मध्यप्रदेश में इन दिनों एक राजपरिवार का विवाद चर्चा का विषय बना हुआ है. उज्जैन जिले में पड़ने वाले नरवर के राजपरिवार में इन दिनों संपत्ति विवाद चल रहा है. राजघराने की बहू कनकबलि और महारानी के पोते हिमावत सिंह ने राजघराने की बेटी विभा सिंह पर महारानी को गायब करने का आरोप लगाया है. घराने की बहू कनकबलि का कहना है कि बेटी विभा सिंह ने 100 करोड़ की जमीन हथियाकर महारानी को मार डाला है और सारी संपत्ति अपने नाम कर ली है. झगड़ा करीब ढाई सौ बीघा जमीन और संपत्ति का है.
आपको बता दें कि रविवार को नरवर के राजघराने के राजकुमार हिमावत सिंह और बहू कनकबलि सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस प्रेस कांफ्रेस में कनकबलि सिंह का कहना था कि 22 अक्टूबर 2021 को ननद विभा सिंह महारानी को पावर ऑफ अटॉर्नी के लिए रजिस्ट्रार ऑफिस लें गई थी, जिसके बाद से वे कभी वापस कभी नहीं लौटी. बहू कनकबलि और राजकुमार हिमावत ने इसकी जांच के लिए कई शिकायते भी की थी , जिसके बाद उन्हें एसडीएम दफ्तर से एक दिन खबर मिली की अनिला सिंह की मौत हो चुकी है और उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है. एसडीएम ने भी एक महीने के बाद महारानी की मौत की खबर सुनाई जिस पर सवाल उठता है.
100 करोड़ का है झगड़ा
राजघराने की बहू का कहना है कि उनके पति के हिस्से आने वाली 100 बीघा जमीन हथियाने के लिए विभा सिंह ने सारा खेल किया है. ननद विभा ने महारानी को गायब कर जमीन अपने नाम करवा ली और उन्हें मार दिया है. उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया और हमे बताया भी नहीं . विवादित जमीन की कीमत की बात करें तो ये लगभग 100 करोड़ रूपए के आस पास है
बहू-ननद की प्रॉपर्टी के लिए खींचतान
राजघराने की बहू कनकबलि का कहना है कि पावर ऑफ अटॉर्नी के लिए ननद विभा सिंह के कहने पर कुछ लोग महारानी को रजिस्ट्रार के ऑफिस ले गए थे. इसके बाद वे कभी वापस घर नहीं आई. हमने एसडीएम और पुलिस से भी जांच की मांग की थी , लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया. एसडीएम कोर्ट में विभा सिंह ने 16 फरवरी को उनकी मौत की सूचना दी, जबकि उनकी मौत तकरीबन लगभग 6 महीने पहले हो गई थी. राजघराने के पोते हिमावत सिंह ने अपनी बुआ विभा सिंह पर महारानी की हत्या का आरोप लगाया है.
विभा सिंह के बेटे ने आरोपों को बताया निराधार
विभा सिंह के बेटे कुशाग्र सिंह ने अपनी मामी के आरोपों को निराधार बताया है. उनका कहना है कि उन्होंने महारानी की मृत्यु की खबर एसडीएम को समय से दें देती है . जहां तक बात कूटरचित रजिस्ट्री की है , तो वो नियम से करवाई गई है. आपको बता दें कि विभा सिंह की शादी बिहार में तत्कालीन आरजेडी सरकार में मंत्री रहे बसंत सिंह से हुई थी. पति की मौत के बाद से विभा वापस अपने राघराने में रहने आ गई थी.