनवरी को भी अदालत ने सीबीआई को एक पूर्व प्रशासनिक अधिकारी और तत्कालीन रेलवे बोर्ड सदस्य आरके महाजन सहित दो अधिकारियों के खिलाफ प्रकरण चलाने की अनुमति दी थी।