क्या जेडीयू के तीर से नीतीश का किला भेदेगी भाजपा ?

बिहार में भाजपा नीतीश पर मंच से कस रही तंज

बिहार को लेकर भाजपा काफी गंभीर दिखाई दे रही है। पार्टी के नेता बार बार राज्य के दौरे पर आ रहे हैं। सीएम नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को निशाने पर ले रहे हैं। निशाने पर लेना सामान्य बात है। लेकिन जब यह निशान लालू और नीतीश के बीच चुनौतियां खड़ी करने वाला हो तो सियासी चर्चा तो होगी। बिहार में कुछ इसी तरह की राजनीतिक चर्चा हो रही है। यहां केंद्रीय मंत्री अमित शाह खुद सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने हाल ही में करीब आधा दर्जन बार बिहार का दौरा किया है। राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शाह बार मंच से तंज कस रहे हैं। इससे भाजपा की एक नई रणनीति की आहट सुनाई देने लगी है।

बिहार में कई दिग्ग्जों की बढ़ी सक्रियता

भाजपा के कई नेताओं की बिहार में सक्रियता बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि यहां के लिए करीब एक दर्जन नेताओं को भाजपा ने सक्रिय किया है। आने वाले समय में ये नेता यहां न केवल ढेरा डालेंगे बल्कि पूरी रणनीति के साथ लालू और नीतीश के लिए चुनौतियां खड़ी करेंगे। फिलहाल खुद शाह नेे हाल ही में बिहार का पांच बार दौरा किया है। उन्होनें बार बार नए अंदाज में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव पर हमला बोला है। खबर ये भी आ रही है कि नीतीश कुमार जेडीयू के तीर से महागठबंधन का किला भेदने वाले हैं।

विपक्षी एकता की तान छेड़ रहे हैं नीतीश

विपक्षी दलों को एकजुट करने में रात दिन एक कर रहे नीतीश कुमार को लेकर भाजपा काफी सक्रिय हो गई है। जिसके चलते नीतीश कुमार के सियासी चरित्र पर सार्वजनिक मंच से भाजपा तंज कस रही है। राजनीति के जानकारों का कहना है कि नीतीश कुमार के पलटने वाले चरित्र को बार बार दोहराकर भाजपा उनके चरित्र को उछाल रही है। मतलब नीतीश कुमार का कैरेक्टर असैसिनेशन भाजपा का अब मूल मकसद बनता जा रहा है। भाजपा लोगों के बीच इस बात को पहुंचाना चाहती है कि नीतीश कुमार फिलहाल भ्रष्टाचार के कंधे पर बैठे हुए हैं।

ऐसे चमकी नीतीश की राजनीति

कांग्रेस का विरोध और खिलाफत करने के कारण ही नीतीश कुमार की राजनीति चमकी है। इस बात का जिक्र खुद अमित शाह ने लखीसराय में किया। उन्होंने चुटीले अंदाज में कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक पैदाईश भ्रष्टाचार के विरोध से हुई थी। देश पर आपातकाल थोपने वाली इंदिरा गांधी का विरोध कर नीतीश कुमार राजनीति में आए थे। अब उनकी दुर्दशा देखिए। प्रधानमंत्री बनने के लिए कांग्रेस की चौखट पर सिर झुकाए बैठे हुए हैं। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ये बिहार की धरती है जहां जयप्रकाशजी का जन्म हुआ। जहां से भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत हुई थी।नीतीश बाबू आपको शर्म आनी चाहिए।

लालू और नीतीश पर किया कटाक्ष

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने नीतीश और लालू के वर्तमान संबंधों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि लालू प्रसाद के भ्रष्टाचार वाले मुद्दे पर नीतीश कुमार बिहार के सत्ता में आए,आज उन्ही भ्रष्टाचारियों का दामन थामकर बैठे हैं। जंगलराज के विरुध्द संघर्ष करने वाले नीतीश कुमार 20 से अधिक पार्टियों का जमा कर चुके हैं। ये पार्टियां वहीं हैं जिन्होंने 20 लाख करोड़ का घोटाला और भ्रष्टाचार किया है। आज नीतीश कुमार इन्ही कांग्रेस,राजद और आम आदमी पार्टीके साथ बैठकर सत्ता के सपने देख रहे है।

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